लखनऊ में ASP मुकेश प्रताप सिंह पर पत्नी नितेश की हत्या का केस, FIR में प्रेम प्रसंग और उत्पीड़न का सनसनीखेज आरोप।
CBCID में तैनात ASP मुकेश प्रताप सिंह पर पत्नी की हत्या का सनसनीखेज आरोप
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस महकमे को हिला देने वाला एक मामला सामने आया है, जहां CBCID में तैनात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश प्रताप सिंह पर अपनी पत्नी नितेश की हत्या का आरोप लगा है। इस मामले में लखनऊ की महानगर कोतवाली में हत्या और दहेज उत्पीड़न की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता नितेश के भाई प्रमोद ने आरोप लगाया है कि यह कोई आत्महत्या नहीं, बल्कि एक सुनियोजित मर्डर है।
ट्रांजिट हॉस्टल में फंदे से लटका मिला शव, भाई ने दर्ज कराई FIR
घटना 30 जुलाई की है जब नितेश का शव पुलिस लाइन स्थित ट्रांजिट हॉस्टल के सरकारी आवास में फंदे से लटका मिला। सूचना मिलते ही परिवार के सदस्य घटनास्थल पहुंचे, जहां शव फर्श पर पड़ा था और मौके पर काफी संख्या में लोग जमा थे। प्रमोद ने गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि उनकी बहन को मुकेश और उनके परिजनों ने मिलकर मारा है। FIR में ASP मुकेश प्रताप सिंह के अलावा उनके पिता रमेश चंद्र वर्मा, मां सुधा चंद्रा, तहसीलदार भाई अनुभव चंद्रा और बहन आस्था का नाम भी शामिल है।
प्यार नहीं, प्रताड़ना और अफेयर था वजह!
प्रमोद के अनुसार, नितेश को मुकेश लंबे समय से मानसिक रूप से प्रताड़ित करते आ रहे थे। उन्होंने कहा कि मुकेश का किसी अन्य महिला के साथ प्रेम संबंध चल रहा था, जिसकी जानकारी नितेश को थी। जब नितेश ने इसका विरोध किया, तो उसे बार-बार तलाक देने की धमकी दी जाती थी। यहां तक कि उसे मर जाने तक की बातें कही जाती थीं। प्रमोद ने यह भी कहा कि मुकेश के माता-पिता और बाकी परिजन भी नितेश को दबाव में लाकर तलाक के लिए मजबूर कर रहे थे।
आखिरी बातचीत में मां को बुलाने की बात, फिर हुआ झगड़ा
प्रमोद ने बताया कि 30 जुलाई की दोपहर 12:30 बजे उनकी बहन से फोन पर बात हुई थी, जिसमें नितेश ने अपनी मां को लखनऊ बुलाने को कहा था। उसने बताया था कि मुकेश तीन दिन के लिए वाराणसी ड्यूटी पर जा रहे हैं और वह अपनी मां से मिलना चाहती है। सब कुछ सामान्य लग रहा था। लेकिन इसी दिन करीब सवा तीन बजे उनकी भांजी का फोन आया कि मुकेश और नितेश के बीच झगड़ा हुआ है और फिर अचानक नितेश पंखे से लटकी मिलीं।
बहन की चीख सुनकर जुटे लोग, पर नहीं बच सकी नितेश की जान
नितेश की मौत की खबर मिलते ही प्रमोद शाम को पुलिस लाइन पहुंचे। उन्होंने देखा कि शव फर्श पर पड़ा है और पुलिसकर्मी आसपास खड़े हैं। उन्हें साफ तौर पर यह आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या की साजिश प्रतीत हुई। प्रमोद ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी और अपनी तहरीर दर्ज कराई। इसके बाद रविवार देर रात मुकदमा दर्ज हुआ।
ASP मुकेश प्रताप पर लगे गंभीर आरोप, अब होगी गहन जांच
पुलिस उपायुक्त (मध्य) आशीष श्रीवास्तव ने मीडिया को जानकारी दी कि प्रमोद की शिकायत पर ASP मुकेश प्रताप सिंह और उनके चार परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी।
CBCID की गरिमा पर लगा सवाल, सिस्टम में हलचल
इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। जिस अधिकारी को अपराधियों पर नकेल कसने के लिए जिम्मेदार बनाया गया था, अब खुद उस पर हत्या का आरोप लग चुका है। मुकेश प्रताप सिंह CBCID जैसे संवेदनशील विभाग में ASP के पद पर कार्यरत हैं, और उन पर लगे आरोपों ने विभाग की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल, विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है।
पीड़िता के भाई की मांग: निष्पक्ष जांच और इंसाफ
प्रमोद का कहना है कि वह अपनी बहन को इंसाफ दिलवाकर ही चैन से बैठेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि परिवार ने कई बार समझाने की कोशिश की लेकिन मुकेश की प्रताड़ना और अफेयर की वजह से नितेश लगातार अवसाद में जा रही थी। उन्होंने पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार से अपील की है कि मामले की जांच निष्पक्ष रूप से हो और दोषियों को सख्त सजा मिले।


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