शाहजहांपुर में 4 लड़कों से परेशान महिला टंकी पर चढ़ गई, पुलिस पर लगाया आरोप- FIR नहीं लिखी, घंटों चला ड्रामा।
शाहजहांपुर में इंसाफ की गुहार लगाने वाली महिला ने मचाया हड़कंप
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब एक महिला चार युवकों से तंग आकर पानी की ऊंची टंकी पर चढ़ गई और आत्महत्या की धमकी देने लगी। महिला का आरोप था कि वह कई बार थाने गई, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। थक-हारकर उसने यह कदम उठाया जिससे पुलिस प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए।
काशीराम कॉलोनी की रहने वाली महिला का छलका दर्द
काशीराम कॉलोनी निवासी पीड़िता का कहना है कि वह पिछले कई दिनों से कोतवाली और चौकी का चक्कर काट रही थी। उसने गर्रा चौकी क्षेत्र में रहने वाले सोनू गुप्ता, पवन गुप्ता (जो पार्षद भी हैं), वैभव गुप्ता उर्फ शेंकी समेत चार युवकों पर शारीरिक व मानसिक शोषण, मारपीट और जातिसूचक गालियां देने का आरोप लगाया है। बावजूद इसके पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पानी की टंकी बना विरोध का मंच, पुलिस रही हैरान
गुरुवार को महिला अचानक गर्रा चौकी के पास बनी पानी की टंकी पर चढ़ गई और रोते हुए चिल्लाने लगी— “जब कोई सुनवाई नहीं हो रही तो अब मर जाना ही बेहतर है।” मौके पर पहुंची सदर बाजार कोतवाली और रामचंद्र मिशन पुलिस को महिला को नीचे लाने में पसीना छूट गया।
FIR न लिखने से थी नाराज, बोली- मार डालेंगे वो चारों
महिला का आरोप था कि आरोपी उसे लगातार धमका रहे हैं और पुलिस उनकी राजनीतिक पहुंच के चलते मूकदर्शक बनी हुई है। "मुझे इंसाफ नहीं मिला तो मैं अब जान दे दूंगी।" ऐसा कहते हुए महिला ने टंकी की मुंडेर पर खड़े होकर कूदने की धमकी दी।
घंटों चला हाई वोल्टेज ड्रामा, पुलिस देती रही आश्वासन
करीब दो घंटे तक महिला टंकी पर ही बैठी रही। नीचे से पुलिस और इलाके के कुछ सामाजिक कार्यकर्ता उसे मनाते रहे। आख़िरकार जब पुलिस ने महिला को आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का लिखित आश्वासन दिया, तब जाकर वह नीचे उतरी।
पिता बोले- नेता हैं आरोपी, इसलिए पुलिस कर रही अनदेखी
पीड़िता के पिता ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि आरोपी पवन गुप्ता पार्षद हैं, इसलिए पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही। उन्होंने मुख्यमंत्री से न्याय की मांग की है और कहा है कि अगर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वह भी आमरण अनशन पर बैठेंगे।
महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल, शाहजहांपुर पुलिस बनी तमाशबीन
इस पूरी घटना ने एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और पुलिस की संवेदनहीनता को उजागर कर दिया है। जब तक महिला ने आत्महत्या की धमकी नहीं दी, तब तक पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
पुलिस बोली- जांच के बाद होगी कार्रवाई, महिला को दिलाया भरोसा
सदर बाजार कोतवाली पुलिस ने बताया कि महिला की शिकायत दर्ज कर ली गई है और आरोपियों की जांच की जा रही है। जैसे ही साक्ष्य सामने आएंगे, कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
लोगों में आक्रोश, बोले- अगर कुछ हो जाता तो कौन ज़िम्मेदार होता?
स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद खासा गुस्सा है। उनका कहना है कि अगर महिला टंकी से कूद जाती तो क्या पुलिस तब जागती? महिलाओं को सुरक्षा देने की बात करने वाली सरकारें जब जमीनी स्तर पर ऐसे हालात सामने लाती हैं, तो भरोसा डगमगा जाता है।
क्या शाहजहांपुर में अब न्याय के लिए मौत की धमकी देना जरूरी हो गया है?
पानी की टंकी पर चढ़कर न्याय की मांग करना इस बात की गवाही है कि प्रशासनिक संवेदनशीलता का स्तर बेहद नीचे गिर गया है। लोग कह रहे हैं कि यदि आरोपियों पर कार्रवाई समय रहते की गई होती, तो महिला को ऐसा कदम नहीं उठाना पड़ता।
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