सिक्किम हनीमून पर गया प्रतापगढ़ का जोड़ा 12 दिन से लापता, तीस्ता नदी में बस गिरने के बाद से तलाश में जुटा प्रशासन
शादी के 19 दिन बाद ही खो गया जीवन का सारा उत्साह
प्रतापगढ़ जिले के सांगीपुर इलाके के एक साधारण लेकिन खुशहाल परिवार का सपना उस समय टूट गया, जब उनका इकलौता बेटा कौशलेंद्र सिंह अपनी नई नवेली दुल्हन अंकिता सिंह के साथ हनीमून के लिए सिक्किम रवाना हुआ और फिर कभी नहीं लौटा। दोनों की शादी 5 मई को धूमधाम से हुई थी और 24 मई को वह हनीमून के लिए सिक्किम निकल गए थे। लेकिन 29 मई को उनकी टूरिस्ट बस तीस्ता नदी में समा गई।
बारिश बनी काल: हादसे वाली सुबह आखिरी बार हुई थी मां से बात
परिवार की माने तो जिस सुबह ये हादसा हुआ, उससे ठीक पहले कौशलेंद्र ने अपनी मां बेबी सिंह से फोन पर बात की थी। उस वक्त किसी को यह अंदेशा नहीं था कि यह बात उनकी आखिरी बातचीत बन जाएगी। दोपहर बाद मौसम बिगड़ गया और टूरिस्ट बस मंगन जिले से लौटते वक्त तीखे मोड़ पर फिसलकर तीस्ता नदी में समा गई। बस में 11 लोग सवार थे, जिनमें से कौशलेंद्र और अंकिता अब भी लापता हैं।
मेदांता की डॉक्टर और UPSC कैंडिडेट थे लापता जोड़े के सदस्य
अंकिता सिंह लखनऊ के मेदांता अस्पताल में मेडिसिन विभाग में कार्यरत थीं। जबकि कौशलेंद्र दिल्ली में रहकर UPSC की तैयारी कर रहे थे। दोनों का प्रोफेशनल बैकग्राउंड काफी सुदृढ़ था और यह जोड़ा अपने भविष्य को लेकर काफी आशावान था। शादी के बाद उन्होंने नॉर्थईस्ट के शांत और खूबसूरत प्रदेश सिक्किम को अपने हनीमून डेस्टिनेशन के रूप में चुना था।
हादसे के बाद शुरू हुआ रेस्क्यू, लेकिन बिगड़ा मौसम बन गया बाधा
29 मई को हुई इस भीषण दुर्घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन तत्काल शुरू किया गया था। लेकिन सिक्किम में लगातार हो रही भारी बारिश और तीस्ता नदी की तेज धार ने रेस्क्यू में खासी मुश्किलें पैदा कर दीं। सर्च ऑपरेशन अब तक जारी है, लेकिन 12 दिन बीत जाने के बावजूद दोनों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
सिक्किम में डटे हैं परिजन, हर दिन एक उम्मीद और एक डर के साथ
कौशलेंद्र के पिता शेर बहादुर सिंह और अंकिता के भाई व चाचा अभी भी सिक्किम में डटे हुए हैं। हर दिन उन्हें एक नई उम्मीद और एक गहरी चिंता घेरे रहती है। वहीं, परिवार के दो सदस्य बीते रविवार को प्रतापगढ़ लौट आए हैं लेकिन घर में मातम का सन्नाटा फैला हुआ है। कोई कुछ कहने की स्थिति में नहीं है।
तीस्ता नदी बनी रहस्य का भंवर, प्रशासन की कोशिशें तेज
सिक्किम पुलिस, NDRF और स्थानीय प्रशासन इस घटना को लेकर गंभीर है। अब तक कई बार रेस्क्यू बोट और ड्रोन की मदद से तलाशी ली जा चुकी है लेकिन दोनों में से किसी का भी शव या कोई वस्तु बरामद नहीं हुई है। यह हादसा न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए एक दिल दहलाने वाला उदाहरण बन गया है कि किस तरह एक खूबसूरत यात्रा मौत के रहस्य में बदल सकती है।
राजा-सोनम हत्याकांड के बाद एक और हनीमून बना रहस्य
यह मामला ठीक उस समय सामने आया है जब मध्यप्रदेश के राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम का हनीमून मर्डर केस सुर्खियों में है। वहां पत्नी सोनम ने मेघालय में पति राजा की हत्या करवा दी और फिर 1162 किलोमीटर दूर गाजीपुर में पकड़ी गई। वहीं कौशलेंद्र-अंकिता की कहानी उलझी हुई है, लेकिन अब तक इसमें कोई आपराधिक साजिश सामने नहीं आई है। फिर भी संदेह और सस्पेंस बना हुआ है।


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