ईद पर देवरिया में बुजुर्ग ने खुद की दी कुर्बानी, सुसाइड नोट में किया चौंकाने वाला खुलासा, पत्नी ने बताया तंत्र-मंत्र और भूत-प्रेत का मामला।
ईद पर देवरिया में सनसनी: बुजुर्ग ने खुद की कर दी कुर्बानी, इलाके में मचा हड़कंप
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से ईद-उल-अज़हा के दिन एक ऐसी खबर आई जिसने हर किसी को हिला कर रख दिया। एक मुस्लिम बुजुर्ग ने खुद की गर्दन काटकर कुर्बानी दी, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। ये घटना तब और चौंकाने वाली बन गई जब पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें बुजुर्ग ने खुद की कुर्बानी का कारण बेहद भावुक शब्दों में बताया।
'बकरे को बेटे जैसा पालते हैं लोग, इसलिए खुद को कुर्बान कर रहा हूं'
पत्नी का दावा: 'वो भूत-प्रेत और तंत्र-मंत्र में पड़ा था'
मृतक की पत्नी हाजरा खातून ने जो दावा किया, उसने मामले को और रहस्यमय बना दिया। उन्होंने बताया कि उनके पति पर भूत-प्रेत का साया था और वह अक्सर आजमगढ़ की एक दरगाह में जाया करते थे। तीन दिन पहले ही वह दरगाह से लौटे थे और तभी से उनका व्यवहार असामान्य लग रहा था।
तंत्र-मंत्र की आगोश में दी गई कुर्बानी?
हाजरा खातून के अनुसार, शनिवार को ईसमुहम्मद ने झोपड़ी में धूपबत्ती जलाकर कुछ अजीब गतिविधियां कीं, जो तंत्र-मंत्र जैसी प्रतीत होती थीं। अचानक वह खून से लथपथ जमीन पर गिरे मिले। पास में ही एक भुजाली पड़ी थी, जिससे उन्होंने खुद की गर्दन काट ली थी।
पुलिस जांच में सुसाइड की पुष्टि, लेकिन रहस्य बरकरार
देवरिया पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम की गहनता से जांच शुरू कर दी है। फील्ड यूनिट की जांच में प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। लेकिन मृतक की पत्नी और कुछ स्थानीय लोगों द्वारा तंत्र-मंत्र और भूत-प्रेत के असर के आरोप ने मामले को रहस्यमयी बना दिया है। पुलिस ने सुसाइड नोट और घटनास्थल से मिले साक्ष्यों के आधार पर केस दर्ज किया है और अन्य एंगल्स की भी जांच जारी है।
‘खुद की कुर्बानी’ ने तोड़ दिया हर रस्म का नियम
ईद पर जब लोग जानवर की कुर्बानी दे रहे थे, उस वक्त ईसमुहम्मद ने खुद को कुर्बान कर देने का निर्णय लेकर न सिर्फ पूरे गांव बल्कि पूरे प्रदेश को हैरान कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने चाचा को मस्जिद में नमाज पढ़ते देखा था, वह सामान्य थे। लेकिन कुछ घंटे बाद जो खबर आई, उसने सबको सकते में डाल दिया।
बेटों को भी नहीं था अंदाजा कि अब्बू ऐसा कर बैठेंगे
ईसमुहम्मद के परिवार में पत्नी के अलावा तीन बेटे और दो बेटियां हैं। बेटों में अहमद, फैज़ और ताज अंसारी शामिल हैं। बड़ा बेटा मुर्गा काटने का काम करता है और उसी की कमाई से घर चलता था। किसी को भी इस बात का आभास नहीं था कि उनके पिता इस तरह का कदम उठा लेंगे।
देवरिया की इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी मचाई सनसनी
घटना की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। कुछ लोग इसे ईमान की ऊँचाई मान रहे हैं तो कुछ तंत्र-मंत्र और मानसिक अस्थिरता का परिणाम। हर कोई इस ‘खुद की कुर्बानी’ को लेकर सवाल कर रहा है कि यह भक्ति थी, मानसिक बीमारी थी या अंधविश्वास का चरम?
अंतिम संस्कार को लेकर भी उठे सवाल
सुसाइड नोट में ईसमुहम्मद ने अपनी कब्र बकरे के खूंटे के पास बनाने की बात कही थी। यह बात भी चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि इस प्रकार की अंतिम इच्छा आमतौर पर किसी धार्मिक या गूढ़ मान्यता की ओर इशारा करती है। हालांकि पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
क्या भूत-प्रेत और अंधविश्वास ने ले ली एक जान?
फिलहाल पुलिस इस केस में हर एंगल से जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कई सवालों के जवाब मिल सकते हैं, लेकिन अभी जो सामने है वह न सिर्फ विचलित करता है बल्कि धर्म, आस्था और मानसिक स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर एक बड़ी बहस भी छेड़ता है।
0 टिप्पणियाँ