पुरानी रंजिश ने छीनी जान! दुश्मन को देखा तो खो बैठा आपा, कैंची से गोदकर उतार दिया मौत के घाट


इंदौर में पुरानी रंजिश को लेकर युवक की हत्या, आरोपी ने कैंची से ताबड़तोड़ वार कर मौत के घाट उतारा, CCTV खंगाल रही पुलिस।


बड़ी गणपति के पास हुआ खूनी खेल: दोस्ती की दुश्मनी में बदली कहानी

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर का मल्हारगंज थाना क्षेत्र रविवार रात उस वक्त दहल उठा, जब इलाके में स्थित एक मंदिर के केयरटेकर राहुल उर्फ अंकित राठौर की नृशंस हत्या कर दी गई। आरोप है कि दो स्थानीय युवकों लालू गुरु और राजू पंडित ने पुरानी रंजिश के चलते उस पर कैंची से ताबड़तोड़ हमला किया और उसे मौत के घाट उतार दिया। चौंकाने वाली बात यह रही कि हत्या की वारदात इतने सनकी अंदाज़ में अंजाम दी गई कि यह साफ जाहिर होता है कि हमलावरों ने पहले से कोई हथियार नहीं रखा था—जैसे ही मौका मिला, पास में पड़ी कैंची को ही हथियार बना लिया और गुस्से में बेकाबू होकर युवक पर वार कर दिए।

मंदिर का केयरटेकर बना खून की होली का शिकार

राहुल राठौर, जिसे स्थानीय लोग अंकित के नाम से भी जानते थे, एक धार्मिक प्रवृत्ति का युवक था और बड़े गणपति मंदिर में केयरटेकर के रूप में काम करता था। उसके व्यवहार को लेकर इलाके में अच्छी छवि मानी जाती थी, लेकिन हालिया दिनों में कुछ आपसी झगड़ों और बहसबाजी की घटनाएं सामने आई थीं, जिसमें खासकर लालू गुरु और राजू पंडित का नाम जोड़ा जा रहा था। राहुल का अपने इन दो साथियों से विवाद कई बार सार्वजनिक रूप से हुआ था, जो अब खून-खराबे में तब्दील हो गया।

पुरानी दुश्मनी ने ली जान, कहासुनी से खून तक का सफर

रविवार रात की शुरुआत एक साधारण सी बहस से हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, राहुल की मुलाकात एक बार फिर से लालू और राजू से हो गई थी। बात-बात में बहस बढ़ी और गुस्से में लालू ने आसपास देखा कि कुछ हाथ आए। चूंकि कोई हथियार पास नहीं था, तो उसने झपटकर कैंची उठा ली और बिना सोचे-समझे राहुल पर ताबड़तोड़ वार करने शुरू कर दिए। राजू ने उसका साथ दिया। राहुल चिल्लाता रहा, लेकिन दोनों आरोपियों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा था। कुछ ही पलों में खून से लथपथ राहुल ज़मीन पर गिर पड़ा।

अस्पताल पहुंचते ही तोड़ा दम, पुलिस पर बढ़ा दबाव

हमले के बाद स्थानीय लोगों ने गंभीर रूप से घायल राहुल को तत्काल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद मल्हारगंज इलाके में सनसनी फैल गई। स्थानीय नागरिकों की भीड़ जमा हो गई और पुलिस पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने का दबाव बना। घटनास्थल से पुलिस ने खून से सनी मिट्टी, कपड़े, और कैंची बरामद कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं।

आरोपी फरार, CCTV फुटेज से तलाश में जुटी पुलिस

पुलिस की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि मुख्य आरोपी लालू गुरु छत्रीपुरा थाना क्षेत्र का निवासी है, जबकि राजू पंडित मल्हारगंज इलाके से ही है। दोनों घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए। पुलिस ने चारों ओर नाकेबंदी कर दी है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। थाना मल्हारगंज पुलिस, क्राइम ब्रांच और साइबर सेल की टीमें संयुक्त रूप से आरोपियों की तलाश में जुट गई हैं।

इलाके में दहशत, लोगों में सुरक्षा को लेकर गुस्सा

इस सनसनीखेज हत्या की खबर फैलते ही पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि सार्वजनिक स्थलों पर इस तरह खुलेआम हत्या कर देना कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल है। साथ ही मांग की जा रही है कि मंदिर जैसे सार्वजनिक स्थानों में CCTV कैमरे और सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएं, ताकि किसी भी विवाद की स्थिति में तत्काल हस्तक्षेप किया जा सके।

मृतक के परिवार की पीड़ा और न्याय की पुकार

राहुल के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। माता-पिता और भाई-बहन सदमे में हैं। उनका कहना है कि राहुल को झगड़े के कई बार धमकियां मिल चुकी थीं लेकिन उसने हमेशा झगड़ा टालने की कोशिश की। परिजनों ने आरोप लगाया है कि यदि पुलिस ने पहले ही इन युवकों पर कड़ी कार्रवाई की होती तो शायद आज राहुल जिंदा होता। परिवार ने प्रशासन से दोषियों की जल्द गिरफ्तारी और कड़ी सजा की मांग की है।

पुलिस की कार्रवाई और शुरुआती निष्कर्ष

पुलिस अधिकारियों ने घटना को गंभीरता से लेते हुए हत्या का मामला दर्ज किया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सघन अभियान शुरू कर दिया गया है। थाना प्रभारी मल्हारगंज ने बताया कि दोनों आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। संभव है कि इनमें से कोई पहले से भी कई वारदातों में शामिल रहा हो। पुलिस के अनुसार यह घटना पूरी तरह से व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम है।

कानून व्यवस्था पर उठे सवाल, राजनीतिक हलचल भी तेज

घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा गर्म हो गई है। विपक्ष ने राज्य सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं। स्थानीय विधायक और पार्षद ने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं सरकार समर्थक गुटों ने इसे व्यक्तिगत रंजिश करार देते हुए प्रशासन का बचाव किया है।

सोशल मीडिया पर भी उबाल, वायरल हो रहा है हत्याकांड

घटना के बाद हत्याकांड का मुद्दा सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लोग वीडियो क्लिप्स, फोटोज और मृतक के पुराने पोस्ट्स साझा कर रहे हैं। कई यूजर्स ने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा देने की मांग की है। साथ ही लोग यह भी लिख रहे हैं कि “अगर ऐसे हत्यारे खुले घूमते रहे तो आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेगा?”

न्याय की मांग और उम्मीद

राहुल राठौर की हत्या सिर्फ एक व्यक्ति की जान नहीं ले गई, बल्कि समाज में सुरक्षा और विश्वास की भावना को भी गहरा झटका दिया है। पुलिस पर अब इस केस को जल्द सुलझाने और दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने का दबाव है। एक साधारण युवक की असामयिक मौत ने इंदौर शहर में अपराधियों के हौसले और कानून व्यवस्था की हकीकत पर बड़ा प्रश्नचिह्न लगा दिया है।

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