भोपाल में DSP के साले की पुलिस पिटाई से मौत! पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला खौफनाक राज, दो कांस्टेबल सस्पेंड



भोपाल में DSP के साले की पुलिस पिटाई से मौत, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आई चौंकाने वाली सच्चाई, दो कांस्टेबल सस्पेंड।


भोपाल में पुलिस पिटाई से 25 वर्षीय युवक की मौत

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस की बर्बरता का मामला सामने आया है। शुक्रवार रात पिपलानी थाना क्षेत्र में 25 वर्षीय उदित की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। उदित बालाघाट के डीएसपी का साला बताया जा रहा है। परिजनों का आरोप है कि पार्टी के दौरान दो पुलिसकर्मियों ने उसे बेरहमी से पीटा, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया सच

शुरुआती जांच में पुलिस ने दावा किया था कि उदित की मौत हार्ट अटैक से हुई है, लेकिन एम्स भोपाल में हुई पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस दावे को झुठला दिया। रिपोर्ट के मुताबिक, उदित की मौत शरीर पर आई गंभीर चोटों से हुई है। उसके पैंक्रियाज (अग्नाशय) में गहरी चोटें पाई गईं, साथ ही शरीर पर कई चोटों के निशान भी मिले हैं।

सीसीटीवी वीडियो से खुला मामला

इस घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें दो पुलिसकर्मी उदित की पिटाई करते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी कांस्टेबल संतोष बामनिया और सौरभ आर्य को निलंबित कर दिया है।

आरोपी कांस्टेबलों पर हत्या का केस दर्ज

घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस विभाग ने दोनों कांस्टेबलों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है। वहीं, परिवार और स्थानीय लोगों में गुस्सा है और न्याय की मांग उठ रही है।

तीन दिन पहले ही बेंगलुरु से लौटा था उदित

जानकारी के मुताबिक, उदित हाल ही में बेंगलुरु से भोपाल लौटा था। वह कॉलेज में दस्तावेजों से जुड़े काम के लिए आया था। घटना के दिन पार्टी में शामिल हुआ था, जहां विवाद के बाद पुलिसकर्मियों ने उसकी पिटाई की। दोस्तों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।



भोपाल पुलिस पर उठे सवाल

इस घटना के बाद भोपाल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे हैं। परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस ने समय रहते मदद की होती, तो उदित की जान बचाई जा सकती थी। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद पूरा मामला पुलिस बर्बरता का बन गया है, जिससे प्रदेशभर में आक्रोश फैल गया है।

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