UPSC 2024 टॉपर बनीं प्रयागराज की शक्ति दुबे, BHU से बायोकैमिस्ट्री में पोस्टग्रेजुएट, पॉलिटिकल साइंस था ऑप्शनल।
प्रयागराज: UPSC 2024 का रिजल्ट आ चुका है और इस बार देश की सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में टॉप किया है प्रयागराज की बेटी शक्ति दुबे ने। संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की ओर से जारी रिजल्ट में शक्ति ने ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल की है। उन्होंने राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध (Political Science and International Relations) को वैकल्पिक विषय के रूप में चुना था।
शक्ति दुबे की इस शानदार उपलब्धि पर न सिर्फ उनका परिवार, बल्कि पूरा प्रयागराज गदगद है। यह सफलता सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि उस संघर्ष और मेहनत की कहानी है जो एक सामान्य लड़की को देश की सबसे ऊंची प्रशासनिक कुर्सी तक ले जाती है।
प्रयागराज से BHU तक का सफर
शक्ति दुबे का जन्म उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में हुआ। यहीं से उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा और ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से स्नातक किया और फिर उच्च शिक्षा के लिए काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU), वाराणसी पहुंचीं। BHU से उन्होंने 2016 में बायोकैमिस्ट्री में पोस्ट-ग्रेजुएशन पूरा किया।
बायोकेमिस्ट्री जैसे तकनीकी विषय से पोस्टग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने पूरी निष्ठा के साथ UPSC की तैयारी शुरू की। उन्होंने 2018 से ही तैयारी का आगाज किया और इस बार देशभर में टॉप कर लिया।
राजनीति विज्ञान को चुना ऑप्शनल
शक्ति दुबे ने अपने वैकल्पिक विषय के तौर पर Political Science and International Relations को चुना। उनका कहना है कि उन्हें शुरू से ही सामाजिक विषयों में गहरी रुचि थी और प्रशासनिक सेवा में आने का मुख्य कारण भी यही था कि वे समाज को नजदीक से समझ सकें और उसकी बेहतरी में योगदान दे सकें।
एक इंटरव्यू में बोलीं- प्रयागराज है त्रिवेणी की पहचान
एक प्रतिष्ठित अकादमी के इंटरव्यू में जब शक्ति दुबे से पूछा गया कि जैसे अयोध्या राम की और काशी शिव की नगरी मानी जाती है, वैसे प्रयागराज को किस पहचान से देखा जाना चाहिए, तो उन्होंने मुस्कराते हुए जवाब दिया—"प्रयागराज त्रिवेणी संगम की नगरी है, जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती मिलती हैं। यह भारत की आध्यात्मिक आत्मा का केंद्र है।"
UPSC परीक्षा 2024 में इतने लोगों ने दी परीक्षा
UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 का प्रारंभिक चरण 16 जून 2024 को आयोजित किया गया था। इसमें 9,92,599 आवेदकों में से 5,83,213 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। इनमें से केवल 14,627 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के लिए चयनित हुए। मुख्य परीक्षा सितंबर 2024 में हुई, जिसमें से 2,845 कैंडिडेट्स को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया।
इनमें से कुल 1,009 अभ्यर्थियों को UPSC ने नियुक्ति के लिए चुना है, जिसमें 725 पुरुष और 284 महिलाएं शामिल हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि टॉप 5 में इस बार 3 महिलाएं शामिल हैं, जिससे एक बार फिर साबित हो गया है कि बेटियां किसी से कम नहीं।
शक्ति दुबे: एक प्रेरणा, एक नाम, एक मिसाल
शक्ति दुबे की यह सफलता सिर्फ एक आंकड़ा नहीं बल्कि देशभर की उन लाखों बेटियों के लिए प्रेरणा है जो छोटे शहरों से निकलकर बड़ी उड़ान भरने का सपना देखती हैं। प्रयागराज से BHU तक का सफर और फिर UPSC की बागडोर संभालना, उनके जज्बे और संघर्ष को सलाम करने जैसा है।
उनकी सफलता दिखाती है कि दृढ़ निश्चय, मेहनत और लगन के साथ कोई भी सपना हकीकत में बदला जा सकता है। शक्ति दुबे का नाम अब सिर्फ प्रयागराज ही नहीं, पूरे देश की पहचान बन चुका है।
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