महाशिवरात्रि पर शिवालयों में श्रद्धालुओं का सैलाब, भक्तों ने उमंग और भक्ति के साथ किया जलाभिषेक



महाशिवरात्रि पर शिवालयों में भोर से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। भक्तों ने जलाभिषेक कर बाबा भोलेनाथ से सुख-समृद्धि की कामना की। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए।

इंद्रेश तिवारी की रिपोर्ट


जौनपुर, मछलीशहर। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर पूरे देशभर में शिवभक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा, लेकिन मछलीशहर के ऐतिहासिक शिवालयों में इस बार की भीड़ ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। दियावा महादेव मंदिर, शोभनाथ मंदिर जमालपुर, नर्मदेश्वर महादेव मंदिर, बाबा बलराम दास मंदिर, मेहरवा महादेव मंदिर और मसवनबीर बाबा शिव मंदिर में भक्तों का रेला भोर से ही उमड़ पड़ा। रात के दो बजे से ही जलाभिषेक की शुरुआत हो गई थी और सूरज निकलने तक मंदिर परिसर जनसैलाब में तब्दील हो चुके थे।

बाबा भोलेनाथ के दरबार में बही आस्था की गंगा

मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें देखने को मिलीं, जो पूरे अनुशासन के साथ शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए आगे बढ़ रही थीं। हर-हर महादेव और बम-बम भोले के गगनभेदी जयघोष से मंदिर परिसर गूंज उठा। शिवभक्तों ने बेलपत्र, दूध, गंगाजल, शहद और भांग से शिवलिंग का अभिषेक किया। कई जगहों पर विशेष रुद्राभिषेक का आयोजन हुआ, जिसमें विद्वान पंडितों ने वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ भगवान शिव की पूजा-अर्चना कराई।

प्रशासन अलर्ट, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

इतनी भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। पुलिस बल के जवान और स्वयंसेवक मंदिरों के बाहर मुस्तैद रहे। भक्तों को व्यवस्थित रूप से मंदिर में प्रवेश कराया गया और वाहनों को मंदिर से 500 मीटर दूर पार्किंग स्थल पर रोका गया। दियावा महादेव मंदिर के पुजारी ओम प्रकाश के अनुसार, इस साल ऐतिहासिक संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और दोपहर तक लगभग 50 हजार भक्त दर्शन कर चुके थे।



श्रद्धालुओं की आस्था, शिव की महिमा

भक्तों का कहना था कि महादेव का जलाभिषेक करने से सभी कष्टों का निवारण होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों में शिवभक्ति को लेकर विशेष उत्साह देखने को मिला। मंदिरों में जगह-जगह भंडारे और प्रसाद वितरण का भी आयोजन किया गया, जिससे हर भक्त को बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त हुआ।



महाशिवरात्रि पर उमड़ा श्रद्धा का ज्वार

इस बार महाशिवरात्रि का पर्व बेहद खास रहा, क्योंकि भक्तों की भीड़ ने पिछले वर्षों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। लोग दूर-दूर से दर्शन के लिए आए और महादेव के दरबार में माथा टेककर आशीर्वाद लिया। महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर शिवालयों में अद्भुत आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार देखने को मिला, जिसने हर भक्त को शिवमय कर दिया।

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