सांप ने काटा या कोई राज़? ड्यूटी पर तैनात सिपाही शुभम की रहस्यमयी मौत ने खड़े किए सवाल



कानपुर में तैनात सिपाही शुभम की रहस्यमयी मौत, सांप काटने की बात कह कर भाई को किया फोन, लेकिन इलाज से पहले ही मौत।


ड्यूटी पर तैनात सिपाही की संदिग्ध मौत से मचा हड़कंप

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां पुलिस कमिश्नरेट के पनकी थाना क्षेत्र में तैनात सिपाही शुभम की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत हो गई। शुभम मूल रूप से बागपत जिले के भूड़पुर गांव के रहने वाले थे और वर्तमान में पीआरवी ड्यूटी पर तैनात थे। गुरुवार की शाम को वह शताब्दी नगर में सड़क किनारे बेहोश अवस्था में मिले, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में रीजेंसी अस्पताल ले जाया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

सांप के काटने की दी थी सूचना, लेकिन इलाज तक पहुंच नहीं सके

मृतक सिपाही शुभम ने बेहोश होने से कुछ देर पहले ही अपने बड़े भाई प्रवीण तोमर को फोन कर बताया था कि उन्हें सांप ने काट लिया है और वह इलाज के लिए निकल रहे हैं। यह कॉल शुभम की आखिरी कॉल साबित हुई, क्योंकि इसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया और संपर्क नहीं हो पाया। इस सूचना के आधार पर परिजनों ने आशंका जताई है कि शुभम की मौत सिर्फ सांप के काटने से नहीं, बल्कि किसी और गहरी वजह से हो सकती है।

सड़क किनारे पड़ा मिला था शुभम, बाइक पर पुलिस का लोगो देख जुटे लोग

शुभम की बाइक पर लगे पुलिस स्टिकर के चलते राहगीरों को शक हुआ और उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी स्थानीय पनकी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शुभम को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद शुक्रवार को इलाज के दौरान शुभम की मौत हो गई।

पोस्टमार्टम से खुलेगा राज, पुलिस कर रही हर एंगल से जांच

मौत की खबर मिलते ही शुभम के परिजन बागपत से कानपुर पहुंचे और अस्पताल में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी करवाई गई। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का असली कारण स्पष्ट हो पाएगा। शुभम के मोबाइल की कॉल डिटेल्स खंगाली जा रही हैं और यह भी जांचा जा रहा है कि आखिरी वक्त में किससे संपर्क हुआ था।

2019 बैच के सिपाही थे शुभम, विभाग में शोक की लहर

शुभम 2019 बैच के सिपाही थे और लंबे समय से पनकी थाना क्षेत्र में तैनात थे। उनकी मौत की सूचना जैसे ही विभाग में फैली, साथी कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच शोक की लहर दौड़ गई। शुभम की ड्यूटी, रहन-सहन और हालिया व्यवहार को लेकर भी विभाग के अधिकारी जानकारी जुटा रहे हैं ताकि किसी संभावित साजिश या लापरवाही की पुष्टि की जा सके।

सांप का काटना या कोई षड्यंत्र, परिजन भी असमंजस में

परिजनों का कहना है कि शुभम की फोन कॉल में जो बात कही गई, उससे लगता है कि वह किसी खतरे में थे। सवाल उठ रहे हैं कि अगर उन्हें सांप ने काटा था तो वे इलाज के लिए अस्पताल क्यों नहीं पहुंच पाए? क्या रास्ते में उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई या कोई और घटनाक्रम हुआ?

मोबाइल और सीसीटीवी फुटेज से हो सकती है अहम जानकारी

पुलिस फिलहाल घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि शुभम घटना से पहले किस रास्ते से आए थे और किसके संपर्क में थे। साथ ही उनका मोबाइल भी फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा सकता है ताकि अंतिम समय में की गई बातचीत और मैसेजेस से कुछ सुराग मिल सके।

पुलिस ने कहा- पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ होगी तस्वीर

पनकी पुलिस और कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारी इस मामले को पूरी संवेदनशीलता से देख रहे हैं। अधिकारियों ने कहा है कि शुभम की मौत को लेकर कोई भी निष्कर्ष तब तक नहीं निकाला जा सकता जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती। अभी तक की जानकारी के आधार पर सांप काटने की बात सामने आ रही है लेकिन अन्य पहलुओं को भी नजरअंदाज नहीं किया जा रहा।

शुभम की मौत पर उठ रहे कई सवाल

इस पूरे मामले में सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या शुभम की मौत सिर्फ एक हादसा थी या इसके पीछे कोई षड्यंत्र भी छिपा है? क्या यह महज एक सांप काटने की घटना थी या फिर किसी साजिश को छुपाने की कोशिश? अब सभी की नजरें पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच के नतीजों पर टिकी हैं।

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