ISRO वैज्ञानिक के चाचा और नवविवाहित बेटे को फावड़े से काट डाला! फिरोजाबाद में 14 बीघा ज़मीन के लिए बाप-बेटे की दिनदहाड़े हत्या, गांव में दहशत का माहौल



फिरोजाबाद में ISRO वैज्ञानिक के चाचा और उनके बेटे की जमीन विवाद में फावड़े से हत्या, नवविवाहित बेटे की भी गई जान।


फिरोजाबाद में double murder: ISRO वैज्ञानिक के चाचा और बेटे की दिनदहाड़े हत्या, गांव में दहशत का माहौल

उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले से दिल दहला देने वाली एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है, जहां ज़मीन विवाद की आग ने दो जिंदगियां लील लीं। थाना नगला सिंघी क्षेत्र के टीकरी गांव में दिनदहाड़े एक पूर्व प्रधान और उनके नवविवाहित बेटे की फावड़े से बेरहमी से हत्या कर दी गई। हमले के पीछे 15 साल पुराना जमीन का झगड़ा था। हत्या के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है, लोग दहशत में हैं और किसी की भी बोलने की हिम्मत नहीं हो रही।

मृतक की पहचान 55 वर्षीय अरविंद यादव और उनके 27 वर्षीय बेटे नितिन यादव के रूप में हुई है। अरविंद यादव इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक धर्मेंद्र यादव के चाचा थे। रविवार को जब वे अपने खेत में जुताई करवाने पहुंचे तो पहले से घात लगाए बैठे हुब्बलाल यादव और उसके सहयोगियों ने उन पर हमला कर दिया। फावड़े से सिर और गर्दन पर ताबड़तोड़ वार किए गए, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

3 महीने पहले ही हुई थी बेटे की शादी, चीखते-चिल्लाते रहे परिजन

नितिन यादव की फरवरी में ही शादी हुई थी। वो नई ज़िंदगी शुरू करने की तैयारी कर रहे थे लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। जैसे ही उनकी हत्या की खबर टूंडला स्थित घर पहुंची, परिजनों में कोहराम मच गया। मां की चीखें, नवविवाहिता की बेहोशी और रिश्तेदारों का बिलखना गांव भर में मातम का माहौल बना गया।

14 बीघा ज़मीन बनी मौत की वजह! 15 साल से चल रहा था कोर्ट केस

यह पूरा विवाद 14 बीघा खेत को लेकर था, जिसे अरविंद यादव ने 15 साल पहले साहब सिंह यादव से खरीदा था। जमीन तो खरीद ली, लेकिन कब्जा कभी ठीक से मिल नहीं पाया। हुब्बलाल यादव और देवेंद्र यादव लगातार विरोध करते रहे। कई बार मामला कोर्ट तक पहुंचा और हाल ही में तहसीलदार राखी शर्मा ने एसडीएम अनुराधा सिंह के आदेश पर नापजोख भी करवाई थी। लेकिन यह कानूनी प्रक्रिया भी खूनखराबे को नहीं रोक पाई।

गांव में मूक दर्शक बनी भीड़, कोई नहीं आया बचाने!

जिस वक्त बाप-बेटे पर हमला हुआ, गांव के कई लोग वहां मौजूद थे। लेकिन आरोपियों का खौफ इतना ज्यादा था कि किसी की भी हिम्मत नहीं हुई कि बीच-बचाव कर सके। सब खड़े होकर बर्बरता का लाइव तमाशा देखते रहे। पुलिस को सूचना मिलने पर वह मौके पर पहुंची लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

अरविंद ने विवाद के डर से छोड़ा था गांव, पर मौत पीछे-पीछे आ गई

बताया जा रहा है कि अरविंद यादव लगातार इस विवाद से तंग आ चुके थे और गांव छोड़कर टूंडला में बस गए थे। लेकिन रविवार शाम जब वो खेत की जुताई करवाने गांव लौटे, तो यही ज़मीन उनकी जान की दुश्मन बन गई। मौके पर पहुंचे हुब्बलाल यादव, भोला, विपिन, रवि, मनीष और सनी सहित कई लोगों ने मिलकर दोनों को मार डाला और मौके से फरार हो गए।

पुलिस ने बढ़ाई दबिश, गांव में भारी फोर्स तैनात

घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। गांव में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है ताकि कोई अनहोनी ना हो। हालांकि, अब तक कोई बड़ा सुराग नहीं मिला है और आरोपी फरार हैं। गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है और लोग अभी भी खौफ के साये में जी रहे हैं।

गवाहों की चुप्पी बनी पुलिस की चुनौती

गांव वालों के बीच आरोपियों का इतना डर है कि कोई भी खुलकर बयान देने को तैयार नहीं है। यहां तक कि कई लोग जो मौके पर मौजूद थे, उन्होंने भी कुछ नहीं देखा कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया। ऐसे में पुलिस के लिए यह केस और ज्यादा पेचीदा हो गया है।

न्याय की गुहार: परिजनों ने लगाई सीएम योगी से गुहार

शोक संतप्त परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है। उनका कहना है कि जब तक हत्यारों को फांसी नहीं मिलती, वो अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। पूरे प्रदेश भर में यह मामला चर्चा का विषय बन गया है।

फिरोजाबाद पुलिस के लिए अग्निपरीक्षा

इस दोहरी हत्या ने पुलिस प्रशासन की नींद उड़ा दी है। आला अधिकारी खुद जांच में जुटे हैं। लेकिन जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते, गांव का माहौल सामान्य नहीं होगा। अब देखना यह है कि फिरोजाबाद पुलिस इस हत्याकांड का खुलासा कितनी तेजी से करती है।

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