उदयपुर में बीडीएस छात्रा ने सुसाइड किया, सुसाइड नोट में कॉलेज स्टाफ पर टॉर्चर और करियर बर्बादी के गंभीर आरोप लगाए गए।
छात्रा की आत्महत्या से उदयपुर में मचा कोहराम
उदयपुर के पेसिफिक डेंटल कॉलेज में बीडीएस फाइनल ईयर की छात्रा श्वेता सिंह द्वारा आत्महत्या किए जाने से हड़कंप मच गया है। शुक्रवार देर रात हॉस्टल के कमरे में श्वेता का शव फांसी पर लटका हुआ मिला। जैसे ही यह खबर सामने आई, कॉलेज परिसर में आक्रोश फैल गया और छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया।
परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम पर रोक
श्वेता के माता-पिता शनिवार सुबह जम्मू से उदयपुर पहुंचे और कॉलेज प्रबंधन से बातचीत की। परिजनों ने साफ तौर पर कहा कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे। शव को एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी में शिफ्ट कर दिया गया है, लेकिन अब तक पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है।
हॉस्टल में मिली लाश, दोस्त ने सबसे पहले देखा
श्वेता सिंह का शव हॉस्टल के उस कमरे में मिला जहां वह रहती थी। जब उसकी एक दोस्त ने दरवाजा खोला तो वह फंदे पर लटकी हुई थी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना के बाद से पूरे कॉलेज में शोक और आक्रोश का माहौल बना हुआ है।
सुसाइड नोट से उड़े कॉलेज स्टाफ के होश
श्वेता सिंह के शव के पास से जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें कॉलेज के दो स्टाफ—नैनी मैम और भगवत सर—पर मानसिक उत्पीड़न और करियर तबाह करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। छात्रा ने लिखा कि पिछले दो सालों से उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था।
“दो साल से टॉर्चर झेल रही हूं, अब नहीं होता”
सुसाइड नोट में श्वेता ने लिखा, “दो साल से नैनी मैम और भगवत सर मुझे टॉर्चर कर रहे हैं। मेरा बैचमेट इंटर्न बन चुका है, जबकि मुझे अभी भी फाइनल ईयर की परीक्षा देनी है और वह भी जूनियर्स के साथ।”
डिग्री के नाम पर छल, पैसे लेकर पास कराने के आरोप
श्वेता के अनुसार, स्टाफ पैसे लेकर ऐसे छात्रों को पास कर देते हैं जो कभी कॉलेज नहीं आए। जो छात्र पैसे नहीं देते उन्हें जानबूझकर फेल कर दिया जाता है। छात्रा ने लिखा, “करियर की ऐसी की तैसी कर दी। झूठे वादे करते रहे और नया बैच बनाते रहे। ये ड्रामा अब बर्दाश्त से बाहर है।”
“भगवत को परमानेंट जेल में डाल दो”
अपने आखिरी शब्दों में श्वेता ने लिखा, “अगर इंडिया में जस्टिस मिलता है, तो प्लीज भगवत को परमानेंट जेल में डाल दो। उन्हें वही दर्द मिलना चाहिए जो उन्होंने हमें दिया है।” छात्रा ने लिखा कि वह सिर दर्द से मुक्त होना चाहती थी, इसलिए अब यह कदम उठा रही है।
कॉलेज में उबाल, गिरफ्तारी की मांग पर अड़े छात्र
घटना के बाद से पैसिफिक डेंटल कॉलेज के छात्र लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक नैनी मैम और भगवत सर को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करने देंगे।
पुलिस की समझाइश नाकाम, तनावपूर्ण माहौल
अस्पताल की मोर्चरी के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारी छात्रों को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन छात्रों ने अपनी मांग पर अड़े रहने की चेतावनी दी है।
कॉलेज प्रशासन की चुप्पी से बढ़ी नाराजगी
इस पूरे मामले पर अब तक कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, जिससे छात्रों और परिजनों की नाराजगी और बढ़ गई है। शिक्षा प्रणाली और प्रशासन की निष्क्रियता पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं।


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