कासगंज के सोरो में कार हटाने को लेकर दो समुदायों में बवाल, पथराव-फायरिंग, घायल रियाज़ की हालत गंभीर, एसपी अंकिता शर्मा मौके पर
कासगंज में हिंसक झड़प: मामूली विवाद बना साम्प्रदायिक तनाव का कारण
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के सोरों कस्बे में गुरुवार देर शाम एक मामूली विवाद ने बड़ा रूप ले लिया. कार हटाने को लेकर शुरू हुआ झगड़ा देखते ही देखते दो समुदायों के बीच हिंसक भिड़ंत में बदल गया. सड़क किनारे खड़ी एक कार को लेकर हुए इस विवाद ने पथराव और फायरिंग का रूप ले लिया, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई. पुलिस को तुरंत मौके पर पहुंचना पड़ा और हालात को काबू में लेने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा.
विवाद की शुरुआत: कार हटाने पर हुई कहासुनी ने लिया खतरनाक मोड़
घटना सोरों कस्बे के मुख्य मार्ग की है, जहां मुस्लिम समुदाय के रियाज़ अहमद की कार खड़ी थी. उसी रास्ते से गुजर रहे बघेल समाज के एक युवक ने कार को रास्ते में रुकावट बताते हुए हटाने को कहा. इस बात पर दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई. देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि बघेल समाज के युवक ने गुस्से में कार पर लात मार दी. यह हरकत वहां मौजूद लोगों को नागवार गुज़री और मामला हाथापाई तक पहुंच गया.
थाने तक पहुंची शिकायत, फिर रास्ते में हमला
विवाद बढ़ने पर मुस्लिम समाज के लोग शांतिपूर्ण तरीके से थाने पहुंचे और पुलिस को पूरी घटना की लिखित तहरीर दी. पुलिस ने आश्वासन दिया कि मामले की जांच की जाएगी. लेकिन जब रियाज़ और उसके साथी शिकायत दर्ज कर लौट रहे थे, तभी रास्ते में बघेल समाज के कुछ लोग पहले से मौजूद थे. उन्होंने रियाज़ और उसके साथियों को घेर लिया और उन पर हमला कर दिया.
पथराव और फायरिंग से दहला कस्बा
देखते ही देखते दोनों पक्षों के लोग एक-दूसरे पर टूट पड़े. पथराव शुरू हो गया और कुछ लोगों ने फायरिंग भी कर दी. चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई. लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं और घरों के दरवाजे बंद कर लिए. कस्बे का माहौल तनावपूर्ण हो गया. फायरिंग में रियाज़ अहमद गंभीर रूप से घायल हो गया. गोली उसके पेट में लगी बताई जा रही है.
घायल रियाज़ की हालत नाज़ुक, अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर
घटना के बाद घायल रियाज़ अहमद को तुरंत सोरों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया. लेकिन वहां भी स्थिति गंभीर बनी रही, जिसके चलते चिकित्सकों ने उसे अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेज दिया. डॉक्टरों ने बताया कि गोली पेट के आर-पार चली गई है और ऑपरेशन की तैयारी की जा रही है.
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, भारी फोर्स तैनात
घटना की सूचना मिलते ही सोरों थाना पुलिस और आसपास के थानों से पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. एसपी कासगंज अंकिता शर्मा ने भी तुरंत मौके का रुख किया. उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और दोनों समुदायों के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की.
एसपी ने बताया कि “मामला पूरी गंभीरता से लिया गया है. दोनों पक्षों से छह लोगों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है. कुछ हथियार भी बरामद किए गए हैं. इलाके में शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.”
स्थानीय लोगों का आरोप: पुलिस की लापरवाही से बढ़ा बवाल
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर पुलिस ने पहली शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की होती तो स्थिति इतनी नहीं बिगड़ती. लोगों ने बताया कि दोनों समुदायों में पहले से तनाव की स्थिति बनी हुई थी और ऐसे में इलाके में अतिरिक्त सतर्कता की जरूरत थी. लोगों का आरोप है कि पुलिस की देरी ने हिंसा को हवा दी.
अधिकारियों की सक्रियता, हालात सामान्य करने की कोशिश
एसपी अंकिता शर्मा ने जिला अस्पताल पहुंचकर घायल रियाज़ का हाल जाना और डॉक्टरों को हर संभव इलाज के निर्देश दिए. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को भी सख्त निर्देश दिए कि किसी भी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर तुरंत कार्रवाई की जाए. पुलिस लगातार सोशल मीडिया की निगरानी कर रही है ताकि किसी भी प्रकार की भ्रामक जानकारी न फैले.
धार्मिक सौहार्द बनाए रखने की अपील
कासगंज प्रशासन और स्थानीय बुद्धिजीवियों ने दोनों समुदायों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है. जिले के धर्मगुरुओं ने भी कहा है कि छोटी बातों को लेकर साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ना समाज के हित में नहीं है. प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और पुलिस को सहयोग करने की अपील की है.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, पुलिस ने की पुष्टि
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों पक्षों के बीच पथराव और गोली चलने की आवाजें सुनाई दे रही हैं. पुलिस ने बताया कि वीडियो की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हिंसा भड़काने में किन लोगों की भूमिका रही. पुलिस साइबर टीम को सक्रिय कर चुकी है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी चल रही है.
पुलिस ने की सर्च ऑपरेशन की शुरुआत
रात भर पुलिस ने कस्बे के कई इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया. संदिग्ध घरों की तलाशी ली गई और कई जगहों पर हथियार भी बरामद किए गए. फिलहाल 6 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. एसपी ने कहा कि “कानून हाथ में लेने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.”
स्थिति नियंत्रण में, लेकिन माहौल अब भी तनावपूर्ण
पुलिस और प्रशासन के प्रयासों से हालात फिलहाल नियंत्रण में हैं, लेकिन लोगों में डर और तनाव का माहौल बना हुआ है. दुकानों और बाजारों में सन्नाटा पसरा है. प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें.
छोटी चिंगारी ने भड़का दिया बड़ा बवाल
कासगंज का यह मामला एक बार फिर दिखाता है कि समाज में आपसी समझ और संयम कितना जरूरी है. कार हटाने जैसी मामूली बात ने दो समुदायों को आमने-सामने ला खड़ा किया. अगर प्रारंभिक स्तर पर प्रशासन सतर्क रहता और लोग आपसी बातचीत से मामले को सुलझाते, तो फायरिंग और पथराव की नौबत नहीं आती. फिलहाल पुलिस की जांच जारी है और पूरे कस्बे में शांति व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश की जा रही है.


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