दमोह में तंत्र साधना के नाम पर महिला को पेड़ से चिपकाकर चिमटे से पीटा, वायरल वीडियो से मचा बवाल, तांत्रिक की तलाश जारी।
आस्था की आड़ में अंधविश्वास की बर्बरता: दमोह में 'भूत भगाने' के नाम पर महिला पर कहर
मध्य प्रदेश के दमोह जिले के हटा थाना क्षेत्र के कांटी गांव से एक रूह कंपा देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक खुद को चमत्कारी तांत्रिक बताकर महिलाओं पर हैवानियत कर रहा है। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह एक महिला को पीपल के पेड़ से चिपकाकर उस पर झाड़-फूंक, बाल खींचने और चिमटे से मारने जैसी अमानवीय हरकतें की जा रही हैं।
इस दरबार में महिलाओं, युवतियों और बच्चों की भीड़ जुट रही है और लोग भूत-प्रेत हटाने की प्रक्रिया के नाम पर इस बर्बरता को धार्मिक उपचार मान बैठे हैं। गांव के मंदिर परिसर को ही तांत्रिक ने अपना अड्डा बना रखा है और दावा कर रहा है कि पेड़ में भूत-प्रेत वास करता है, जिससे लोगों को मुक्ति दिलाई जा रही है।
पेड़ से चिपकाकर महिलाओं के साथ तांत्रिक की हिंसा, वीडियो में दिखी क्रूरता
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में युवक खुलेआम महिलाओं को पेड़ से चिपकाकर डंडे और चिमटे से मारते हुए नजर आ रहा है। वह झाड़-फूंक करते हुए महिलाओं के बाल खींचता है, और खुद को सिद्ध तांत्रिक बताते हुए दावा करता है कि भूत-प्रेत निकाल रहा है। इस दौरान कई महिलाएं और छोटे बच्चे पास बैठे सिर्फ तमाशबीन बने रहते हैं।
वीडियो में साफ दिखता है कि पीड़ित महिला दर्द से कराह रही है, लेकिन वहां मौजूद लोगों में से कोई भी उसे बचाने नहीं आता। पूरा गांव इस अंधविश्वास की चपेट में आ चुका है और लोग इलाज के नाम पर तांत्रिक की बर्बरता को मूकदर्शक बनकर देख रहे हैं।
महिलाएं बनीं शिकार, बच्चे बने दर्शक: गांव बना अंधविश्वास का अड्डा
कांटी गांव के लोग तांत्रिक के चमत्कारी दावों में इतने विश्वास में डूबे हैं कि महिलाओं को पीटने, पेड़ से चिपकाने और झाड़-फूंक जैसी वीभत्स प्रक्रिया को इलाज मानते हैं। महिलाएं अपने बच्चों को लेकर तांत्रिक के दरबार में पहुंच रही हैं, जहां उनके साथ शारीरिक हिंसा की जाती है और उनके शरीर पर भभूत लगाया जाता है।
तांत्रिक खुद को भगवान का भेजा हुआ बताता है और पीड़ितों की कमजोर मानसिक स्थिति का फायदा उठाकर उन्हें अंधविश्वास के जाल में फंसा रहा है। यही नहीं, गांव के बुजुर्ग भी इसे परंपरा बताकर सही ठहरा रहे हैं।
पुलिस कर रही आरोपी की तलाश, ASP ने दी चेतावनी
जैसे ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। दमोह के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार भदोरिया ने बताया कि वीडियो में नजर आ रहा युवक फिलहाल फरार है। उसकी पहचान की जा रही है और उसे जल्द गिरफ्तार कर पूछताछ की जाएगी।
ASP ने लोगों से अपील की है कि इस प्रकार के अंधविश्वास से दूर रहें और किसी भी व्यक्ति के साथ इस प्रकार की हिंसा या बर्बरता न होने दें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कोई ऐसा मामला दोबारा सामने आता है, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इलाज नहीं, हैवानियत: कानून तोड़ता है तांत्रिक का यह दरबार
गांव में खुलेआम महिलाओं पर शारीरिक अत्याचार करना न सिर्फ मानवाधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि भारतीय दंड संहिता के तहत भी गंभीर अपराध है। ऐसे मामलों में भूत-प्रेत के नाम पर की जा रही हिंसा को रोकना प्रशासन और समाज दोनों की जिम्मेदारी है।
वायरल वीडियो की वजह से अब पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। महिला आयोग और मानवाधिकार संगठनों ने भी इस पर संज्ञान लेने की मांग की है। सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा साफ नजर आ रहा है और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग तेजी से उठ रही है।


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