कानपुर की ‘अम्मा’ का गुस्सा फूटा! महापौर प्रमिला पांडेय ने छेनी-हथौड़ी से खुद खोदी सड़क, पीडब्ल्यूडी के घटिया काम की खोली पोल


कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने सड़क की घटिया मरम्मत पर नाराजगी जताई, खुद छेनी-हथौड़ी से सड़क तोड़कर जांच की


घटिया सड़क निर्माण पर ‘अम्मा’ का गुस्सा फूटा

कानपुर की महापौर प्रमिला पांडेय एक बार फिर अपने बेबाक और जनता के बीच जाकर काम करने वाले अंदाज के लिए सुर्खियों में हैं. शहर में सड़क निर्माण की लापरवाही देखकर उन्होंने जो किया, वह हर किसी को हैरान कर गया. उन्होंने छेनी-हथौड़ी उठाई और खुद सड़क की मरम्मत की गुणवत्ता जांचने निकल पड़ीं.

मामला कानपुर के भन्नानापुरवा इलाके का है, जहां संगीत टॉकीज के पास दो दिन पहले पीडब्ल्यूडी द्वारा सड़क का पैचवर्क किया गया था. यह पैचवर्क महज 1 सेंटीमीटर मोटा था, जबकि मानक के अनुसार सड़क की मोटाई कम से कम 1 इंच होनी चाहिए. जैसे ही स्थानीय लोगों ने महापौर को सड़क उखड़ने की शिकायत दी, वे तुरंत मौके पर पहुंचीं.

जनता ने रोका, फिर महापौर पहुंचीं मौके पर

स्थानीय लोगों ने बताया कि नई बनी सड़क कुछ ही घंटों में उखड़ने लगी है. महापौर ने जब खुद सड़क का निरीक्षण किया तो उनके होश उड़ गए. उन्होंने मौके से ही पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को बुलाया और सड़क की परत पर छेनी-हथौड़ी से खुदाई शुरू कर दी. सड़क की परत उठते ही सबके सामने घटिया सामग्री और काम की सच्चाई आ गई.

प्रमिला पांडेय ने कहा कि विभाग की लापरवाही से जनता परेशान है और सरकार की छवि भी खराब हो रही है. उन्होंने कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई से बनी सड़कों का हाल यह है कि दो दिन में ही धूल उड़ने लगती है. यह सीधे भ्रष्टाचार और गैर-जिम्मेदारी का उदाहरण है.

मुख्यमंत्री योगी तक पहुंचेगी रिपोर्ट

महापौर ने मौके से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मामले की शिकायत करने की बात कही. उन्होंने कहा कि जिस विभाग पर शहर की सड़कों की जिम्मेदारी है, वही विभाग भ्रष्टाचार में डूबा है. प्रमिला पांडेय ने चेतावनी दी कि अगर सड़क निर्माण में लापरवाही पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने कहा कि मैं इस सड़क की जांच आईआईटी कानपुर से भी करवाऊंगी ताकि यह साबित हो सके कि निर्माण में किस तरह की घटिया सामग्री का उपयोग किया गया. महापौर ने कहा कि कानपुर की जनता ने उन्हें सेवा के लिए चुना है और वह किसी भी कीमत पर जनता के पैसे की बर्बादी बर्दाश्त नहीं करेंगी.

सड़क की गुणवत्ता की पोल खुली

जब महापौर ने सड़क की खुदाई शुरू की तो यह देखकर सभी हैरान रह गए कि सड़क की परत मुश्किल से 1 सेंटीमीटर मोटी थी. यानी कि यह काम मानकों के विपरीत हुआ था. सड़क पर बजरी ढीली पड़ी थी और तारकोल का नामोनिशान नहीं था. यह देखकर प्रमिला पांडेय ने लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता को मौके पर ही फटकार लगाई.

उन्होंने कहा कि कानपुर जैसे बड़े शहर में अगर सड़कें दो दिन में उखड़ने लगें तो यह जनता के साथ धोखा है. उन्होंने मौके से ही विभाग के उच्च अधिकारियों को फोन किया और तत्काल जांच के आदेश दिए.

‘कानपुर की अम्मा’ का स्टाइल सोशल मीडिया पर वायरल

प्रमिला पांडेय को कानपुर में लोग प्यार से ‘अम्मा’ कहते हैं. उनका यह अंदाज सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वीडियो में देखा जा सकता है कि मेयर खुद सड़क पर झुककर हथौड़ी चला रही हैं और सड़क की परत तोड़कर गुणवत्ता जांच रही हैं. उनके इस कदम की तारीफ आम जनता कर रही है, लेकिन विभाग के अफसरों के माथे पर पसीना है.

लोगों ने सोशल मीडिया पर कहा कि अगर हर नेता इस तरह काम करे तो भ्रष्टाचार अपने आप खत्म हो जाएगा. वहीं, कुछ लोगों ने टिप्पणी की कि “कानपुर की अम्मा ने कर दिखाया, अफसरों की नींद उड़ गई.”

नारामऊ से रामादेवी तक जांच की तैयारी

महापौर ने यह भी बताया कि नारामऊ से लेकर रामादेवी तक की सड़कें भी इसी तरह खराब हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वह खुद मौके पर जाकर इन सड़कों का निरीक्षण करेंगी और जनता की शिकायतें सीधे सुनेंगी.

उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग का काम जनता के हित में होना चाहिए, लेकिन यहां अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से सड़कें कुछ ही दिनों में जर्जर हो जाती हैं. यह जनता के साथ अन्याय है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई

महापौर प्रमिला पांडेय ने साफ कहा कि सड़क निर्माण में जो भी अधिकारी या ठेकेदार दोषी पाए जाएंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि घटिया काम करने वाले ठेकेदारों के लाइसेंस रद्द किए जाएंगे और विभागीय जांच कराई जाएगी.

उन्होंने कहा कि कानपुर में अब सड़क निर्माण का हर काम ड्रोन सर्वे और गुणवत्ता जांच के बाद ही स्वीकृत किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों की मदद से सड़कों की गुणवत्ता की स्वतंत्र जांच कराई जाएगी ताकि पारदर्शिता बनी रहे.

जनता के बीच ‘अम्मा’ की बढ़ी लोकप्रियता

महापौर प्रमिला पांडेय के इस कदम ने उन्हें जनता के और करीब ला दिया है. आम लोग कह रहे हैं कि ऐसा नेता ही जनता की सच्ची आवाज होता है. भीषण गर्मी में सड़क पर हथौड़ी चलाने वाली यह तस्वीर यह साबित करती है कि जब सिस्टम लापरवाह हो जाए, तो जनता के प्रतिनिधि को खुद मैदान में उतरना पड़ता है.

प्रमिला पांडेय इससे पहले भी कई बार इसी तरह के बेबाक कदमों से चर्चा में रह चुकी हैं. चाहे नगर निगम के कर्मचारियों की लापरवाही हो या सफाई व्यवस्था की समस्या, उन्होंने हमेशा खुद मौके पर जाकर स्थिति संभाली है.

निर्माण माफियाओं पर सख्त नजर

महापौर ने स्पष्ट किया कि कानपुर में अब सड़क निर्माण या मरम्मत में किसी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि निर्माण माफियाओं और विभागीय मिलीभगत को खत्म करने के लिए सख्त कार्रवाई की जाएगी. प्रमिला पांडेय ने जनता से भी अपील की कि अगर कहीं घटिया निर्माण दिखे तो सीधे उनसे संपर्क करें.

उन्होंने कहा कि “जनता की शिकायत मेरी प्राथमिकता है. मैं जनता के पैसे से बने हर काम का हिसाब लूंगी.”



जनता की उम्मीदों पर खरी उतरती ‘अम्मा’

कानपुर की जनता का कहना है कि मेयर प्रमिला पांडेय ने फिर से यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ कुर्सी पर बैठने वाली नेता नहीं हैं, बल्कि जमीन पर उतरकर जनता की आवाज उठाने वाली ‘अम्मा’ हैं. उनका यह जज्बा और सख्त रवैया आने वाले समय में शहर की अन्य एजेंसियों और विभागों के लिए भी संदेश है कि अब लापरवाही नहीं चलेगी.

महापौर का यह कदम न सिर्फ कानपुर बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लिए एक उदाहरण है कि जब जनता का प्रतिनिधि खुद जिम्मेदारी ले, तो शहर की सूरत बदल सकती है.

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