पति को मार जंगल में फेंका, 3 करोड़ के मकान और प्रेमी पर लट्टू थी रीना सिंधु— सामने आई खौफनाक मर्डर स्टोरी, पुलिस भी रह गयी सन्न



कोटद्वार में पत्नी रीना ने प्रेमी संग मिलकर पति रविंद्र की हत्या कर जंगल में फेंका शव, वजह थी प्रॉपर्टी और अवैध संबंध।


प्रेम और लालच में मौत की पटकथा

उत्तराखंड के कोटद्वार में एक दिल दहला देने वाला हत्याकांड सामने आया है। यह मामला ठीक उसी तरह है जैसे हाल में चर्चित राजा रघुवंशी और सौरभ राजपूत हत्याकांड, जिसमें पत्नियों ने प्रेमियों संग मिलकर पतियों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था। कोटद्वार के जंगल में उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद निवासी रविंद्र कुमार का शव मिलने के बाद पुलिस ने जब तफ्तीश की तो चौंका देने वाली सच्चाई सामने आई।

रविंद्र मुरादाबाद में रह रहा था, जंगल में मिला शव

रविंद्र कुमार मुरादाबाद के रामगंगा विहार इलाके में तीन मंजिला घर में रह रहा था। कुछ दिनों पहले उसका शव कोटद्वार के सुनसान जंगल में पड़ा मिला। लाश की हालत देखकर लग रहा था कि हत्या बेरहमी से की गई है। पुलिस ने जब शव की पहचान की और जांच शुरू की, तो यह खुलासा हुआ कि रविंद्र की हत्या उसकी पत्नी रीना सिंधु और उसके प्रेमी परितोष कुमार ने मिलकर की थी।

प्रॉपर्टी, कर्ज और इश्क का खतरनाक खेल

रीना और रविंद्र की शादी 2011 में हुई थी। रविंद्र की उम्र 56 वर्ष और रीना की उम्र करीब 36 वर्ष है। दोनों के दो बच्चे हैं, जिनमें एक बेटी महज 11 साल की है। रविंद्र ने दिल्ली के रजोकरी इलाके में पुश्तैनी ज़मीन बेचकर मुरादाबाद में एक आलीशान मकान खरीदा था, जिसकी कीमत 3 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यही मकान दोनों के बीच विवाद की वजह बना।

रविंद्र पर भारी कर्ज था, जिसे चुकाने के लिए वह मकान बेचना चाहता था। मगर रीना इसके सख्त खिलाफ थी। इसी तनाव भरे माहौल में रीना की जिंदगी में परितोष नामक शख्स आया, जो फिजियोथेरेपी के बहाने पेशेंट बनकर रीना के संपर्क में आया था।

पति को हटाने की बनी साजिश

रीना और परितोष के बीच अवैध संबंध बन गए। जैसे-जैसे रिश्ता गहराता गया, दोनों ने रविंद्र को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया। पुलिस पूछताछ में रीना ने खुलासा किया कि वह परितोष के साथ जिंदगी बिताना चाहती थी लेकिन पति बीच में रोड़ा बन रहा था। ऐसे में उसने प्रेमी संग मिलकर हत्याकांड को अंजाम देने की योजना बनाई।

जंगल में फेंकी गई लाश, ऐसे सामने आया राज

हत्या के बाद दोनों ने रविंद्र का शव कोटद्वार के घने जंगल में फेंक दिया। जब शव बरामद हुआ तो पहचान होना आसान नहीं था। लेकिन पुलिस की कड़ी मेहनत और तकनीकी जांच के बाद रविंद्र की पहचान की गई। मोबाइल कॉल डिटेल और सीसीटीवी फुटेज के जरिए पुलिस रीना और परितोष तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

मकान से आता था लाखों का किराया

मुरादाबाद का रामगंगा विहार इलाका काफी पॉश माना जाता है। रविंद्र के मकान से उसे हर महीने लाखों रुपए का किराया मिलता था। इसी वजह से रीना इस संपत्ति पर अपना कब्जा चाहती थी। वह नहीं चाहती थी कि रविंद्र यह मकान बेचकर कर्ज उतारने की सोचे।

पड़ोसियों को था शक, पर रह गए खामोश

रविंद्र और रीना लंबे समय तक डोईवाला में किराए के मकान में भी रहे थे। पड़ोसियों ने बताया कि एक युवक अक्सर घर आता-जाता रहता था और खुद को रीना का रिश्तेदार बताता था। बाद में यही व्यक्ति यानी परितोष, हत्या की साजिश में शामिल निकला।

गिरफ्तार हुई रीना, बच्चों का क्या होगा?

पुलिस ने रीना सिंधु और परितोष कुमार को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल है—रीना और रविंद्र के मासूम बच्चों का भविष्य क्या होगा? 11 वर्षीय बेटी और उसके भाई को इस भयावह घटना का बोझ जीवनभर ढोना पड़ेगा।

राजा रघुवंशी और सौरभ राजपूत केस से मिलती है कहानी

इस केस ने हाल ही के चर्चित राजा रघुवंशी और सौरभ राजपूत हत्याकांड की याद ताजा कर दी है। जहां पत्नियों ने प्रेमियों की खातिर अपने पतियों को जान से मार दिया था। रीना सिंधु का केस भी उसी तरह प्रेम, प्रॉपर्टी और अपराध के घातक मिलन की कहानी है, जिसने एक परिवार को तबाह कर दिया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ