शाहजहांपुर में 15 दिन की नवजात को माता-पिता ने मिट्टी में दफनाया, रोने की आवाज पर बचाई गई। पुलिस जांच में जुटी, लोगों का आक्रोश बढ़ा।
शाहजहांपुर में दिल दहला देने वाली घटना: मिट्टी में जिंदा दफनाई गई 15 दिन की नवजात, लोगों ने बचाया, माता-पिता की तलाश में पुलिस
घटना का खौफनाक खुलासा
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के जैतीपुर थाना क्षेत्र से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। यहां 15 दिन की मासूम नवजात बच्ची को उसके ही माता-पिता ने मिट्टी में जिंदा दफना दिया। यह घटना उस समय सामने आई जब स्थानीय ग्रामीणों ने मिट्टी के ढेर से आती हुई हल्की सी रोने की आवाज सुनी। लोग तुरंत वहां पहुंचे और जब मिट्टी हटाई तो सभी की आंखें फटी रह गईं। मिट्टी में दबी एक नवजात बच्ची हिल रही थी और उसका एक हाथ जख्मी था। इस दृश्य को देखकर लोगों का गुस्सा भड़क उठा और तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
घटना की जानकारी के साथ ही इसका वीडियो भी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि मिट्टी के ढेर में एक बच्ची का हाथ बाहर निकला हुआ है और वह रोने की कोशिश कर रही है। स्थानीय लोगों ने जब मिट्टी हटाई तो बच्ची का शरीर मिट्टी से लथपथ था। वीडियो वायरल होने के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया और लोग आरोपी माता-पिता के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे।
पुलिस ने मासूम को पहुंचाया अस्पताल
सूचना मिलते ही जैतीपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात को तत्काल राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने बच्ची की हालत फिलहाल स्थिर बताई है। चिकित्सकों का कहना है कि बच्ची को समय पर अस्पताल पहुंचा दिया गया, जिससे उसकी जान बच गई। डॉक्टरों की टीम उसकी निगरानी में लगातार इलाज कर रही है।
आरोपी माता-पिता की तलाश में पुलिस
घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने बच्ची के माता-पिता की तलाश शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि बच्ची को मिट्टी में दफनाने के बाद उसके माता-पिता फरार हो गए हैं। पुलिस टीम लगातार गांव और आसपास के इलाकों में छानबीन कर रही है। वहीं, ग्रामीणों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है और लोग आरोपी मां-बाप को दरिंदा बताते हुए उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
लोगों में आक्रोश और सवाल
इस दर्दनाक घटना ने लोगों के मन में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर कौन से हालात होंगे जिनके चलते माता-पिता ने अपनी ही मासूम को मिट्टी में जिंदा दफना दिया। ग्रामीणों का कहना है कि यह अमानवीय कृत्य समाज के लिए कलंक है। लोग इस बात पर भी गुस्सा जता रहे हैं कि कोई मां-बाप अपने बच्चे के साथ इतनी हैवानियत कैसे कर सकते हैं।
समाज और प्रशासन पर दबाव
घटना सामने आने के बाद से ही क्षेत्र में तनाव और गुस्सा बढ़ गया है। लोग लगातार सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से आवाज उठा रहे हैं कि बच्ची को मिट्टी में दफनाने वाले माता-पिता को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। प्रशासन पर भी यह दबाव है कि वह जल्द से जल्द दोषियों को पकड़कर न्याय सुनिश्चित करे।
डॉक्टरों की टीम सतर्क
राजकीय मेडिकल कॉलेज में बच्ची का इलाज कर रही डॉक्टरों की टीम ने बताया कि बच्ची को समय पर बाहर निकाल लेना उसके लिए जीवनदायिनी साबित हुआ। मिट्टी के नीचे दबे रहने से उसे सांस लेने में भारी परेशानी हो रही थी। अगर उसे थोड़ी भी देर से बाहर निकाला जाता तो शायद उसकी जान नहीं बच पाती। फिलहाल बच्ची की हालत स्थिर है और चिकित्सक उसे पूरी निगरानी में रखे हुए हैं।
संवेदनहीनता पर उठे सवाल
यह घटना न केवल माता-पिता की संवेदनहीनता पर सवाल खड़े करती है बल्कि समाज के लिए भी एक आईना है कि आखिर क्यों ऐसी परिस्थितियां पैदा होती हैं जब माता-पिता अपने ही बच्चे को मिट्टी में जिंदा दफना देने जैसा कदम उठाते हैं। सामाजिक संगठनों ने इसे निंदनीय बताया है और कहा है कि यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है।
जांच जारी, न्याय की उम्मीद
पुलिस अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि बच्ची के माता-पिता को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त धाराओं में कार्रवाई की जाएगी। लोग अब न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं कि इस अमानवीय कृत्य के दोषियों को कठोर दंड मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं पर अंकुश लग सके।


0 टिप्पणियाँ
आपका विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण है, कृपया अपनी राय नीचे लिखें।