जौनपुर में संगोष्ठी, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कुमार सौरभ बोले- पत्रकार और अधिवक्ता की सार्थक भूमिका से घट सकते हैं सामाजिक अपराध
इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट
पत्रकार और अधिवक्ता की पहल से कम हो सकते हैं सामाजिक अपराध, जौनपुर संगोष्ठी में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का बड़ा बयान
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के मछलीशहर तहसील क्षेत्र के गंगा पैलेस में “अधिवक्ता, पत्रकार एवं प्रशासनिक अधिकारियों की सामाजिक और भूमि संबंधी विवाद में भूमिका” विषय पर एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी ने न केवल समाज में बढ़ते भूमि विवादों और अपराधों पर गंभीर चर्चा का अवसर दिया बल्कि पत्रकारों और अधिवक्ताओं की भूमिका को लेकर भी स्पष्ट संदेश दिया।
मुख्य अतिथि का संबोधन
संगोष्ठी के मुख्य अतिथि उपजिलाधिकारी एवं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कुमार सौरभ ने अपने उद्बोधन में कहा कि भूमि विवाद आज समाज की सबसे गंभीर समस्या बनते जा रहे हैं। छोटे-छोटे भूखंडों के लिए लोग आपसी झगड़े और हिंसा तक पर उतर आते हैं। यदि समय रहते इन विवादों की सूचना प्रशासन को मिल जाए तो उन्हें बड़े अपराध में बदलने से पहले ही खत्म किया जा सकता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अधिवक्ता और पत्रकार यदि समाजहित में समय पर हस्तक्षेप करें तो अपराध और अन्याय को जड़ से रोका जा सकता है।
अधिवक्ताओं की सामाजिक भूमिका
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि अधिवक्ता दिनेश चंद्र ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सामाजिक अपराधों की रोकथाम में शिक्षा सबसे बड़ा हथियार है। उन्होंने कहा कि यदि समाज में शिक्षा का स्तर बढ़े तो लोग सही और गलत की पहचान कर पाएंगे और कानून व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
पत्रकारों की जिम्मेदारी
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जौनपुर पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष शशि मोहन सिंह ‘छेम’ ने कहा कि समाज में सही और गलत की पहचान कर मुखर होकर उसका विरोध करना ही पत्रकारों की असली भूमिका है। जब तक हर नागरिक में सही का समर्थन और गलत का विरोध करने की क्षमता विकसित नहीं होगी, तब तक सामाजिक अपराधों पर पूर्ण रूप से रोकथाम संभव नहीं हो पाएगी।
संगोष्ठी का संचालन और स्वागत
संगोष्ठी का संचालन अधिवक्ता विनय प्रिय पांडेय ने किया। इस अवसर पर आए अतिथियों का स्वागत जौनपुर पत्रकार संघ मछलीशहर इकाई के अध्यक्ष अनिल कुमार पांडे ने अंगवस्त्र और माल्यार्पण कर किया। इस दौरान संगठन द्वारा समाजहित में किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों की सराहना भी की गई।
पत्रकारों की बड़ी उपस्थिति
इस संगोष्ठी में जिले और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल हुए। प्रमुख पत्रकारों में शरद कुमार सिंह, मनोज कुमार तिवारी, इंद्रेश तिवारी, डॉ. सुनील कुमार पांडे, सतीश चंद्र द्विवेदी, आनंद कुमार, करुणाकर द्विवेदी, संजय कुमार सिंह, विभाष चंद्र यादव, प्रदीप कुमार दुबे, दिवाकर तिवारी, रमन यादव, विवेक चौरसिया, विवेक कुमार गुप्ता, हाफिज नियामत, शोहरत अली, मोहम्मद फैज, सुनील कुमार पटेल, रवि मिश्रा, राहुल चौरसिया, बैजनाथ दुबे, सचिन चौरसिया, दिनेश चौरसिया, राहुल मौर्य, अनिल कुमार और सौरभ सिंह सहित सैकड़ों पत्रकार उपस्थित रहे।
सामाजिक चेतना का संदेश
कार्यक्रम में यह संदेश बार-बार गूंजता रहा कि समाज को अपराध और अन्याय से मुक्त कराने के लिए केवल प्रशासन ही जिम्मेदार नहीं है, बल्कि पत्रकारों, अधिवक्ताओं और आम नागरिकों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। भूमि विवाद और सामाजिक अपराध तभी थमेंगे जब समाज सामूहिक रूप से सही का समर्थन और गलत का विरोध करेगा।




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