जबलपुर में दूसरी पत्नी गणेशी बाई ने झगड़ों से तंग आकर पति की हत्या कर तालाब में फेंका, पोस्टमार्टम से खुला राज।
जबलपुर में दूसरी पत्नी का खौफनाक खेल, हत्या कर बनाई डूबने की कहानी
मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां अधारताल थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपने पति की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी महिला का नाम गणेशी बाई है, जिसने पहले तो अपने पति अरविंद को मौत के घाट उतारा और फिर शव को तालाब में फेंक दिया। हैरानी की बात ये रही कि गणेशी ने इसे डूबने की घटना का रूप देने की पूरी कोशिश की, लेकिन पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने उसकी साजिश को बेनकाब कर दिया।
इस वारदात ने इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड की याद दिला दी, जिसमें सोनम नाम की महिला ने अपने पति की हत्या कर साजिश रची थी। गणेशी बाई का मामला भी कुछ वैसा ही है – जहां प्यार, धोखा और क्रूरता ने एक और खौफनाक मोड़ ले लिया।
अधारताल तालाब से मिली लाश, पत्नी ने रची झूठी कहानी
यह पूरा मामला अधारताल थाना क्षेत्र के तालाब से जुड़ा हुआ है, जहां बीते दो दिनों से लापता चल रहे अरविंद नामक व्यक्ति की लाश पानी में तैरती हुई पाई गई। जब पुलिस को इसकी सूचना मिली, तो मौके पर पहुंचकर उन्होंने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
शुरुआत में पुलिस को मृतक की दूसरी पत्नी गणेशी बाई ने बताया कि अरविंद उसके साथ बीते 13 सालों से रह रहा था और वे दोनों नहाने के लिए तालाब गए थे, जहां वह डूब गया। महिला ने ये भी बताया कि वह उसकी दूसरी पत्नी है। पुलिस ने पहले इसे सामान्य हादसा मानकर शव को पीएम के लिए भेजा, लेकिन रिपोर्ट आने के बाद सारा मामला पलट गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली साजिश की परतें
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ-साफ सामने आया कि अरविंद की मौत पानी में डूबने से नहीं, बल्कि सिर पर लगी गंभीर चोट के कारण हुई है। उसके सिर पर किसी भारी वस्तु से वार किया गया था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। यही रिपोर्ट पुलिस जांच के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई और शक की सुई गणेशी बाई पर टिक गई।
इसके बाद पुलिस ने गणेशी बाई से सख्ती से पूछताछ शुरू की, जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि आए दिन होने वाले झगड़ों और प्रताड़ना से परेशान होकर उसने यह खौफनाक कदम उठाया।
भारी पत्थर से मारा, फिर तालाब में डुबो दिया
गणेशी बाई ने हत्या के दिन की घटना विस्तार से बताते हुए स्वीकार किया कि उनके बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस हुई थी। इसी दौरान उसने गुस्से में पास पड़े एक भारी पत्थर से अरविंद के सिर पर जोरदार वार किया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। फिर शव को तालाब में फेंककर यह दिखाने की कोशिश की कि अरविंद डूब गया।
इस घटना के बाद भी महिला ने सामान्य व्यवहार करते हुए पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन जांच में वह पकड़ी गई।
हत्या के बाद भी बनी रही सामान्य, लेकिन नहीं बच सकी
हत्या के बाद भी गणेशी बाई अपने व्यवहार में कोई बदलाव नहीं लाई। उसने आसपास के लोगों को भी यही बताया कि अरविंद नहाते समय डूब गया। मगर पुलिस ने जब मामले की गहराई से जांच की, तो महिला की कहानी में कई झोल सामने आए।
अधारताल थाने में पदस्थ एसआई दीपक मंडलोई ने बताया कि शुरुआती जांच में ही मामला संदिग्ध लग रहा था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सिर पर गंभीर चोट की पुष्टि हुई, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि यह दुर्घटना नहीं बल्कि सुनियोजित हत्या है।
पुलिस ने किया खुलासा, हत्या के पीछे घरेलू विवाद
पूछताछ के दौरान गणेशी बाई ने बताया कि अरविंद अक्सर उससे झगड़ा करता था, मारपीट करता था और मानसिक रूप से प्रताड़ित करता था। कई बार वह उसे छोड़ने की धमकी भी देता था। इन सब से तंग आकर उसने यह खौफनाक फैसला लिया।
पुलिस ने बताया कि गणेशी बाई को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ हत्या की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। उसे न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है।
राजा रघुवंशी केस जैसी गूंज, फिर एक पत्नी बनी हत्यारिन
गणेशी बाई का मामला राजा रघुवंशी हत्याकांड से मिलती-जुलती कहानी बनता जा रहा है, जहां महिला ने अपने प्रेम और प्रतिशोध में हत्या जैसा संगीन अपराध कर डाला। दोनों ही घटनाएं घरेलू कलह, धोखा और योजनाबद्ध हत्या की तरफ इशारा करती हैं।
इस तरह एक बार फिर साबित हुआ है कि झूठ को ज्यादा दिन छिपाया नहीं जा सकता और कानून की नजरों से कोई बच नहीं सकता।


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