पूर्व DGP मुस्तफा के बेटे अकिल अख्तर की संदिग्ध मौत, ओवरडोज की आशंका, सहारनपुर में शव दफनाया गया, जांच में जुटी पुलिस!
पंजाब के पूर्व DGP मोहम्मद मुस्तफा के बेटे की संदिग्ध मौत से सनसनी
पंजाब पुलिस के पूर्व महानिदेशक और चर्चित अफसर मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकिल अख्तर की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने पूरे राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। मोहाली में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। शुरूआती जानकारी में दवा की ओवरडोज को मौत की वजह माना जा रहा है, लेकिन अब तक स्पष्ट कारणों की पुष्टि नहीं हुई है। शव का पोस्टमार्टम कराकर उसे सहारनपुर के पैतृक गांव लाया गया, जहां अंतिम संस्कार (सुपुर्द-ए-खाक) किया गया।
मोहाली में बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में लाया गया गंभीर हालत में
जानकारी के अनुसार, लगभग 33 वर्षीय अकिल अख्तर को चंडीगढ़-पंचकुला क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में बेहद गंभीर अवस्था में लाया गया था। अस्पताल के डॉक्टरों ने तुरंत जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, उन्हें जब अस्पताल लाया गया, तब वह पूरी तरह से बेहोश थे और शरीर में कोई प्रतिक्रिया नहीं थी।
इस पर पुलिस को सूचना दी गई और जांच शुरू की गई। पुलिस ने इसे ‘संदिग्ध मौत’ के रूप में दर्ज किया है। शुरुआती अनुमान दवा या किसी अन्य पदार्थ की ओवरडोज की ओर इशारा कर रहे हैं। हालांकि, वास्तविक कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही हो सकेगा।
पोस्टमार्टम के बाद शव सुपुर्द-ए-खाक के लिए सहारनपुर भेजा गया
अस्पताल में डॉक्टरों की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आवश्यक कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। परिजन शव को लेकर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के चिलकाना क्षेत्र स्थित अपने पैतृक गांव हरड़ा खेड़ी पहुंचे, जहां शाम के समय गांव के कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
गांव में जैसे ही उनके निधन की खबर पहुंची, शोक की लहर दौड़ गई। गांव के लोगों के साथ-साथ आसपास के क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन को पहुंचे। सोशल मीडिया पर भी श्रद्धांजलियों का दौर शुरू हो गया।
परिवार में मातम का माहौल, पत्नी और बच्चों की हालत गमगीन
अकिल अख्तर की मृत्यु से परिवार गहरे सदमे में है। उनकी पत्नी और दो छोटे बच्चे हैं जो इस अप्रत्याशित घटना से पूरी तरह टूट गए हैं। अकिल का पारिवारिक जीवन सामान्य बताया जा रहा है और उनकी सामाजिक छवि भी साफ थी। उनके निधन की खबर से उनकी मां और कांग्रेस नेता रजिया सुल्तान भी स्तब्ध रह गईं। फिलहाल परिवार ने इस बारे में कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है।
मोहम्मद मुस्तफा और रजिया सुल्तान का राजनीतिक और प्रशासनिक कद
अकिल अख्तर के पिता मोहम्मद मुस्तफा 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं और पंजाब पुलिस में कई अहम पदों पर काम करने के बाद डीजीपी पद से सेवानिवृत्त हुए थे। वह पंजाब की कांग्रेस सरकार में काफी प्रभावशाली अधिकारी माने जाते रहे। उनकी पत्नी रजिया सुल्तान पंजाब के मालेरकोटला से विधायक हैं और राज्य सरकार में मंत्री पद पर भी रह चुकी हैं।
मुस्तफा और रजिया सुल्तान का राजनीतिक प्रभाव पंजाब और उत्तर प्रदेश दोनों जगहों पर रहा है, इसलिए अकिल अख्तर की मौत का असर केवल पारिवारिक नहीं बल्कि राजनीतिक क्षेत्रों में भी महसूस किया जा रहा है।
हरड़ा खेड़ी में उमड़ा जनसैलाब, ब्लॉक प्रमुख ताहिर हसन भी रहे मौजूद
हरड़ा खेड़ी गांव में जैसे ही शव पहुंचा, गांववालों में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों को सांत्वना देने के लिए गांव और आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग पहुंचने लगे। मोहम्मद मुस्तफा के छोटे भाई ताहिर हसन, जो इस समय ब्लॉक प्रमुख हैं, वह भतीजे की मौत से बेहद आहत दिखे।
गांव में दिन भर मीडिया की हलचल बनी रही। विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और नेताओं ने गांव पहुंचकर शोक व्यक्त किया और परिवार के दुख में शामिल हुए।
संदिग्ध हालात में मौत: दवा की ओवरडोज या कुछ और?
पुलिस सूत्रों ने मीडिया को बताया कि शुरुआती तौर पर यह आशंका जताई जा रही है कि अकिल अख्तर की मौत किसी दवा या केमिकल की ओवरडोज से हुई है। हालांकि, उनके शरीर पर किसी तरह के चोट या संघर्ष के निशान नहीं पाए गए हैं, जिससे आत्महत्या या हत्या जैसे पहलुओं को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मौत के कारणों की बारीकी से जांच की जा रही है। फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगी कि यह मौत दुर्घटनावश हुई या इसके पीछे कोई गहरा राज़ है।
मेडिकल रिपोर्ट से खुलेंगे राज़
मोहाली पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच ही यह तय करेंगी कि मौत की असली वजह क्या थी। क्या कोई दवा नियमित तौर पर ली जा रही थी, या फिर कोई नशे का पदार्थ लिया गया था — इन सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
डॉक्टरों ने भी संकेत दिए हैं कि उन्हें शरीर में किसी रासायनिक असर की आशंका है। इसी के चलते विष विज्ञान विभाग की रिपोर्ट भी मंगवाई गई है। पुलिस ने परिजनों के बयान भी दर्ज किए हैं।
सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलियों की बाढ़
अकिल अख्तर की मौत की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जैसे ही राजनीतिक और प्रशासनिक वर्ग को उनके निधन की जानकारी मिली, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर श्रद्धांजलियों का सैलाब आ गया।
पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश तक के राजनेताओं, पत्रकारों और अधिकारियों ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और परिवार को सांत्वना दी।
मीडिया की निगाहें और बढ़ती अटकलें
इस घटना को लेकर मीडिया के विभिन्न चैनलों और वेबसाइटों पर लगातार खबरें चल रही हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने इसे आत्महत्या का एंगल भी देना शुरू कर दिया है, जबकि कुछ रिपोर्ट्स ओवरडोज की संभावना पर जोर दे रही हैं। हालांकि, पुलिस ने अब तक किसी भी संभावना की पुष्टि नहीं की है।
इस बीच, सोशल मीडिया पर कुछ वायरल मैसेज और वीडियो भी सामने आ रहे हैं, जिनमें इस मौत के पीछे साजिश की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, पुलिस ने ऐसे वायरल कंटेंट से बचने और किसी भी निष्कर्ष पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पहले न पहुंचने की सलाह दी है।

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