मेरठ में पत्नी अंजलि ने सोशल मीडिया के कमेंट से आहत होकर प्रेमी संग पति की हत्या कराई, तीन गोलियां मारी गईं
सोशल मीडिया की रील्स ने ली एक पति की जान
उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने यह साबित कर दिया कि सोशल मीडिया की दुनिया कभी-कभी असल ज़िंदगी पर कितना भारी पड़ सकती है। एक मामूली से कमेंट ने एक महिला को इतना विचलित कर दिया कि उसने अपने ही पति की हत्या की साजिश रच डाली। यह घटना परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के अगवानपुर गांव की है, जहां पत्नी अंजलि ने अपने प्रेमी अजय के साथ मिलकर पति राहुल की हत्या करा दी। राहुल का शव 1 नवंबर को अगवानपुर के जंगल में तीन गोलियों से छलनी अवस्था में मिला था।
जंगल में मिली तीन गोलियों से छलनी लाश
गांव के लोगों ने जब जंगल में राहुल का शव देखा तो उनके रोंगटे खड़े हो गए। उसके शरीर में तीन गोलियां धंसी हुई थीं और आसपास खून फैला हुआ था। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। परीक्षितगढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। पुलिस को शुरुआत में यह मामला अज्ञात हत्यारों का लगा, लेकिन धीरे-धीरे सबूत ऐसे सामने आए जिन्होंने पूरी कहानी पलट दी।
सोशल मीडिया की रील्स बनी रिश्ते की दुश्मन
पुलिस जांच में पता चला कि राहुल की पत्नी अंजलि सोशल मीडिया पर रील्स बनाती थी। वह अक्सर अपने पति के साथ वीडियो डालती थी और दोनों की जोड़ी को लोग खूब पसंद भी करते थे। राहुल भी अपनी पत्नी को लेकर बेहद गर्व महसूस करता था और उसके वीडियो अपने सोशल अकाउंट पर शेयर करता था। लेकिन, एक दिन एक रील्स पर ऐसा कमेंट आया जिसने अंजलि के मन में ज़हर घोल दिया।
एक कमेंट जिसने बदल दी अंजलि की सोच
उस रील पर किसी यूजर ने लिखा था—“भाभी जी भैया के साथ जोड़ी जमी नहीं, आप तो अकेले ही स्टार हैं।” बस, यही कमेंट अंजलि के भीतर ईर्ष्या और आत्ममुग्धता का जाल बुन गया। उसे लगने लगा कि राहुल उसके लिए बोझ है, और उसके साथ रहने से उसकी सोशल मीडिया पर इमेज खराब हो जाएगी। इसके बाद अंजलि ने राहुल के साथ वीडियो बनाना कम कर दिया और खुद पर केंद्रित रील्स अपलोड करने लगी।
गांव का अजय बना ‘तीसरा व्यक्ति’
इसी दौरान अंजलि की मुलाकात गांव के ही एक युवक अजय से हुई। मुलाकात दोस्ती में बदली, और दोस्ती जल्द ही प्रेम संबंध में। जब राहुल घर पर नहीं होता, तो अजय अंजलि से मिलने उसके घर आता था। कभी-कभी दोनों होटल में भी मिलते थे। धीरे-धीरे यह संबंध गहराते गए, लेकिन एक दिन राहुल ने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। यह दृश्य राहुल के लिए असहनीय था। उसने उसी वक्त अजय को घर से भगा दिया और अंजलि से जमकर झगड़ा किया।
पति की नाराज़गी से बौखलाई अंजलि
राहुल ने अंजलि को कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि अगर उसने यह रिश्ता खत्म नहीं किया तो वह पुलिस में शिकायत करेगा। लेकिन अंजलि अब राहुल से नफरत करने लगी थी। उसने अपने प्रेमी अजय से कहा कि अगर हमें साथ रहना है तो राहुल को रास्ते से हटाना ही होगा। इसी के बाद दोनों ने मिलकर हत्या की पूरी योजना बनाई।
हत्या की प्लानिंग और ‘फाइनल नाइट’
एक नवंबर की रात अजय ने राहुल को बहाने से घर से बाहर बुलाया। दोनों के बीच झगड़ा हुआ। इसी बीच राहुल के मोबाइल पर कॉल आया और वह फोन पर बात करने लगा। अजय ने मौका देखते ही 315 बोर के तमंचे से पहली गोली दाग दी। गोली लगते ही राहुल भागा तो अजय ने पीछे से दूसरी गोली मारी। तीसरी गोली सीधे उसके सीने में दाग दी, जिससे राहुल की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद अजय ने अंजलि को फोन करके बताया कि “काम हो गया।”
पिता का दर्द और घर में पसरा मातम
राहुल के पिता टेकचंद का कहना है कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनकी बहू ऐसा कदम उठा सकती है। राहुल उनका इकलौता बेटा था। उसके तीन छोटे-छोटे बेटे हैं — वंश, लक्की और लवी। परिवार आर्थिक रूप से सक्षम था। राहुल के पास ट्रैक्टर, 6 बीघा ज़मीन और अपनी कार थी। सबकुछ होते हुए भी अंजलि ने सोशल मीडिया की आभासी दुनिया में खोकर अपना घर उजाड़ लिया।
पुलिस की तकनीकी जांच ने खोला राज़
एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि पुलिस ने मृतक राहुल की पत्नी के फोन नंबर को सर्विलांस पर लिया। कॉल डिटेल्स और लोकेशन ट्रैकिंग से पता चला कि हत्या वाली रात अंजलि और अजय लगातार संपर्क में थे। पुलिस ने नीमका नहर पुल के पास से अजय को गिरफ्तार किया, जबकि अंजलि को उसके मायके से दबोच लिया गया। पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल लिया।
तमंचा, कारतूस और साजिश के सबूत
पुलिस ने अजय के पास से हत्या में इस्तेमाल 315 बोर का तमंचा और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए। अंजलि और अजय दोनों को जेल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि यह मामला दिखने में भले ही साधारण वैवाहिक विवाद लगे, लेकिन इसकी जड़ में सोशल मीडिया की虚 दुनिया का असर था, जिसने एक रिश्ते को तबाह कर दिया।
सोशल मीडिया और मानसिकता पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ‘लाइक्स’ और ‘कमेंट्स’ की होड़ में लोग यह भूल जाते हैं कि वर्चुअल दुनिया का ग्लैमर वास्तविक जीवन की स्थिरता को निगल सकता है। अंजलि जैसी महिलाएं, जो वर्चुअल प्रशंसा की आदी हो चुकी थीं, अपनी तुलना अपने ही पति से करने लगीं। यही तुलना धीरे-धीरे घृणा में बदल गई और अंततः एक मासूम की जान ले गई।
गांव में फैला सन्नाटा, तीन बच्चों का भविष्य अधर में
राहुल की मौत के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई। लोग कहते हैं कि अंजलि की मुस्कान के पीछे कभी किसी ने इतना अंधेरा नहीं देखा था। तीनों छोटे बच्चे अब दादा-दादी के साथ हैं। घर में मातम पसरा है। गांव की महिलाएं कहती हैं कि सोशल मीडिया की चकाचौंध में जो महिलाएं खुद को ‘स्टार’ समझने लगती हैं, वे अपने परिवारों के लिए विनाश का कारण बन जाती हैं।
पुलिस की कार्रवाई और आगे की जांच
एसएसपी मेरठ ने कहा कि दोनों आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट तैयार की जा रही है। अजय का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। यह भी जांच की जा रही है कि क्या किसी और ने इस हत्या में अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया था।


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