मुरादाबाद की 'महक परी' फिर सुर्खियों में: ऑटो चालक से सड़क पर भिड़ीं, वायरल वीडियो ने मचाया बवाल



मुरादाबाद में सोशल मीडिया स्टार महक परी का ऑटो चालक से झगड़ा, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की।


मुरादाबाद में फिर विवादों में ‘महक परी’, सड़क पर ऑटो चालक से भिड़ीं

मुरादाबाद की रहने वाली सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर महक परी एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार उनका वीडियो ऑटो चालक से झगड़े के चलते वायरल हो गया है। वीडियो में वह खुलेआम सड़क पर एक ऑटो चालक से हाथापाई करती नजर आ रही हैं। घटना मुरादाबाद शहर के व्यस्त इलाके में हुई, जहां लोगों की भीड़ जुट गई और कई राहगीरों ने मोबाइल से इस झगड़े को रिकॉर्ड कर लिया। देखते ही देखते यह वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो गया।

वीडियो में दिखी हाथापाई और गाली-गलौज

वायरल वीडियो में साफ दिखाई देता है कि महक परी और ऑटो चालक के बीच पहले कहासुनी होती है, फिर मामला बढ़कर हाथापाई तक पहुंच जाता है। महक चालक की कॉलर पकड़ती दिखती हैं, जबकि चालक खुद को बचाने की कोशिश करता है। कुछ लोग बीच-बचाव की कोशिश करते हैं, लेकिन माहौल गर्म रहता है। सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं बंटी हुई हैं—कुछ यूजर्स महक के व्यवहार की आलोचना कर रहे हैं, तो कुछ का कहना है कि विवाद का कारण जाने बिना किसी को दोष देना ठीक नहीं है।

सोशल मीडिया पर छाया बवाल, पुलिस हरकत में

वायरल वीडियो के बाद मुरादाबाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि अब तक न तो महक परी की ओर से और न ही ऑटो चालक की ओर से किसी प्रकार की शिकायत दर्ज कराई गई है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है और यह भी देखा जा रहा है कि यह घटना कब और कहां की है। फिलहाल पुलिस ने कहा है कि वीडियो की फॉरेंसिक जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

विवादों से पुराना नाता, पहले भी हो चुकी गिरफ्तारी

यह पहली बार नहीं है जब महक परी विवादों में आई हैं। कुछ महीने पहले वह और उनकी साथी निशा (जो खुद को “परी” कहती हैं) को उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उन पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर अश्लील और अभद्र कंटेंट अपलोड करने के आरोप लगे थे। पुलिस जांच में पता चला था कि दोनों Mehakpari143 नामक अकाउंट से गाली-गलौज और आपत्तिजनक वीडियो अपलोड करती थीं। IT एक्ट की धारा 67 के तहत दोनों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था।

सस्ती लोकप्रियता की कीमत: कोर्ट में पेशी और जमानत

संभल पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की और भविष्य में ऐसा न करने का वादा किया। कोर्ट ने जमानत दे दी, मगर इनका नाम तब तक मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म्स पर छा गया था। कई लोगों ने इस घटना को “डिजिटल युग की सस्ती शोहरत की मिसाल” बताया। बावजूद इसके, उनकी सोशल मीडिया फॉलोइंग में बढ़ोतरी दर्ज हुई। यही प्रवृत्ति अब समाज के लिए एक गंभीर सोच का विषय बन गई है।

डिजिटल युग का अंधेरा चेहरा: वायरलिटी बनाम जिम्मेदारी

महक परी का मामला सिर्फ एक वायरल वीडियो का नहीं है, बल्कि यह सोशल मीडिया पर बढ़ती गैर-जिम्मेदारी और अश्लीलता की संस्कृति का प्रतीक बन चुका है। कंटेंट क्रिएटर्स अक्सर व्यूज़ और फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए ऐसे विवादित स्टंट करते हैं, जिनसे समाज पर नकारात्मक असर पड़ता है। विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी ऐसे कंटेंट पर सख्ती से मॉडरेशन करना चाहिए ताकि सार्वजनिक मर्यादाओं का उल्लंघन न हो।

परिवार और समाज पर असर

महक परी के विवादित वीडियो के चलते उनके परिवार और गांव का नाम पहले भी खराब हुआ था। ग्रामीणों ने खुलकर कहा था कि ऐसी हरकतें समाज में शर्मिंदगी का कारण बनती हैं। जेल जाने के बाद भी महक और उनकी साथी निशा ने खुद को पीड़ित बताने की कोशिश की, लेकिन लोगों ने इसे पब्लिसिटी स्टंट माना। अब जब नया वीडियो सामने आया है, लोग फिर सवाल कर रहे हैं कि क्या यह जानबूझकर किया गया विवाद है या किसी वास्तविक झगड़े का परिणाम।

पुलिस की जांच और कानूनी प्रक्रिया

मुरादाबाद पुलिस के अनुसार, अब तक दोनों पक्षों में से किसी ने भी आधिकारिक रूप से शिकायत नहीं दी है। वायरल वीडियो की पुष्टि और स्थान की पहचान के लिए स्थानीय थाना मझोला पुलिस को जांच सौंप दी गई है। यदि वीडियो सत्य पाया जाता है और किसी पक्ष की ओर से शिकायत दी जाती है, तो संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा।

इंटरनेट प्रसिद्धि की दोधारी तलवार

महक परी जैसी घटनाएं यह सवाल उठाती हैं कि क्या सोशल मीडिया की प्रसिद्धि इतनी लत बन चुकी है कि लोग सार्वजनिक मर्यादा की सीमाएं पार करने लगे हैं। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि कई कंटेंट क्रिएटर्स “डोपामाइन हिट” यानी लाइक्स और व्यूज़ की चाह में लगातार विवादित और सनसनीखेज सामग्री बनाने लगते हैं। लेकिन जब वही कंटेंट कानूनी दायरे में आ जाता है, तब यह प्रसिद्धि सज़ा में बदल जाती है।



महक परी का यह नया वीडियो एक बार फिर बताता है कि इंटरनेट की दुनिया में वायरलिटी और प्रतिष्ठा के बीच की रेखा बहुत पतली है। सोशल मीडिया पर खुद को चर्चित बनाने की चाह में कई लोग ऐसे कदम उठा लेते हैं, जिनका नतीजा समाज के सामने शर्मिंदगी के रूप में सामने आता है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है, और सच्चाई सामने आने के बाद ही यह तय होगा कि यह झगड़ा सच्चा था या सस्ती शोहरत का एक और खेल।

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