कानपुर में अनोखी शादी: परिवार ने किया इंकार, पुलिस ने थाने के मंदिर में करवाई प्रेमी-प्रेमिका की शादी, तीन साल के प्यार का हुआ मिलन



कानपुर में पुलिस ने थाने के मंदिर में प्रेमी जोड़े की शादी कराई, परिवार के इंकार के बाद 3 साल पुराने प्यार का हुआ मिलन।


कानपुर में थाने से मंडप तक: पुलिस बनी प्यार की गवाह

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में प्रेमी जोड़े की शादी का ऐसा अनोखा मामला सामने आया, जिसने सबको हैरान कर दिया। परिवार ने रिश्ते से इंकार कर दिया तो पुलिस आगे आई और थाने में बने मंदिर में शादी कराकर इस प्रेम कहानी को अंजाम तक पहुंचाया। मामला साढ़ थाना क्षेत्र के बिरहर चौकी का है, जहां 13 अगस्त को प्रेमी-प्रेमिका को पुलिस के सामने लाया गया। दोनों ने एक-दूसरे के साथ जिंदगी बिताने की कसमें खाई और अपनी इच्छा से विवाह करने की बात दोहराई। पुलिस ने घंटों तक दोनों पक्षों को समझाया और आखिरकार मंदिर में सात फेरे लेकर उनका घर बसा दिया।

प्रेम कहानी की शुरुआत: रिश्तेदार के घर से मिली मोहब्बत

हंसकर गांव के विकास कुशवाहा की मुलाकात करीब तीन साल पहले बिधनू इलाके में रहने वाली नंदिनी कठेरिया से हुई थी। यह मुलाकात धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। गांव की दूरी करीब 45 किलोमीटर होने के बावजूद दोनों लगातार मिलते-जुलते रहे। इस बीच नंदिनी के परिवार को उनके रिश्ते की भनक लग गई और उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया। नंदिनी का घर से निकलना बंद करा दिया गया और उस पर सख्त निगरानी रखी जाने लगी। इसके बावजूद नंदिनी चोरी-छिपे विकास से संपर्क में रही।

परिवार का विरोध और जान से मारने की धमकी

नंदिनी के परिवार को इस रिश्ते पर आपत्ति थी, क्योंकि विकास दूसरी बिरादरी से था। परिवार ने न सिर्फ विरोध किया बल्कि बेटी को जान से मारने तक की धमकी देने लगे। नंदिनी के मुताबिक, उसके घर वाले किसी भी कीमत पर यह रिश्ता नहीं मानना चाहते थे। दबाव बढ़ता गया, लेकिन दोनों के बीच का प्यार कमजोर नहीं पड़ा। अंततः नंदिनी अपने घर से भागकर विकास के पास पहुंच गई।

पुलिस चौकी में पंचायत और पूछताछ

परिवार ने इसकी शिकायत पुलिस से कर दी और दोनों को बिरहर चौकी लाया गया। वहां पुलिस ने घंटों तक पूछताछ की और दोनों से अलग-अलग बात की। दोनों ने साफ कह दिया कि वे बालिग हैं और अपनी मर्जी से शादी करना चाहते हैं। इसके बाद चौकी में पंचायत बुलाई गई और दोनों परिवारों को बैठाकर समझाया गया।

मंदिर में हुई शादी, पुलिस बनी बाराती

आखिरकार चौकी में बने शिव मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज से विवाह कराया गया। पंडित ने मंत्रोच्चारण कर शादी संपन्न कराई। जयमाला, मंगलसूत्र और मांग भराई की रस्में पूरी हुईं। इस शादी में पुलिस वाले, ग्राम प्रधान और दोनों के घरवाले मौजूद रहे। एक अनोखे नजारे में दुल्हा-दुल्हन के साथ पुलिसकर्मी बाराती बने।

थाना प्रभारी का बयान

साढ़ थाना प्रभारी अविनाश सिंह ने बताया कि प्रेमी-प्रेमिका अपनी मर्जी से शादी करना चाहते थे, लेकिन परिवार जाति को लेकर विरोध कर रहा था। दोनों पक्षों को समझाने के बाद बिरहर चौकी में बने शिव मंदिर में उनकी शादी करा दी गई। थाना प्रभारी ने यह भी कहा कि अब दोनों परिवारों ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया और उन्हें खुशी-खुशी घर भेजा गया।



तीन साल पुराने प्यार का सुखद अंत

इस अनोखी शादी ने न सिर्फ गांव वालों बल्कि पूरे जिले में चर्चा बटोरी। पुलिस की पहल से जहां एक तरफ परिवारों का विवाद सुलझ गया, वहीं तीन साल पुराने प्यार का सुखद अंत हुआ। नंदिनी और विकास अब पति-पत्नी बनकर अपने नए जीवन की शुरुआत कर चुके हैं।

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