महाकुंभ हादसे पर अखिलेश यादव और खरगे के बयान पर सीएम योगी का पलटवार, बोले- ये सनातन धर्म पर प्रहार और गुमराह करने वाला है।
महाकुंभ 2025 की भव्य तैयारियों के बीच मौनी अमावस्या पर हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे को लेकर सियासत गरम हो गई है। इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी सरकार को घेरने की कोशिश की, लेकिन अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों नेताओं पर जोरदार पलटवार किया है। उन्होंने संसद में दिए गए बयानों को न केवल सनातन धर्म पर प्रहार बताया, बल्कि उन्हें निंदनीय और शर्मनाक भी करार दिया। सीएम योगी ने साफ कहा कि ये सनातन विरोधी मानसिकता के लोग हैं, जो लगातार गुमराह करने और झूठ फैलाने का काम कर रहे हैं।
खरगे और अखिलेश का बयान क्यों विवादों में?
महाकुंभ हादसे के बाद अखिलेश यादव और मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार की व्यवस्थाएं पूरी तरह से फेल हो गई हैं और लाखों श्रद्धालु स्नान करने से वंचित रह गए। संसद में इस मुद्दे को उठाते हुए उन्होंने कहा कि यह हादसा सरकार की लापरवाही का नतीजा है और बीजेपी केवल धार्मिक आयोजनों का राजनीतिक फायदा उठाना चाहती है।
सीएम योगी ने क्यों किया पलटवार?
सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पर कड़ा जवाब देते हुए कहा कि खरगे का बयान पूरी तरह गुमराह करने वाला है और अखिलेश यादव का चरित्र ही सनातन विरोधी है। उन्होंने आरोप लगाया कि महाकुंभ के आयोजन को बदनाम करने की साजिश पहले दिन से चल रही थी और विपक्ष ने इसे लेकर झूठ बोलने की प्रतियोगिता शुरू कर दी है।
100 करोड़ वाले बयान पर योगी का जवाब
योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के 100 करोड़ श्रद्धालुओं के दावे पर भी जवाब दिया और कहा कि महाकुंभ के आयोजन में अब तक 38 करोड़ से ज्यादा लोग स्नान कर चुके हैं और अगले 20-22 दिनों में यह संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष को हकीकत समझनी चाहिए और बेबुनियाद आरोप लगाने बंद करने चाहिए।
महाकुंभ हादसे को लेकर सरकार की प्राथमिकता
सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि सरकार की प्राथमिकता हमेशा सुरक्षा की रही है। उन्होंने कहा कि हमारी योजना थी कि यह आयोजन शून्य हादसों के साथ पूरा हो, लेकिन दुर्भाग्यवश यह घटना हुई। उन्होंने बताया कि घायलों को तत्काल बेहतरीन इलाज उपलब्ध कराया गया और मुख्य सचिव व डीजीपी सहित तमाम अधिकारी निगरानी में जुटे रहे।
उस दिन प्रयागराज में कितनी भीड़ थी?
सीएम योगी ने विपक्ष के दावों को खारिज करते हुए कहा कि उस दिन 8 से 10 करोड़ लोग प्रयागराज में मौजूद थे। सरकार ने पूरी कोशिश की कि हर व्यक्ति सुरक्षित अपने घर पहुंचे और हर श्रद्धालु को स्नान करने का अवसर मिले।
विपक्ष के बयान सनातन विरोधी क्यों?
महाकुंभ हादसे को लेकर अखिलेश यादव और मल्लिकार्जुन खरगे के बयानों ने नया राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है। सीएम योगी ने न केवल इनके बयानों को झूठा और भ्रामक बताया, बल्कि विपक्ष पर सनातन धर्म विरोधी होने का भी आरोप लगाया। योगी सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि महाकुंभ का आयोजन ऐतिहासिक स्तर पर हो रहा है और विपक्ष केवल साजिश के तहत इसे बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।
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