बिजनौर में रिश्तों का कत्ल: बेटी से अफेयर बना ‘इज्जत का सवाल’, चाचा ने तांत्रिक को 20 लाख की सुपारी दी; झाड़-फूंक फेल हुई तो मफलर से भतीजे का गला घोंटा



बिजनौर में चौंकाने वाला मर्डर केस: चचेरी बहन से प्रेम पर चाचा ने तांत्रिक को सुपारी दी, झाड़-फूंक के बाद गला घोंट हत्या।


बिजनौर में रिश्तों की मर्यादा के नाम पर रची गई खौफनाक साजिश

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से सामने आई यह घटना सिर्फ एक हत्या की कहानी नहीं है, बल्कि रिश्तों, सामाजिक दबाव, अंधविश्वास और अपराध के उस खतरनाक मेल की तस्वीर है, जिसने एक युवक की जान ले ली। जिस भतीजे को परिवार का हिस्सा माना जाता था, उसी को रास्ते से हटाने के लिए चाचा ने तांत्रिक का सहारा लिया और 20 लाख रुपये की सुपारी तय कर दी। मामला नजीबाबाद थाना क्षेत्र के जलालाबाद इलाके का है, जहां 21 दिसंबर को सड़क किनारे एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। शुरुआत में पुलिस को यह एक सड़क हादसा लगा, लेकिन परतें खुलती गईं तो सामने आया एक ऐसा मर्डर प्लान, जिसे सुनकर रूह कांप जाती है।

सड़क किनारे मिला शव और टूटी बाइक, हादसा या साजिश

21 दिसंबर की सुबह जब राहगीरों ने जलालाबाद इलाके में हाईवे किनारे एक युवक का शव और पास में पड़ी बाइक देखी, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शुरुआती जांच में मामला सड़क दुर्घटना जैसा लग रहा था, क्योंकि शव के पास बाइक पड़ी थी और कोई स्पष्ट संघर्ष के निशान नजर नहीं आ रहे थे। लेकिन जैसे-जैसे पुलिस ने परिजनों से बातचीत की और मृतक के जीवन से जुड़े पहलुओं को खंगालना शुरू किया, तस्वीर बदलने लगी।

परिजनों का शक और हत्या की आशंका

मृतक के परिवार वालों ने शुरू से ही इस घटना को एक्सीडेंट मानने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि युवक की किसी से दुश्मनी नहीं थी, लेकिन उसके प्रेम संबंधों को लेकर घर में लंबे समय से तनाव चल रहा था। परिजनों ने पुलिस को स्पष्ट रूप से बताया कि यह एक सुनियोजित हत्या हो सकती है। इसी शक के आधार पर पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की और मोबाइल कॉल डिटेल, सोशल मीडिया गतिविधियों और पारिवारिक विवादों को खंगालना शुरू किया।

मृतक समीर और चचेरी बहन से प्रेम संबंध

जांच में पता चला कि मृतक युवक की पहचान किरतपुर निवासी समीर के रूप में हुई थी। समीर का अपनी ही चचेरी बहन के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था। यह रिश्ता परिवार को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं था। खासतौर पर युवती के पिता रफीक, जो समीर के चाचा लगते थे, इस रिश्ते से बेहद नाराज थे। परिवार के भीतर कई बार इस बात को लेकर विवाद हो चुका था और दोनों घरों के बीच तनातनी की स्थिति बनी हुई थी।

प्यार बनाम पारिवारिक दबाव

समीर और युवती दोनों ही अपने रिश्ते को लेकर गंभीर थे और एक-दूसरे से अलग होने को तैयार नहीं थे। परिवार की ओर से लगातार दबाव डाला जा रहा था कि वे इस रिश्ते को खत्म कर दें, लेकिन दोनों का कहना था कि उनका प्यार सच्चा है और वे साथ रहना चाहते हैं। यही जिद धीरे-धीरे रफीक के लिए ‘इज्जत का सवाल’ बन गई। समाज में बदनामी और रिश्तों की मर्यादा के नाम पर उसने एक खतरनाक रास्ता चुन लिया।

तांत्रिक से संपर्क और अंधविश्वास की शुरुआत

पुलिस जांच में सामने आया कि रफीक ने अपने एक दोस्त अरशद से इस समस्या का जिक्र किया था। अरशद ने दिल्ली निवासी तांत्रिक जैनुल से रफीक की बात करवाई। जैनुल खुद को सिद्ध तांत्रिक बताता था और दावा करता था कि वह झाड़-फूंक और टोना-टोटके के जरिए किसी भी रिश्ते को तोड़ सकता है। समीर और युवती को अलग करने के लिए जैनुल ने 20 लाख रुपये की मांग रखी। रफीक इस अंधविश्वास में इतना डूब चुका था कि उसने बिना किसी हिचक के इस सौदे को मंजूरी दे दी।

20 लाख की सुपारी और 5 लाख एडवांस

तांत्रिक जैनुल ने साफ कहा था कि पहले वह झाड़-फूंक और टोना-टोटके के जरिए दोनों को अलग करने की कोशिश करेगा। इसके लिए उसने 5 लाख रुपये एडवांस में ले लिए, जबकि बाकी 15 लाख रुपये काम पूरा होने के बाद देने की बात तय हुई। रफीक ने यह रकम अरशद के जरिए जैनुल तक पहुंचा दी। इस पूरे सौदे में न सिर्फ अंधविश्वास, बल्कि हत्या की साजिश के बीज भी बो दिए गए थे।

झाड़-फूंक, टोना-टोटका और नाकामी

तांत्रिक जैनुल ने समीर पर तरह-तरह के टोने-टोटके किए। कभी उसे बुलाकर झाड़-फूंक की, तो कभी दूर से ही तंत्र-मंत्र करने का दावा किया। लेकिन इन सबका समीर और युवती के रिश्ते पर कोई असर नहीं पड़ा। दोनों पहले की तरह एक-दूसरे से जुड़े रहे। यह नाकामी जैनुल के लिए सिर्फ उसकी तांत्रिक छवि का सवाल नहीं थी, बल्कि उसके लिए खतरे की घंटी भी थी, क्योंकि वह एडवांस रकम ले चुका था और काम पूरा न होने पर पैसे लौटाने की स्थिति में नहीं था।

साजिश ने लिया खौफनाक मोड़

जब टोना-टोटका फेल हो गया, तो जैनुल ने एक और शातिर योजना बनाई। उसने इंस्टाग्राम पर एक फर्जी महिला की आईडी बनाई और समीर से दोस्ती की। धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी और उसने समीर का भरोसा जीत लिया। इस डिजिटल जाल में फंसकर समीर को यह अंदाजा भी नहीं था कि वह मौत की ओर बढ़ रहा है। जैनुल ने अपने साथियों अरशद, आरिफ और सलीम के साथ मिलकर समीर की हत्या की पूरी योजना तैयार कर ली।

नजीबाबाद बुलाकर की गई हत्या

योजना के मुताबिक एक रात समीर को नजीबाबाद बुलाया गया। वहां आरोपी उसे स्विफ्ट डिजायर कार में बैठाकर ले गए। कार के अंदर ही जैनुल ने अपने मफलर से समीर का गला घोंट दिया। यह हत्या इतनी बेरहमी से की गई कि समीर को बचने का कोई मौका तक नहीं मिला। हत्या के बाद आरोपियों ने इस वारदात को सड़क हादसा दिखाने की साजिश रची।

एक्सीडेंट दिखाने की कोशिश

समीर की हत्या करने के बाद आरोपियों ने उसके शव और बाइक को हाईवे किनारे फेंक दिया। उद्देश्य साफ था कि पुलिस इसे एक सामान्य सड़क दुर्घटना मान ले और मामला यहीं खत्म हो जाए। लेकिन शायद उन्हें यह अंदाजा नहीं था कि परिजनों का शक और पुलिस की गहन जांच इस साजिश को बेनकाब कर देगी।

पुलिस जांच और खुलासा

पुलिस ने जब कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच की, तो कई चौंकाने वाले सुराग मिले। इंस्टाग्राम की फर्जी आईडी, तांत्रिक से हुई बातचीत और पैसों के लेन-देन के सबूत सामने आने लगे। पूछताछ में कड़ियां जुड़ती गईं और आखिरकार पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया।

चार आरोपी गिरफ्तार, तीन फरार

एसपी सिटी डॉ. कृष्ण गोपाल सिंह ने बताया कि इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें समीर का चाचा रफीक और उसके दो चचेरे भाई भी शामिल हैं। तांत्रिक जैनुल और उसके अन्य साथियों की भूमिका भी सामने आ चुकी है। फिलहाल तीन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिनकी तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।

रिश्तों, अंधविश्वास और अपराध का खतरनाक मेल

यह मामला सिर्फ एक युवक की हत्या का नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि जब रिश्तों की मर्यादा, सामाजिक दबाव और अंधविश्वास मिल जाते हैं, तो इंसान किस हद तक जा सकता है। प्यार को अपराध मानकर उसे खत्म करने की यह साजिश न सिर्फ कानून के खिलाफ है, बल्कि इंसानियत पर भी एक गहरा सवाल खड़ा करती है।

कानून के शिकंजे में आरोपी

पुलिस का कहना है कि सभी आरोपियों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और धोखाधड़ी जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में और भी चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है। बिजनौर का यह केस पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग यह सोचने पर मजबूर हैं कि आखिर प्यार की कीमत किसी को अपनी जान देकर क्यों चुकानी पड़ी।

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