भाजपा कार्यकर्ताओं ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत हर बूथ पर वृक्षारोपण कर पर्यावरण संतुलन का संकल्प लिया।
इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट
इंद्रेश तिवारी की अगुवाई में जौनपुर में चला पर्यावरण संरक्षण का संदेश
जौनपुर जिले के मछलीशहर क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मासिक रेडियो वार्ता 'मन की बात' सुनने के बाद एक विशेष और भावनात्मक अभियान चलाया। इस अभियान का नाम था "एक पेड़ मां के नाम", जिसमें पार्टी कार्यकर्ताओं ने हर बूथ पर वृक्षारोपण कर पर्यावरण संतुलन की मिसाल पेश की।
‘मन की बात’ के बाद शुरू हुआ वृक्षारोपण कार्यक्रम
जून माह के अंतिम रविवार को देशभर में आयोजित ‘मन की बात’ कार्यक्रम के तुरंत बाद मछलीशहर विधानसभा क्षेत्र के गोहका बूथ पर कार्यकर्ताओं ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की और पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लिया। इसी क्रम में भाजपा नेता व पूर्व मंडल महामंत्री इंद्रेश तिवारी ने बताया कि वृक्ष जीवन का आधार हैं और इन्हें बचाना हर नागरिक का कर्तव्य है।
‘एक पेड़ मां के नाम’ का अनूठा भावनात्मक संदेश
इंद्रेश तिवारी ने कहा कि मां जीवन देती है और वृक्ष भी जीवनदायी हैं। ऐसे में इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ वृक्ष लगाना नहीं, बल्कि उसे मातृत्व के सम्मान से जोड़कर भावनात्मक रूप से जनता को जोड़ना भी है। उन्होंने बताया कि जिले में हर बूथ पर 10-10 पेड़ लगाए जा रहे हैं और उनके संरक्षण की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं को दी गई है।
भाजपा कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी
इस वृक्षारोपण अभियान में क्षेत्र के अनेक भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी भागीदारी निभाई। बूथ अध्यक्ष हौसला तिवारी, ओंकार गिरी, जयकृष्ण मिश्र, अनिल तिवारी, अजय तिवारी, कमलेश तिवारी, शुभम, धोनी, रविन्द्र तिवारी सहित कई कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपने हाथों से पौधे लगाकर पर्यावरण सुरक्षा के लिए संकल्प लिया।
वृक्षारोपण से जुड़े सामाजिक सरोकार
कार्यक्रम का उद्देश्य सिर्फ राजनीतिक गतिविधि नहीं था, बल्कि पर्यावरण संतुलन और सामाजिक जिम्मेदारी को भी केंद्र में रखा गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने यह स्पष्ट किया कि हर बूथ पर लगाए गए पौधों को जीवित रखना उनकी जिम्मेदारी है, और वे इस पर नियमित निगरानी रखेंगे। इस पहल से हरियाली बढ़ाने और तापमान नियंत्रण जैसे अहम मुद्दों पर स्थानीय जनमानस का ध्यान खींचा गया है।
स्थानीय जनता में बढ़ती जागरूकता
गोहका सहित अन्य बूथों पर इस अभियान को लेकर जनता में उत्साह देखा गया। लोगों ने इसे एक सकारात्मक राजनीतिक पहल माना जो सीधे आम जन की जिंदगी से जुड़ा है। वृक्षारोपण से न सिर्फ पर्यावरणीय लाभ होंगे, बल्कि इससे सामाजिक संवाद और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की धरातल पर सक्रियता भी उजागर हुई है।




0 टिप्पणियाँ
आपका विचार हमारे लिए महत्वपूर्ण है, कृपया अपनी राय नीचे लिखें।