जुकाम ठीक करने के नाम पर बच्चे को पिलाई सिगरेट! जालौन के डॉक्टर की शर्मनाक करतूत का वीडियो वायरल




जालौन में सरकारी डॉक्टर ने जुकाम पीड़ित मासूम को सिगरेट पिलाई, वीडियो वायरल होते ही सीएमओ ने लिया एक्शन।


जालौन से शर्मनाक वीडियो वायरल, सरकारी डॉक्टर ने बच्चे को पिलाई सिगरेट
उत्तर प्रदेश के जालौन जिले से एक ऐसी सनसनीखेज घटना सामने आई है, जिसने पूरे स्वास्थ्य महकमे को कटघरे में खड़ा कर दिया है। यहां एक सरकारी डॉक्टर ने इलाज के नाम पर मासूम बच्चे को सिगरेट पिलाई। घटना का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, पूरे जिले में हड़कंप मच गया।

“खींचो, अंदर खींचो... इससे जुकाम ठीक हो जाएगा”—डॉक्टर ने दी सिगरेट की ट्रेनिंग!
ये पूरा मामला जालौन के कुठौंद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का बताया जा रहा है, जहां तैनात सरकारी डॉक्टर सुरेश चंद्र ने एक स्टाफ के 4 साल के बच्चे को जुकाम के इलाज के नाम पर सिगरेट पिलाई। वीडियो में डॉक्टर बच्चे को खुद कश लगाकर तरीका बताते नजर आ रहे हैं। डॉक्टर की यह हरकत कैमरे में कैद हो गई।

डॉक्टर ने कहा- ‘आज के लिए इतना ही, कल से आगे की ट्रेनिंग दूंगा’
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बच्चा जब सिगरेट का धुआं नहीं खींच पा रहा था, तो डॉक्टर ने खुद एक कश लेकर उसे सिखाने की कोशिश की। इसके बाद डॉक्टर ने बच्चे से कहा—‘आज के लिए इतना ही, कल से ट्रेनिंग फिर शुरू करेंगे।’ इस शर्मनाक करतूत पर अब सोशल मीडिया में जबरदस्त गुस्सा फूट रहा है।

वीडियो वायरल होते ही प्रशासन में मचा हड़कंप, डॉक्टर मुख्यालय से अटैच
घटना का वीडियो सामने आने के बाद जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. एनडी शर्मा ने तुरंत एक्शन लिया है। डॉक्टर सुरेश चंद्र को मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। जांच की रिपोर्ट शासन को भेजी गई है, जिस पर जल्द ही कड़ी कार्रवाई की संभावना है।

नाबालिग को धूम्रपान सिखाना अपराध, स्वास्थ्य विभाग की फजीहत
बता दें कि नाबालिग बच्चों को सिगरेट, तंबाकू, गुटखा या किसी भी तरह के नशीले पदार्थ की बिक्री और सेवन कराना पूरी तरह प्रतिबंधित है। बावजूद इसके, एक जिम्मेदार डॉक्टर द्वारा इस तरह की हरकत करना समाज के लिए शर्मनाक है। अब स्वास्थ्य विभाग की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।

बच्चे की मासूमियत पर भारी पड़ी डॉक्टर की गैरजिम्मेदारी
घटना में सबसे दिल दहला देने वाली बात यह है कि बच्चा सिर्फ जुकाम से पीड़ित था और डॉक्टर ने बिना किसी वैज्ञानिक आधार के उसे सिगरेट पिलाकर इलाज बताने की कोशिश की। स्वास्थ्य विभाग के ही एक पदाधिकारी का ऐसा व्यवहार पूरे सरकारी तंत्र की सोच पर सवालिया निशान लगा रहा है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो, यूजर्स का फूटा गुस्सा
इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और लोग सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कई यूजर्स ने इसे बच्चों के अधिकारों का घोर उल्लंघन बताया है और आरोपी डॉक्टर पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

CMO बोले- “किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा, जांच के बाद होगी सख्त कार्रवाई”
सीएमओ डॉ. एनडी शर्मा ने बताया कि जैसे ही उन्हें वीडियो की जानकारी मिली, तत्काल डॉक्टर को मुख्यालय अटैच कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि डॉक्टर की इस हरकत से विभाग की छवि खराब हुई है और जिम्मेदार को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

कहां है स्वास्थ्य का अधिकार, जब इलाज के नाम पर खिलवाड़ हो रहा मासूमियत से?
उत्तर प्रदेश के जालौन जैसे जिले में जब जिम्मेदार डॉक्टर ही बच्चों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करेंगे, तो आम जनता किस पर भरोसा करे? एक ओर सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की बात करती है, दूसरी ओर डॉक्टर सिगरेट को इलाज बताकर बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं।



सरकार से मांग- “डॉक्टर को निलंबित कर हो कड़ी कार्रवाई”
इस घटना को लेकर अब कई सामाजिक संगठन और बाल संरक्षण आयोग भी सक्रिय हो गए हैं। लोगों का कहना है कि सिर्फ अटैच करने से काम नहीं चलेगा, डॉक्टर को तुरंत निलंबित कर उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

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