60 साल बाद फिर वैसा ही हादसा! विजय रूपाणी की विमान दुर्घटना में मौत, गुजरात ने फिर खोया एक पूर्व CM


विजय रूपाणी की एयर इंडिया विमान हादसे में मौत, बलवंतराय मेहता की 60 साल पुरानी त्रासदी की दिल दहला देने वाली यादें फिर ताज़ा


विजय रूपाणी की विमान हादसे में दर्दनाक मौत, देश में शोक की लहर

अहमदाबाद में गुरुवार का दिन इतिहास में काले अक्षरों में दर्ज हो गया जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 लंदन के लिए उड़ान भरते ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे ने न सिर्फ 242 यात्रियों की जान जोखिम में डाल दी बल्कि गुजरात को उसका एक और पूर्व मुख्यमंत्री भी छीन लिया—विजय रूपाणी।

विजय रूपाणी अपनी बेटी से मिलने लंदन जा रहे थे, लेकिन नियति को कुछ और मंज़ूर था। उनकी मौत की खबर ने पूरे राज्य को स्तब्ध कर दिया। बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर विमान के गिरने से कई छात्र भी घायल हो गए हैं, जिनमें से 20 से अधिक की मौत की आशंका जताई जा रही है।

60 साल बाद फिर वही मंजर, बलवंतराय मेहता की यादें फिर जिंदा

इस हादसे ने गुजरात के राजनीतिक इतिहास को झकझोर कर रख दिया है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब राज्य ने किसी पूर्व मुख्यमंत्री को विमान दुर्घटना में खोया हो। साल 1965 में भी गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री बलवंतराय मेहता की मौत एक विमान हादसे में हो गई थी। उस समय पाकिस्तान की वायुसेना ने उनके विमान को मार गिराया था।

अब 60 साल बाद विजय रूपाणी की मृत्यु ने उस पुराने जख्म को फिर से ताजा कर दिया है। बलवंतराय के बाद अब रूपाणी—राज्य को दो-दो पूर्व मुख्यमंत्री हवाई हादसों में गंवाने पड़े हैं।

हादसा बीजे मेडिकल कॉलेज के पास, हॉस्टल में मचा कोहराम

एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से दोपहर 1 बजे उड़ान भरी थी। उड़ान के तुरंत बाद तकनीकी खराबी के चलते विमान 600 फीट की ऊंचाई पर जाकर असंतुलित हो गया और सीधे शहर के व्यस्त रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया। विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास पर गिरा, जहां सैकड़ों छात्र पढ़ाई और आराम कर रहे थे।

विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि इमारत के हिस्से धराशायी हो गए और वहां मौजूद छात्र बुरी तरह झुलस गए। अब तक सामने आए आंकड़ों के मुताबिक, 20 छात्रों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि कई गंभीर रूप से घायल हैं।

ब्रिटेन, कनाडा और पुर्तगाल के नागरिक भी थे सवार

फ्लाइट AI171 में कुल 242 लोग सवार थे जिनमें 53 ब्रिटिश नागरिक, 1 कनाडाई और 7 पुर्तगाली यात्री शामिल थे। सभी अंतरराष्ट्रीय यात्री लंदन गैटविक के लिए रवाना हुए थे। इस त्रासदी ने भारत ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी शोक की लहर फैला दी है।

ब्रिटेन और कनाडा के उच्चायोग ने इस हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की है और सभी परिवारों को सहायता देने की घोषणा की है।

1988 का हादसा भी आया याद, जब 137 लोगों ने गंवाई थी जान

इस ताज़ा दुर्घटना ने एक और भयावह इतिहास को जीवंत कर दिया है। 19 नवंबर 1988 को भी अहमदाबाद एयरपोर्ट पर बोइंग 737-200 विमान क्रैश हो गया था। खराब विजिबिलिटी की वजह से नोबल नगर के पास धान के खेत में विमान गिर गया था। उस दुर्घटना में 137 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें पायलट और सभी क्रू मेंबर्स भी शामिल थे।

DGCA और एयर इंडिया ने की जांच शुरू, कंट्रोल रूम एक्टिव

विमान हादसे के बाद DGCA ने तत्काल जांच के आदेश दे दिए हैं। एयर इंडिया ने सभी प्रभावित यात्रियों और उनके परिवारों के लिए कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी है, जबकि गंभीर रूप से घायलों को शहर के प्रमुख अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

विजय रूपाणी की मौत से टूटी बीजेपी, पीएम मोदी ने जताया शोक

विजय रूपाणी की मौत से भाजपा के गुजरात कैडर में शोक की लहर है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी गहरा दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि "विजयभाई न सिर्फ एक वरिष्ठ नेता थे बल्कि मेरे करीबी मित्र भी थे। उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है।"

गुजरात सरकार ने दो दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया है और रूपाणी के पार्थिव शरीर को अहमदाबाद लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

हादसे के चश्मदीद बोले—“आग का गोला बन गया था आसमान”

स्थानीय निवासियों ने बताया कि अचानक एक जोरदार धमाका हुआ और आसमान में विमान जलता हुआ नजर आया। “वो पूरा एयरक्राफ्ट आग का गोला बन गया था। कुछ सेकंड्स में वो हॉस्टल पर गिरा और जोरदार विस्फोट हुआ। सब कुछ धुएं और चीखों में बदल गया,” एक चश्मदीद ने बताया।

अब उठ रहे सवाल—क्यों नहीं था बैकअप सिस्टम?

जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी आधुनिक टेक्नोलॉजी के बावजूद विमान क्यों दुर्घटनाग्रस्त हुआ? DGCA ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC), विमान निर्माता कंपनी और एयर इंडिया से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।

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