महिला मनोवैज्ञानिक ने किया मानसिक मरीज से प्यार, शादी के बाद मिला धोखा… पति की प्रताड़ना से तंग आकर की आत्महत्या!



हैदराबाद में महिला मनोवैज्ञानिक डॉक्टर ने मानसिक मरीज से शादी कर उसे सुधारने की कोशिश की, लेकिन पति की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली।


मेंटल मरीज से हुआ प्यार, फिर शुरू हुई एक दर्दनाक कहानी

हैदराबाद की एक 33 वर्षीय महिला मनोवैज्ञानिक डॉक्टर रजिता ने एक ऐसे व्यक्ति से प्यार किया जो मानसिक बीमारी का इलाज करवा रहा था। पेशे से बाल मनोवैज्ञानिक रजिता ने इंटर्नशिप के दौरान जिस मरीज का इलाज किया, बाद में उसी के प्रेम में पड़ गईं। यह व्यक्ति था रोहित, जो केपीएचबी का निवासी था और बंजारा हिल्स स्थित एक मानसिक अस्पताल में भर्ती था। रजिता ने उसे एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर समझा और शादी कर ली।

रोहित ने झूठे प्यार और फर्जी प्रोफेशन से जीता विश्वास

रोहित ने रजिता को विश्वास दिलाया कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ हो रहा है और एक सफल सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। उसने प्यार जताया और भावनात्मक रूप से रजिता को बांध लिया। रजिता ने अपने माता-पिता को भी इस रिश्ते के लिए मना लिया और विवाह बंधन में बंध गईं। शादी के बाद रजिता को समझ में आया कि रोहित न तो काम करता है और न ही उसका कोई प्रोफेशन है।

शादी के बाद शुरू हुआ उत्पीड़न, पति बन गया 'मेंटल टॉर्चर'

शादी के कुछ ही समय बाद रजिता की जिंदगी नरक बन गई। रोहित ने काम करना छोड़ दिया और शराब, पार्टी और मौज-मस्ती में डूबा रहा। वह रजिता की कमाई पर ऐश कर रहा था और जब भी रजिता पैसे देने से मना करती, वह उसके साथ मारपीट करता। एक सफल और सम्मानित डॉक्टर की निजी जिंदगी में घना अंधेरा छा गया।

आत्महत्या की पहली कोशिश: नींद की गोलियां निगल कर दी जान देने की धमकी

पति की बेरुखी, हिंसा और नशे की आदतों से परेशान होकर रजिता ने 16 जुलाई को नींद की गोलियों की ओवरडोज लेकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। लेकिन वक्त रहते उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और वह बच गईं। हालांकि उनके मानसिक घाव और दर्द पहले से और गहरे हो गए।

दूसरी बार की सुसाइड की कोशिश, इस बार जान नहीं बची

28 जुलाई को रजिता ने एक बार फिर आत्महत्या की कोशिश की। इस बार उन्होंने अपने घर की बाथरूम की खिड़की से छलांग लगा दी। सिर पर गहरी चोट आई और उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि वह ब्रेन डेड हो चुकी हैं। इलाज के बावजूद उनकी जान नहीं बच सकी।

परिजनों का आरोप: 'शादी करके रजिता की जिंदगी तबाह कर दी'

रजिता के परिजनों ने रोहित और उसके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि शादी के बाद से ही रजिता को मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी जाती रही। रोहित ने न सिर्फ उसकी भावनाओं से खेला, बल्कि उसकी आर्थिक और मानसिक स्थिति को भी बर्बाद कर दिया। यही वजह रही कि एक सम्मानित डॉक्टर को अपनी जान देनी पड़ी।

पुलिस ने शुरू की जांच, पति पर दर्ज हुआ केस

घटना की सूचना मिलने के बाद सनतनगर पुलिस स्टेशन में रजिता के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है। रोहित और उसके परिवार से पूछताछ शुरू हो गई है। पुलिस अब इस पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है, जिसमें एक महिला डॉक्टर की मौत के पीछे की असली वजह सामने आ सके।

सोशल मीडिया पर उठे सवाल, 'मेंटल हेल्थ पेशेवरों' की सुरक्षा कौन करेगा?

इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी बहस छेड़ दी है। लोग सवाल कर रहे हैं कि मानसिक रोगियों का इलाज करने वाले डॉक्टरों को खुद अपनी मानसिक सुरक्षा कौन देगा? क्या रजिता का केस हमें यह नहीं सिखाता कि पेशेवर सीमाओं का उल्लंघन कितना खतरनाक हो सकता है?

'मेंटल पेशेंट' से प्यार और शादी, क्या यह सही था?

रजिता का केस न सिर्फ एक घरेलू हिंसा की कहानी है, बल्कि यह एक बड़ा सवाल भी खड़ा करता है—क्या एक मानसिक रोगी से प्रेम और फिर विवाह करना सही निर्णय था? क्या रोहित को मानसिक तौर पर स्थिर घोषित किया गया था? क्या इस रिश्ते में कोई थेरेपिस्टिक एथिक्स का उल्लंघन हुआ?

रजिता की मौत ने खोल दी मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े कई परतें

रजिता की आत्महत्या ने न सिर्फ एक महिला की जिंदगी खत्म कर दी, बल्कि यह भी उजागर कर दिया कि मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वालों को भी कभी-कभी अपनों से ही भावनात्मक शोषण झेलना पड़ता है। यह घटना भविष्य के लिए एक चेतावनी है कि पेशेवर दायरे में रहते हुए ही फैसले लिए जाएं।

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