UP STF का ताबड़तोड़ एनकाउंटर: जीवा गैंग का कुख्यात शूटर शाहरुख पठान ढेर, मुख्तार अंसारी कनेक्शन से उठे नए सवाल


मुजफ्फरनगर में STF ने कुख्यात शार्प शूटर शाहरुख पठान को एनकाउंटर में ढेर किया, मुख्तार अंसारी से था गहरा कनेक्शन।


मुजफ्फरनगर में STF की बड़ी कार्रवाई, कुख्यात शार्प शूटर शाहरुख पठान एनकाउंटर में मारा गया

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में शनिवार सुबह बड़ा एक्शन देखने को मिला जब STF की मेरठ यूनिट ने कुख्यात अपराधी और शार्प शूटर शाहरुख पठान को मुठभेड़ में मार गिराया। शाहरुख पठान का नाम पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आतंक का पर्याय बन चुका था। वह कुख्यात संजीव जीवा गैंग से जुड़ा हुआ था और मुख्तार अंसारी से भी उसके संबंध थे। शाहरुख पर हत्या, रंगदारी और गवाहों की हत्या जैसे संगीन आरोप थे। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।

एडीजी अमिताभ यश ने जानकारी दी कि शाहरुख पठान की गिरफ्तारी के लिए STF लंबे समय से प्रयासरत थी। मुखबिर की सूचना पर शनिवार सुबह मुजफ्फरनगर के छपार क्षेत्र में जब STF ने घेराबंदी की तो शाहरुख ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी। अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

हत्या और गवाहों को मारने का खौफनाक ट्रैक रिकॉर्ड

शाहरुख पठान का आपराधिक इतिहास बेहद डरावना रहा है। साल 2015 में उसने मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन पर पुलिस कस्टडी में आसिफ जायदा नामक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी थी। यही घटना उसकी आपराधिक दुनिया में पहली बड़ी वारदात मानी जाती है। जेल में रहते हुए शाहरुख की मुलाकात कुख्यात अपराधी संजीव जीवा और मुख्तार अंसारी से हुई। वहीं से उसका क्राइम नेटवर्क और मजबूत हो गया।

जेल में रहते हुए ही वह जीवा गैंग के लिए काम करने लगा। साल 2016 में वह सिविल लाइन थाना क्षेत्र से फरार हो गया और फरारी के दौरान अपराध की दुनिया में फिर सक्रिय हो गया।

हरिद्वार में व्यापारी की हत्या से फैला आतंक

साल 2017 में शाहरुख ने हरिद्वार में कंबल व्यापारी गोल्डी की हत्या कर दी। इस हत्याकांड में उसका नाम सामने आते ही पूरे उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हड़कंप मच गया। गोल्डी मर्डर केस में संजीव जीवा के साथ उसे उम्रकैद की सजा मिली। हालांकि, कुछ साल बाद वह जमानत पर बाहर आ गया।

फरारी के दौरान शाहरुख ने आसिफ जायदा मर्डर केस के गवाह उसके पिता की भी हत्या कर दी थी। गवाहों को डराने और मारने की उसकी आदत ने उसे और खतरनाक अपराधी बना दिया।

जमानत पर रिहाई के बाद फिर से शुरू की गैंगवार की साजिश

जेल से छूटने के बाद शाहरुख पठान ने दोबारा अपराध की दुनिया में कदम रखा। संभल में हत्या के प्रयास और धमकी देने के एक मामले में वह वांछित था। पुलिस लगातार उसकी तलाश में थी।

एसटीएफ मेरठ यूनिट को सूचना मिली कि शाहरुख मुजफ्फरनगर के छपार क्षेत्र में छिपा है। जब टीम ने उसे घेरने की कोशिश की तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसे गोली लगी और अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया।

मुख्तार अंसारी और संजीव जीवा के साथ रहा कनेक्शन

शाहरुख पठान का संबंध सीधे तौर पर मुख्तार अंसारी और संजीव जीवा से रहा है। जेल में रहने के दौरान उसने इन दोनों से नजदीकियां बढ़ाई थीं। इसके बाद वह जीवा गैंग के लिए शार्प शूटर की भूमिका निभाने लगा।

संजीव जीवा की हत्या के बाद पुलिस को अंदेशा था कि शाहरुख फिर से सक्रिय हो सकता है। मुख्तार अंसारी से उसकी सांठगांठ ने पुलिस के लिए चिंता और बढ़ा दी थी।

अपराध की दुनिया में शाहरुख का खौफ

शाहरुख पठान के खिलाफ मुजफ्फरनगर और हरिद्वार में आधा दर्जन से ज्यादा केस दर्ज थे। हत्या, हत्या की साजिश, रंगदारी और गवाहों की हत्या में उसका नाम शामिल था। इलाके में उसका इतना खौफ था कि गवाह कोर्ट में गवाही देने से कतराते थे।

एसटीएफ के अनुसार, उसकी मौत से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अपराधियों के नेटवर्क पर बड़ी चोट पड़ी है। शाहरुख के मारे जाने से जीवा गैंग की रीढ़ टूटी है और पुलिस अब बाकी नेटवर्क की भी तलाश में जुटी है।

ADG अमिताभ यश का बयान

ADG STF अमिताभ यश ने बताया कि शाहरुख पठान की गिरफ्तारी के लिए STF ने महीनों से जाल बिछाया हुआ था। आज उसे घेरने की कोशिश की गई, लेकिन उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई जिसमें वह घायल हुआ।

उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसकी मौत के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है।

STF की कार्रवाई से अपराधियों में दहशत

उत्तर प्रदेश पुलिस की इस कार्रवाई के बाद पश्चिमी यूपी में अपराधियों में दहशत है। पुलिस का कहना है कि शाहरुख की मौत से अपराध की दुनिया में बड़ा झटका लगा है। अब पुलिस शाहरुख के नेटवर्क के बाकी सदस्यों की तलाश कर रही है।

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