दिल्ली ब्लास्ट के बाद धीरेंद्र शास्त्री की सुरक्षा बढ़ाई गई, सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में अब पुलिस की दो और कंपनियां तैनात
दिल्ली ब्लास्ट के बाद बढ़ाई गई धीरेंद्र शास्त्री की सुरक्षा
दिल्ली में हुए हालिया ब्लास्ट के बाद बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है। उनकी ‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0’ इन दिनों दिल्ली से शुरू होकर वृंदावन की ओर अग्रसर है। दिल्ली के लालकिला इलाके में हुए धमाके ने पूरे उत्तर भारत के सुरक्षा तंत्र को झकझोर दिया। इस घटना में नौ लोगों की मौत और कई के घायल होने के बाद से दिल्ली और हरियाणा पुलिस दोनों अलर्ट पर हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए धीरेंद्र शास्त्री की सुरक्षा में दो अतिरिक्त पुलिस कंपनियों की तैनाती की गई है।
तीन से बढ़कर पांच कंपनियों की सुरक्षा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, पहले बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सुरक्षा में हरियाणा पुलिस की तीन कंपनियां तैनात थीं। लेकिन धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उनकी सुरक्षा स्तर को Z+ श्रेणी के करीब पहुंचा दिया है। अब दो और कंपनियां तैनात की गई हैं, जिनमें हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस के विशेष कमांडो भी शामिल हैं। यात्रा के मार्ग पर आने वाले हर जिले में सुरक्षा घेरा मजबूत किया जा रहा है।
दिल्ली से शुरू होकर वृंदावन की ओर बढ़ रही पदयात्रा
‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0’ की शुरुआत 7 नवंबर को दिल्ली से हुई थी। इस यात्रा का उद्देश्य हिंदू समाज में एकता और धर्म संरक्षण का संदेश देना है। बाबा धीरेंद्र शास्त्री के नेतृत्व में चल रही यह पदयात्रा 16 नवंबर को वृंदावन पहुंचकर समाप्त होगी। इस यात्रा में हजारों श्रद्धालु भगवा ध्वज लेकर नारे लगाते हुए और भजन-कीर्तन गाते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
पलवल में हुआ हादसा, दुकान का छज्जा गिरा
सोमवार रात यात्रा जब हरियाणा के पलवल पहुंची, तो बाबा की एक झलक पाने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने घरों और दुकानों की छतों पर चढ़कर दर्शन करने की कोशिश की। इसी दौरान एक दुकान का छज्जा अचानक गिर गया, जिस पर कई लोग खड़े थे। हादसे में कई लोग घायल हुए। घायलों को तुरंत स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि बाबा ने स्वयं घायलों की कुशलक्षेम पूछी।
श्रद्धालुओं का सैलाब, हर राज्य से आ रहे भक्त
पलवल के सीनियर सेकेंडरी स्कूल परिसर में यात्रा में शामिल हजारों लोगों के ठहरने का इंतजाम किया गया। बताया जा रहा है कि इस पदयात्रा में लगभग 30 हजार से अधिक श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा और महाराष्ट्र से श्रद्धालु इस यात्रा का हिस्सा बने हुए हैं। ढोल-नगाड़ों और जय श्रीराम के नारों के बीच पदयात्रा के दृश्य किसी धार्मिक उत्सव से कम नहीं हैं।
मेवाड़ राजघराने के लक्ष्यराज सिंह भी हुए शामिल
इस पदयात्रा की भव्यता का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि इसमें देश के नामी लोग भी शामिल हो रहे हैं। राजस्थान के मेवाड़ राजघराने के युवा सदस्य लक्ष्यराज सिंह ने फरीदाबाद में यात्रा में शामिल होकर बाबा के साथ कुछ दूरी तक पैदल चलकर श्रद्धा व्यक्त की। उनके शामिल होने से यात्रा में उत्साह का माहौल और बढ़ गया।
भक्तों का भावनात्मक जुड़ाव
यात्रा के दौरान कई श्रद्धालुओं ने बाबा के चरणों में गिरकर आशीर्वाद लिया। बाबा ने सभी को प्रेम और धैर्य का संदेश देते हुए अपने साथ चलने के लिए कहा। कई दृश्य भावुक कर देने वाले थे, जब भक्त बाबा के गले लगकर रो पड़े और उन्होंने उन्हें शांत कराया।
महिलाओं की सक्रिय भागीदारी
इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं। वे भगवा वस्त्र धारण किए हुए हैं और हाथों में भगवा ध्वज लिए हर कदम पर नारे लगा रही हैं। एक महिला कलाकार ने तो हनुमानजी का रूप धारण करके यात्रा में भाग लिया, जिसने लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज भी जुड़े
रविवार को इस यात्रा में प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज ने भी सहभागिता की। उन्होंने यात्रा के दौरान बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह यात्रा भारत में सनातन संस्कृति की एकजुटता का प्रतीक है।
श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था
यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं के लिए भोजन और विश्राम की व्यवस्था कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज की ओर से की जा रही है। बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सहयोग हिंदू एकता की मिसाल है।
यात्रा का सामाजिक और धार्मिक महत्व
‘सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 2.0’ का उद्देश्य केवल धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि सामाजिक एकता को सशक्त बनाना है। यात्रा के माध्यम से बाबा शास्त्री हिंदू समाज को विभाजन की राजनीति से ऊपर उठकर एकजुट रहने का संदेश दे रहे हैं।
सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी
दिल्ली धमाके के बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB), दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और हरियाणा पुलिस ने संयुक्त रूप से सुरक्षा प्लान तैयार किया है। यात्रा मार्ग पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं और ड्रोन से निगरानी की जा रही है। हर पड़ाव पर पुलिस की तैनाती की गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
वृंदावन में होगा समापन
यह पदयात्रा 16 नवंबर को वृंदावन पहुंचकर समाप्त होगी, जहां भव्य भजन-संध्या और रामकथा का आयोजन होगा। बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि यह यात्रा भारत की आत्मा को जगाने और सनातन धर्म के गौरव को पुनः स्थापित करने का प्रयास है।


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