गाजियाबाद में चलती बाइक और कार से पटाखे फोड़ते युवकों का वीडियो वायरल, सड़कों पर हंगामा और जान जोखिम में.
गाजियाबाद की सड़कों पर मचा पटाखों का हंगामा
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के मोदीनगर क्षेत्र से दिवाली के बाद एक हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ युवक चलती बाइक और कार पर पटाखे फोड़ते नजर आ रहे हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, और लोग प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. सड़क पर दौड़ते वाहनों से उड़ती चिंगारियों और फूटते पटाखों ने आसपास के लोगों को दहशत में डाल दिया.
वायरल वीडियो ने उड़ाई सुरक्षा व्यवस्था की धज्जियां
वीडियो में साफ दिखाई देता है कि हापुड़ रोड और दिल्ली-मेरठ मार्ग पर कई युवक बिना किसी डर या नियमों की परवाह किए खतरनाक स्टंट करते दिख रहे हैं. कोई बाइक पर खड़ा होकर स्काईशॉट चला रहा है तो कोई कार की खिड़की से बाहर निकलकर रॉकेट छोड़ रहा है. सड़क पर धुएं और धमाकों के बीच लोग अपने वाहनों को रोककर बचने की कोशिश करते दिखे. इस दौरान कई गाड़ियां बाल-बाल दुर्घटना से बचीं.
बिना डर के सड़क पर चल रहा था खतरनाक खेल
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह वीडियो 24 अक्टूबर की रात का बताया जा रहा है जब दिल्ली-मेरठ रोड पर ट्रैफिक भारी था. ऐसे में इन युवकों ने अपनी मनमानी करते हुए पटाखे जलाने शुरू कर दिए. कुछ बाइक सवारों ने बिना हेलमेट के हैंडल छोड़कर स्टंट किए, जबकि पीछे बैठा युवक आतिशबाजी कर रहा था. कई गाड़ियों के शीशे धमाकों से हिलते दिखे.
स्टंटबाजों ने बना दिया सड़कों को पटाखा मैदान
मोदीनगर के हापुड़ रोड पर यह नजारा किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था. सड़कों पर जलते पटाखों का धुआं फैल गया, और आवाज से अफरा-तफरी मच गई. राहगीर और परिवार के साथ जा रहे लोग गाड़ियों को रोकने या साइड करने पर मजबूर हो गए. इस लापरवाही ने न केवल ट्रैफिक को बाधित किया बल्कि कई लोगों की जान खतरे में डाल दी.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, लोग भड़क उठे
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों में गुस्सा फैल गया. कई यूज़र्स ने इसे ‘पब्लिक सेफ्टी के साथ खिलवाड़’ बताया और पुलिस प्रशासन से सवाल किया कि ऐसी घटनाओं को रोका क्यों नहीं जा रहा है. X (Twitter) और Instagram पर इस वीडियो के कई वर्जन सामने आए, जिनमें साफ देखा जा सकता है कि युवकों को हादसे का कोई डर नहीं था.
पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल
फिलहाल पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन स्थानीय सूत्रों के अनुसार, गाजियाबाद पुलिस वायरल वीडियो की लोकेशन और युवकों की पहचान करने में जुटी है. पुलिस साइबर सेल की मदद से नंबर प्लेट ट्रेस कर रही है और आसपास के CCTV फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं.
राहगीरों ने जताई नाराजगी
दिल्ली-मेरठ हाईवे से गुजर रहे कई यात्रियों ने इस घटना को बेहद खतरनाक बताया. उनका कहना था कि अगर किसी वाहन में बच्चे या बुजुर्ग बैठे होते, तो धमाकों की वजह से बड़ा हादसा हो सकता था. कई लोगों ने कहा कि यह ‘हुड़दंग’ नहीं बल्कि ‘पब्लिक रोड टेररिज्म’ जैसा था.
दिवाली पर स्टंट का ट्रेंड बन रहा खतरनाक
हर साल दिवाली के मौके पर गाजियाबाद, मेरठ और नोएडा जैसे इलाकों में स्टंटबाजी और पटाखों का बेतरतीब इस्तेमाल देखा जाता है. लोग सोशल मीडिया पर लाइक और व्यूज़ पाने के लिए इस तरह के वीडियो बनाते हैं, लेकिन इसकी कीमत सड़क सुरक्षा से चुकानी पड़ती है. कई बार ऐसे खतरनाक स्टंट हादसे में बदल जाते हैं.
कानून क्या कहता है?
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 279 के तहत सार्वजनिक मार्ग पर लापरवाही से वाहन चलाना अपराध है. वहीं धारा 336 और 337 के तहत दूसरों की जान खतरे में डालने पर सख्त सजा का प्रावधान है. यातायात नियमों के तहत इस तरह पटाखे चलाने या सड़क पर आतिशबाजी करने पर जुर्माना और जेल दोनों हो सकते हैं.
प्रशासन की तैयारी और जनता की उम्मीद
लोगों का कहना है कि प्रशासन को CCTV कैमरों और सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के जरिए ऐसे वीडियो पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए. इन स्टंटबाजों पर सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें उदाहरण बनाना चाहिए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह का खतरा न मोल ले.
वीडियो में दिखे युवक कौन हैं?
सूत्रों के मुताबिक, वीडियो में दिख रहे युवक स्थानीय निवासी हैं जो दिवाली की रात अपनी बाइक और कारों पर सवार होकर आतिशबाजी करने निकले थे. कुछ ने बुलेट मोटरसाइकिल पर हैंडल छोड़कर स्काईशॉट चलाया जबकि कुछ कार की छत पर चढ़े दिखाई दिए. पुलिस के पास अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं है, लेकिन वायरल फुटेज से उनकी पहचान आसान हो सकती है.
सड़क पर आतंक बनती लापरवाही
ऐसी घटनाएं यह दर्शाती हैं कि सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता की कमी अब भी बनी हुई है. लोग कुछ सेकंड की सनसनी के लिए न केवल अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं बल्कि दूसरों की जिंदगी से भी खेल रहे हैं. यह रुझान युवाओं में ‘सोशल मीडिया फेम’ की होड़ का हिस्सा बन चुका है, जो गंभीर चिंता का विषय है.
गाजियाबाद प्रशासन के लिए चेतावनी
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और ट्रैफिक पुलिस के लिए यह बड़ी चेतावनी है कि दिवाली जैसे त्योहारों पर सुरक्षा इंतज़ाम और सख्ती की जरूरत है. सार्वजनिक स्थलों पर आतिशबाजी और स्टंटबाजी को रोकने के लिए न केवल नियमों की घोषणा बल्कि वास्तविक निगरानी की आवश्यकता है.
गाजियाबाद में दिल्ली-मेरठ रोड पर चलती गाड़ियों से पटाखे फोड़ने की घटना ने सड़क सुरक्षा और जिम्मेदारी के गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. युवाओं की यह हरकत केवल सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए नहीं बल्कि समाज के लिए चेतावनी है. अब यह जरूरी है कि प्रशासन कड़ी कार्रवाई करे ताकि अगली बार कोई सड़क को अपना मंच न बना सके और दूसरों की जान को खतरे में न डाले.


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