प्रयागराज महाकुंभ हादसे में मृतकों की संख्या 49 हो गई है। प्रशासन ने 24 अज्ञात शवों की तस्वीरें जारी कर लोगों से पहचान में मदद की अपील की है। हादसे से जुड़ी कई नई जानकारियां सामने आई हैं, जिससे सरकारी दावों पर सवाल उठ रहे हैं।
प्रयागराज महाकुंभ हादसे में मृतकों की संख्या 49 हुई। प्रशासन ने 24 अज्ञात शवों की तस्वीरें जारी कीं। हादसे की जांच के आदेश।
महाकुंभ हादसे में बढ़ रही मौतों की संख्या
मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान हुए हादसे में अब तक 49 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। पहले प्रशासन ने 30 मृतकों की जानकारी दी थी, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 49 हो गई है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से 24 मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
प्रशासन ने जारी की 24 अज्ञात मृतकों की तस्वीरें
प्रयागराज महाकुंभ प्रशासन ने पोस्टमार्टम हाउस के बाहर अज्ञात शवों की तस्वीरें जारी की हैं ताकि मृतकों की पहचान हो सके। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अगर वे अपने किसी रिश्तेदार या परिचित से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं, तो वे इन तस्वीरों को देखकर पहचान करने में मदद करें।
क्या हादसा सिर्फ संगम नोज पर हुआ था?
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, यह हादसा सिर्फ संगम नोज पर हुआ, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय लोगों का दावा है कि झूंसी सेक्टर-21 में भी भगदड़ हुई थी, जहां बड़ी संख्या में लोग कुचलकर घायल हो गए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के बयान से नया खुलासा
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मौनी अमावस्या के दिन सुबह करीब 4 बजे झूंसी सेक्टर-21 में भी भगदड़ मची थी, लेकिन प्रशासन ने इसे हादसे की आधिकारिक रिपोर्ट में शामिल नहीं किया।
झूंसी भगदड़ में 24 लोगों की मौत का दावा
स्थानीय लोगों का दावा है कि झूंसी में 24 लोगों की मौत हुई थी। प्रशासन ने अब तक इसे मान्यता नहीं दी है, लेकिन पोस्टमार्टम हाउस के बाहर इन अज्ञात शवों की तस्वीरें लगाए जाने से यह आशंका बढ़ गई है कि मृतकों की संख्या सरकारी आंकड़ों से ज्यादा हो सकती है।
सरकारी आंकड़ों पर सवाल, असली संख्या कितनी?
सरकार द्वारा जारी मौत के आंकड़ों को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रशासन के मुताबिक, मौनी अमावस्या के दिन संगम नोज पर 30 लोगों की मौत हुई, लेकिन झूंसी में हुई भगदड़ के मृतकों को शामिल नहीं किया गया।
हादसे में घायलों की स्थिति
हादसे में अब तक 60 लोग घायल हो चुके हैं, जिनमें से 36 लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है, जबकि 24 घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
मुआवजे की घोषणा और जांच के आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। साथ ही, हादसे की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
न्यायिक जांच के लिए बनी कमेटी
सीएम योगी ने हादसे की जांच के लिए रिटायर्ड जज हर्ष कुमार की अध्यक्षता में एक कमेटी गठित की है, जो आज प्रयागराज पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण करेगी।
प्रयागराज महाकुंभ हादसे में मृतकों की संख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन सवाल यह है कि क्या प्रशासन सभी मौतों का सही आंकड़ा दे रहा है या कुछ छिपाने की कोशिश हो रही है? झूंसी भगदड़ में 24 मौतों का दावा प्रशासन क्यों नहीं स्वीकार रहा? यह जांच के बाद ही साफ हो पाएगा।
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