बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान, मौलाना तौकीर रजा हिरासत में, 10 FIR दर्ज और 35 गिरफ्तारियां, सख्त कार्रवाई की तैयारी।
बरेली हिंसा के बाद सीएम योगी का सख्त संदेश
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दंगाइयों को सीधी चेतावनी दी है। सीएम योगी ने साफ कहा कि एक मौलाना भूल गया था कि राज्य में सत्ता किसकी है और किसके आदेश पर कानून चलता है। उन्होंने कहा कि बरेली में हुए बवाल ने यह साबित कर दिया कि अब किसी भी हाल में व्यवस्था से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मौलाना तौकीर रजा हिरासत में, प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज
बरेली में शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय के प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया। यह प्रदर्शनकारी आला हजरत दरगाह और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के घर के बाहर जमा हो गए। वे “आई लव मुहम्मद” लिखे पोस्टर लिए नारेबाजी कर रहे थे। स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज किया और मौलाना तौकीर रजा को हिरासत में ले लिया।
सीएम योगी का बयान: यूपी में अब नहीं होता कर्फ्यू
सीएम योगी ने अपने बयान में कहा कि मौलाना को लगा कि जब चाहे वह व्यवस्था को रोक सकता है, लेकिन हमने साफ कर दिया कि न कोई नाकाबंदी होगी और न ही कर्फ्यू लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले यूपी में दंगों और कर्फ्यू का बोलबाला था, लेकिन हमारी सरकार आने के बाद से अब तक ऐसा नहीं होने दिया गया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जो सबक दंगाइयों को सिखाया गया है, उसे आने वाली पीढ़ियां भी याद रखेंगी।
दंगाइयों पर NSA लगेगा
बरेली के जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि अब तक 10 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं और 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में शामिल लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) के तहत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि जिन ताकतवर लोगों ने पर्दे के पीछे से इस हिंसा को हवा दी, उन्हें भी जल्द सामने लाया जाएगा।
सीएम योगी का पुराने दौर पर कटाक्ष
योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में पूर्ववर्ती सरकारों पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि 2017 से पहले जाति और मजहब के नाम पर दंगे कराए जाते थे और उन्हीं दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास पर बुलाकर सम्मानित किया जाता था। माफिया और अपराधियों के सामने सत्ता झुकती थी। उन्होंने बिना नाम लिए पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का उदाहरण दिया और कहा कि सत्ता का मुखिया एक माफिया के कुत्ते से हाथ मिलाकर गौरवान्वित महसूस करता था। यह वक्तव्य अतीक अहमद के उस कुत्ते वाली वायरल तस्वीर की ओर इशारा था।
साजिश के तहत हुआ बरेली बवाल
बरेली प्रशासन का कहना है कि यह हिंसा एक सुनियोजित साजिश के तहत की गई। प्रदर्शनकारियों ने न केवल माहौल खराब करने की कोशिश की बल्कि विकास की गति को रोकने का प्रयास भी किया। पुलिस और प्रशासन ने साफ किया कि किसी भी साजिशकर्ता को बख्शा नहीं जाएगा।
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
मौलाना तौकीर रजा से पूछताछ की जा रही है और संभावना है कि जल्द ही उनकी गिरफ्तारी भी की जा सकती है। प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि आखिर किन वजहों से इतना बड़ा जमावड़ा इकट्ठा हुआ और किसने इस बवाल की योजना बनाई।
यूपी सरकार का संदेश
योगी सरकार ने यह साफ संदेश दिया है कि अब उत्तर प्रदेश में कानून से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। दंगाइयों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी और व्यवस्था को तोड़ने की किसी भी कोशिश को सख्ती से कुचल दिया जाएगा।
बरेली की हिंसा और उसके बाद सीएम योगी के सख्त बयान ने यह संकेत दे दिया है कि उत्तर प्रदेश में अब दंगों के लिए कोई जगह नहीं है। पुलिस-प्रशासन की सख्त कार्रवाई और सरकार की स्पष्ट नीति ने यह दिखा दिया है कि व्यवस्था और कानून सर्वोपरि है। मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी की संभावना और दंगाइयों पर एनएसए लगाने की तैयारी ने पूरे प्रदेश में सख्त संदेश दे दिया है।


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