जौनपुर: पिता और दो बेटे निकले नशे के सौदागर, एमडीएमए लैब से रंगेहाथ गिरफ्तार



जौनपुर के पाली गांव में एमडीएमए फैक्ट्री चलाते पिता-पुत्र रंगेहाथ गिरफ्तार, 1 करोड़ का नशा, कार और नकदी बरामद।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट


जौनपुर के पाली गांव में हड़कंप: नशे की लैब से पिता और दो बेटे गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। जिले के बरसठी थाना क्षेत्र के पाली गांव में सोमवार की रात पुलिस ने एक ऐसे अंतरप्रांतीय नशा तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया, जिसमें शामिल तीनों आरोपी न केवल आपस में रिश्तेदार हैं, बल्कि एक ही परिवार के सदस्य—पिता और उनके दो बेटे—निकले। ये लोग अपने ही घर में एक गुप्त लैब चलाकर एमडीएमए जैसे जानलेवा नशीले पदार्थ की तस्करी कर रहे थे।

एसपी के निर्देश पर एक्शन: संयुक्त पुलिस टीम की छापेमारी

पुलिस अधीक्षक डॉ. कौशतुभ के निर्देश पर चल रहे विशेष अभियान के अंतर्गत बरसठी थाना पुलिस, स्वाट टीम, एसओजी और गामा टीम की संयुक्त छापेमारी में यह सफलता मिली। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आतिश कुमार सिंह के नेतृत्व और मड़ियाहूं क्षेत्राधिकारी गिरीन्द्र कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में यह ऑपरेशन संचालित किया गया।

टीम ने जैसे ही ग्राम पाली में संदिग्ध घर पर दबिश दी, उस समय घर के भीतर नशे का निर्माण कार्य चल रहा था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को रंगेहाथ मौके से पकड़ लिया।

पकड़े गए आरोपी: पूरा परिवार बना था ड्रग नेटवर्क का मास्टरमाइंड

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान संतोष तिवारी और उनके दो बेटे—अभीत तिवारी व अंकित तिवारी—के रूप में हुई है। ये सभी पाली गांव के निवासी हैं और वर्षों से इस अवैध धंधे को संचालित कर रहे थे। खास बात यह रही कि मुख्य आरोपी अभीत तिवारी इससे पहले भी एमडीएमए तस्करी के एक मामले में गुड़गांव जेल जा चुका है।

घर बना था मिनी फैक्ट्री: जब्त हुआ करोड़ों का माल

पुलिस ने जब घर की तलाशी ली तो वहां एक मिनी ड्रग फैक्ट्री जैसा माहौल मिला। जब्त की गई सामग्रियों में शामिल हैं:

  • 300 ग्राम तैयार एमडीएमए
  • एक किलो लोवा पाउडर
  • डेढ़ किलो कास्टिक सोडा
  • छह किलो ब्लैक पेपर
  • 500 ग्राम पैकिंग रैपर सामग्री
  • एक इलेक्ट्रॉनिक तराजू
  • एक स्विफ्ट डिजायर कार (UP50 RW 9880)
  • ₹1.10 लाख नकद

इन सबकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये आंकी गई है।

केमिकल इंजीनियर रिश्तेदार की सलाह पर रची गई साजिश

पूछताछ में अभीत तिवारी ने कबूल किया कि उसे एमडीएमए बनाने की पूरी विधि उसके रिश्तेदार संदीप तिवारी ने बताई थी, जो पेशे से केमिकल इंजीनियर है। संदीप तिवारी ने ही नशे की इस खतरनाक प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया था और इसके बाद पूरा परिवार इस अवैध धंधे में शामिल हो गया।

नशा सप्लाई नेटवर्क: मुंबई, हरियाणा और जौनपुर तक फैला था जाल

पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया कि ये ड्रग्स मुख्यतः मुंबई, हरियाणा और जौनपुर जैसे स्थानों में सप्लाई किए जाते थे। पहले से ही नशे के कारोबार में संलिप्त अभीत तिवारी ने पूरे नेटवर्क का खाका खड़ा कर रखा था। यह गिरोह न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि अंतरराज्यीय नेटवर्क का संचालन कर रहा था।

एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज

तीनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस (NDPS) एक्ट की धारा 8/22 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है और यह भी संभावना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं इस गिरोह का संबंध किसी बड़े माफिया सिंडिकेट से तो नहीं है।

गांव में मचा हड़कंप: लोग बोले- शक नहीं था कि ऐसा कुछ हो रहा है

गांव पाली के लोगों में इस घटना के बाद से हड़कंप है। गांववालों का कहना है कि संतोष तिवारी और उसके बेटों के ऊपर कभी किसी को शक नहीं हुआ कि वे इतने बड़े नशे के कारोबार में लिप्त हैं। वे सामान्य किसान परिवार की तरह रहते थे, लेकिन अंदरखाने इतनी बड़ी अवैध फैक्ट्री चला रहे थे—यह जानकर हर कोई दंग रह गया।

पुलिस की सतर्कता और तैयारी रंग लाई

यह कार्रवाई पुलिस के खुफिया तंत्र की सफलता को दर्शाती है। गुप्त सूचना मिलने के बाद जिस तरह से संयुक्त टीम ने ठोस रणनीति के साथ छापेमारी की और अपराधियों को रंगेहाथ पकड़ लिया, वह पुलिस की मुस्तैदी को दर्शाता है। इस ऑपरेशन में आधुनिक उपकरणों और गुप्त निगरानी तकनीकों का भी इस्तेमाल किया गया।

जिले में ड्रग नेटवर्क की मौजूदगी पर सवाल

यह मामला इस बात का भी संकेत है कि जिले में नशे का कारोबार धीरे-धीरे पांव पसार रहा है और इसके लिए अब फैमिली यूनिट तक सक्रिय हो गई हैं। यह न सिर्फ कानून व्यवस्था के लिए चुनौती है बल्कि युवाओं के भविष्य के लिए भी बड़ा खतरा है। प्रशासन और समाज दोनों को मिलकर ऐसे मामलों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाना होगा।

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