विधायक के फार्महाउस पर कर्मचारी को सैलरी मांगना पड़ा भारी! युवक को ऑफिस में पीटा, बंधक बनाकर रखा – FIR दर्ज


रीवा में विधायक अभय मिश्रा पर युवक ने सैलरी मांगने पर बंधक बनाकर पीटने का आरोप लगाया। पुलिस दबाव में FIR, मामला तूल पकड़ता जा रहा।


फार्महाउस की नौकरी ने बदल दी जिंदगी

मध्य प्रदेश के रीवा जिले के चोरहटा थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां सेमरिया विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा पर फार्महाउस कर्मचारी ने मारपीट, बंधक बनाने और वेतन न देने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़ित युवक अभिषेक तिवारी का दावा है कि जब उसने तीन महीने की लंबित सैलरी मांगी, तो उसे विधायक ने अपने ऑफिस में बुलाकर बेरहमी से पिटवाया।

अभिषेक का कहना है कि वह करीब एक साल से विधायक के फार्महाउस में काम कर रहा था। लेकिन बीते तीन महीने से तनख्वाह नहीं मिल रही थी। जब उसने बकाया सैलरी की मांग की, तो उसका अंजाम बेहद भयावह साबित हुआ।

ऑफिस में बुलाकर पीटा, फिर बंधक बनाया

अभिषेक तिवारी ने बताया कि विधायक अभय मिश्रा ने उसे फार्महाउस पर बने अपने दफ्तर में बुलाया, जहां खुद विधायक और उनके कुछ सहयोगियों ने उस पर हमला कर दिया। यही नहीं, उसके बाद उसे फार्महाउस में ही बंधक बनाकर बंद कर दिया गया।

किसी तरह मौके का फायदा उठाकर वह वहां से भागने में सफल रहा और सीधे चोरहटा थाने पहुंचा। लेकिन थाने पर भी उसकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया।

पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी ने थाने में किया बवाल

अभिषेक की शिकायत को टालने पर पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी और उनके समर्थकों ने थाने का रुख किया। वहां उन्होंने जोरदार हंगामा किया और पुलिस पर कार्रवाई का दबाव बनाया।

इस दौरान पुलिस और पूर्व विधायक के बीच तेज बहस भी देखने को मिली। कुछ पुलिसकर्मियों को हालात शांत करने के लिए हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ी। बढ़ते जनदबाव के चलते अंततः पुलिस ने सेमरिया विधायक अभय मिश्रा समेत 5 लोगों के खिलाफ IPC की मारपीट की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

विधायक अभय मिश्रा ने दी सफाई, बताया राजनीतिक साजिश

आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक अभय मिश्रा ने सभी आरोपों को सिरे से नकार दिया है। उनका कहना है कि यह एक राजनीतिक साजिश है, जिसके तहत उनका नाम विवादों में घसीटा जा रहा है।

विधायक ने दावा किया कि अभिषेक कोई स्थायी कर्मचारी नहीं था, वह कभी-कभार ही काम के लिए आता था। हाल ही में स्टाफ के कुछ लोगों के बीच बहस हुई थी, जिसे उन्होंने सुलझाने की कोशिश की थी।

पीड़ित पर पहले से दर्ज है केस

हालांकि, यह मामला उतना एकतरफा नहीं है। जिस अभिषेक तिवारी ने यह शिकायत की है, उसी के खिलाफ कुछ दिन पहले एक व्यक्ति ने दांत से उंगली काटने का आरोप लगाते हुए सिविल लाइन थाने में मामला दर्ज करवाया था।

इस बात ने मामले को और पेचीदा बना दिया है, जिससे यह कहना मुश्किल हो गया है कि आरोप पूरी तरह से एकतरफा हैं या इसमें दोनों पक्षों की भूमिका है।

पुलिस ने शुरू की जांच, सियासी हलकों में हड़कंप

FIR दर्ज होते ही रीवा जिले की सियासी फिजा में गहमागहमी तेज हो गई है। कांग्रेस खेमे में भी यह मामला गुटबाजी की तरफ इशारा करता नजर आ रहा है।

पुलिस ने फिलहाल केस दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि जांच में किस पक्ष की सच्चाई सामने आती है और क्या कोई बड़ा राजनीतिक उलटफेर इस मामले से जुड़ता है।

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