लखनऊ के KGMU में मजार के पास लगी दुकाने हटाने पहुंचे डॉक्टरों पर बरसे ईंट-पत्थर! भारी पुलिसबल तैनात, मचा हड़कंप


लखनऊ के KGMU में मजार के पास लगी दुकाने हटाने गए डॉक्टरों पर अतिक्रमणकारियों ने पथराव कर दिया, 2 डॉक्टर समेत 4 घायल, पुलिस तैनात।



KGMU Lucknow Attack News:
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में अवैध अतिक्रमण हटाने पहुंचे डॉक्टरों की टीम पर अचानक पत्थरों की बरसात कर दी गई। जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर मजार के आसपास से दुकानों को हटाने की कार्रवाई कर रहे थे। इसी दौरान असामाजिक तत्वों ने विरोध करते हुए पथराव कर दिया। हमले में दो वरिष्ठ डॉक्टरों समेत कुल चार लोग घायल हो गए हैं। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और हालात को नियंत्रण में कर लिया गया है।

मजार के पास सालों से चल रहा था अवैध कब्जा
KGMU के नेत्र रोग विभाग के पास बनी एक छोटी सी मजार के आसपास पिछले कई वर्षों से अवैध तरीके से दुकानें खड़ी कर दी गई थीं। केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि साल 1902 में बनी इस मजार के चारों ओर धीरे-धीरे अवैध कब्जा फैलता चला गया और लोग दुकानें और घर बनाने लगे। कई बार नोटिस देने के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया था।

छह लीगल नोटिस भी बेअसर, अतिक्रमणकारियों पर नहीं पड़ा असर
केजीएमयू के लीगल एडवाइजर ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि कब्जाधारियों को अब तक 6 बार कानूनी नोटिस भेजे जा चुके हैं, मगर किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया। अब प्रशासन ने तय किया है कि 26 अप्रैल को पूरे अवैध निर्माण को बुलडोजर से ध्वस्त किया जाएगा। 19 अप्रैल को एक अंतिम नोटिस जारी कर 5 दिन की मोहलत दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया।

डॉक्टरों पर हमला, घायल हुए मेडिकल स्टाफ
शनिवार सुबह जब डॉक्टरों की टीम अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने पहुंची तो वहां मौजूद अतिक्रमणकारियों ने अचानक हमला बोल दिया। पत्थरों की बौछार से दो वरिष्ठ डॉक्टरों सहित चार लोगों को गंभीर चोटें आईं। घायल डॉक्टरों को फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया और पूरे क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया।

'अगर कार्रवाई नहीं हुई तो सीएम आवास तक मार्च करेंगे'
घटना के बाद केजीएमयू के डॉक्टरों का गुस्सा फूट पड़ा। डॉक्टर केके सिंह ने चेतावनी दी कि अगर अतिक्रमण तत्काल नहीं हटाया गया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास तक मार्च करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी अस्पताल की जमीन पर अवैध कब्जा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अतिक्रमण हटाने को लेकर अब आर-पार की लड़ाई
KGMU प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि अस्पताल परिसर से हर हाल में अतिक्रमण हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पथराव करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी और अस्पताल को हुए नुकसान की भरपाई भी इन्हीं लोगों से करवाई जाएगी। साथ ही 26 अप्रैल को निर्धारित कार्रवाई को किसी भी सूरत में रोका नहीं जाएगा।

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