जन्माष्टमी पर थाने में अश्लील डांस! जौनपुर के बदलापुर थानाध्यक्ष सस्पेंड, वायरल वीडियो से मचा बवाल


जौनपुर बदलापुर थाने में जन्माष्टमी पर अश्लील डांस, वीडियो वायरल होते ही थानाध्यक्ष सस्पेंड, जांच एसपी सिटी को सौंपी गई।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट


जन्माष्टमी पर बदलापुर थाने में अश्लील डांस का वीडियो वायरल

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के बदलापुर थाने में जन्माष्टमी के अवसर पर हुए कार्यक्रम ने पूरे पुलिस विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया। जहां देशभर में भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव आस्था और भक्ति के साथ मनाया गया, वहीं बदलापुर थाने में धार्मिक माहौल को शर्मसार कर देने वाला कृत्य सामने आया।

भक्ति गीतों की जगह चला फिल्मी गाना

शनिवार को जन्माष्टमी के अवसर पर पुलिस लाइन से लेकर हर थाना परिसर तक भक्ति संगीत और झांकियों का आयोजन हुआ। इसी बीच बदलापुर थाने में भी सजावट और कार्यक्रम रखे गए। लेकिन वहां भक्ति गीतों की जगह शराबी फिल्म का गीत “मुझे नौलखा मंगा दे रे…” बजा और नर्तकी ने अर्धनग्न अवस्था में डांस किया।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

यह पूरा कार्यक्रम रिकॉर्ड कर लिया गया और उसका वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। भक्तिमय माहौल के बीच पुलिस थाने में इस तरह का आयोजन होते देख लोग आक्रोशित हो गए। वीडियो वायरल होते ही यह मामला चर्चाओं का विषय बन गया और पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।

एसपी ने थानाध्यक्ष को किया निलंबित

जौनपुर के पुलिस अधीक्षक डॉ. कौस्तुभ ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से बदलापुर थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया। साथ ही विभागीय जांच की जिम्मेदारी अपर पुलिस अधीक्षक (एसपी सिटी) को सौंपी गई है।

विभाग में मचा हड़कंप

यह पहला मौका नहीं है जब धार्मिक आयोजनों में अश्लील डांस के वीडियो वायरल हुए हों, लेकिन पुलिस थाने में जन्माष्टमी जैसे पावन पर्व पर इस तरह का कृत्य पूरे विभाग की छवि पर सवाल खड़े करता है। विभागीय सूत्रों के अनुसार मामले को उच्च स्तर से भी गंभीरता से लिया जा रहा है।

स्थानीय लोगों में आक्रोश

स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि थाने में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों द्वारा इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती। लोगों का कहना है कि भक्ति गीतों की जगह अश्लील गाने पर नृत्य कराया जाना धार्मिक भावनाओं का अपमान है।

पुलिस की सफाई

सूत्रों के मुताबिक कुछ अधिकारियों ने सफाई देते हुए कहा कि यह आयोजन थाने स्तर पर किया गया था और उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं थी। हालांकि, वायरल वीडियो ने विभाग की साख पर धब्बा लगाया है।



जांच के बाद होगा आगे का फैसला

जांच अधिकारी एसपी सिटी को निर्देश दिया गया है कि वह पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रिपोर्ट सौंपें। इसके बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। फिलहाल विभागीय स्तर पर इस घटना ने पुलिस प्रशासन को कठघरे में खड़ा कर दिया है।

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