चॉकलेट डे पर वेलनेस सेंटर के CHO ने छात्रा को किया जबरन प्रपोज, विरोध करने पर बखेड़ा, अब खा रहा जेल की हवा


चॉकलेट डे पर अमरोहा में CHO ने छात्रा को जबरन प्रपोज किया और गाली-गलौज की। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा। पढ़ें पूरी खबर।


वैलेंटाइन वीक में चॉकलेट डे के मौके पर अमरोहा जिले में एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां गजरौला थाना क्षेत्र में एक कम्युनिटी हेल्थ अफसर (CHO) ने सड़क पर चलते हुए एक छात्रा को प्रपोज कर डाला। जब छात्रा ने इसका विरोध किया तो आरोपी ने न केवल उसके साथ बदसलूकी की, बल्कि उसके मुंह पर चॉकलेट फेंकते हुए गाली-गलौज और मारपीट पर उतर आया। मामला थाने तक पहुंचा, जहां आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

पुलिस के मुताबिक, आरोपी बलविंदर उर्फ नौनेर हसनपुर थाना क्षेत्र के गांव अल्लीपुर खादर का रहने वाला है। नौनेर गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में बतौर CHO तैनात बलविंदर का यह कृत्य न केवल उसके पेशे की मर्यादा के खिलाफ है, बल्कि महिला सुरक्षा के प्रति समाज में बढ़ती असंवेदनशीलता का भी प्रतीक है।

छात्रा ने किया विरोध तो आरोपी ने किया बवाल

घटना रविवार की है, जब बलविंदर ने राह चलते छात्रा को रोक लिया और उसे प्रपोज किया। छात्रा ने जब इस बेहूदा हरकत का विरोध किया तो आरोपी ने जबरदस्ती चॉकलेट खिलाने की कोशिश की। छात्रा ने बचने की कोशिश की, लेकिन बलविंदर ने चॉकलेट उसके मुंह पर फेंक दी और उसके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगा।

घटना से घबराई छात्रा किसी तरह वहां से भागकर अपने घर पहुंची और परिजनों को पूरी घटना की जानकारी दी। परिजनों ने तुरंत थाने जाकर आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

आरोपी गिरफ्तार, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

पुलिस ने शिकायत दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए जाने के बाद बलविंदर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वह पुलिसकर्मियों के कंधे पर लदकर चलने की कोशिश करता दिख रहा है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

पुलिस की सख्ती के बावजूद घटनाएं जारी

यह मामला समाज में बढ़ती असंवेदनशीलता और महिला सुरक्षा के प्रति लापरवाही को दर्शाता है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की है, लेकिन ऐसे मामलों के बढ़ने के पीछे केवल कानून का डर कम होना ही वजह नहीं है, बल्कि समाज में नैतिकता और जागरूकता की कमी भी जिम्मेदार है।

सोशल मीडिया पर नाराजगी

घटना के बाद से सोशल मीडिया पर लोगों में जबरदस्त नाराजगी देखने को मिल रही है। कई लोग इस घटना को वैलेंटाइन वीक जैसे अवसरों पर युवाओं में बढ़ती असंवेदनशीलता और समाज में गिरते नैतिक मूल्यों का प्रतीक मान रहे हैं।

अभियान और जागरूकता की जरूरत

महिला सुरक्षा के लिए इस तरह की घटनाएं गंभीर चुनौती हैं। यह जरूरी है कि समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाए। स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

यह घटना न केवल आरोपी बलविंदर के पेशे और सामाजिक छवि पर सवाल उठाती है, बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति लापरवाह रवैये को भी उजागर करती है। पुलिस का कहना है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है और कानून के तहत सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

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