मेरठ में धर्मांतरण का गंदा खेल: 11 महीने में तीसरा बड़ा मामला, हिंदू संगठनों ने उठाए सवाल



मेरठ में 11 महीने में तीसरा धर्मांतरण मामला सामने आया। हिंदू संगठनों ने ईसाई संगठनों पर प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया।

मेरठ, उत्तर प्रदेश: जिले में धर्मांतरण के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। हाल ही में, 11 महीने में तीसरा मामला सामने आया है, जिसने हिंदू संगठनों और स्थानीय प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। 

मेरठ में धर्मांतरण का इतिहास
मेरठ में लंबे समय से ईसाई संगठनों पर हिंदुओं का धर्मांतरण कराने के आरोप लगते रहे हैं। हिंदू संगठनों का दावा है कि प्रलोभन देकर और कमजोर वर्ग के लोगों को आर्थिक मदद का लालच देकर धर्मांतरण कराया जा रहा है। 

पिछले एक साल में, हजारों हिंदुओं को संपर्क किया गया और हर रविवार को प्रार्थना सभाओं में बुलाया गया। हिंदू संगठनों ने अब तक तीन ऐसे स्थानों पर चल रही प्रार्थना सभाओं का भंडाफोड़ किया है। इन सभाओं में ईसाई धर्म में परिवर्तन के लिए प्रेरित करने का आरोप लगा है।

हिंदू संगठनों का दावा
हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही ने कहा, "ईसाई धर्म के लोग लंबे समय से हिंदुओं को कन्वर्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। वे आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर लोगों को निशाना बनाते हैं। कन्वर्टेड लोग ही दूसरों को कन्वर्ट करने का काम करते हैं।"

सिरोही ने यह भी कहा कि लगभग डेढ़ साल पहले ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र में 400 से अधिक लोगों को कन्वर्ट किया गया था। इस मामले में अनिल पास्टर और महेश पास्टर मुख्य आरोपी थे, जिन्हें विदेशों से फंडिंग मिलने का भी आरोप है।

पुलिस की कार्रवाई
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया, "11 महीने में तीन मामले दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में ईसाई संगठनों पर प्रार्थना सभाओं के जरिए धर्मांतरण कराने का आरोप है। हाल ही में, परतापुर थाना क्षेत्र में विनीत नामक व्यक्ति पर ऐसे ही आरोप लगे हैं। वह पांच साल पहले खुद कन्वर्ट हुआ था और अब अन्य लोगों को धर्मांतरण के लिए प्रेरित कर रहा था।"

पुलिस के पास क्या सबूत हैं?
एसपी सिटी ने बताया कि प्रार्थना सभाओं में बरामद लिटरेचर में विस्तार से लिखा गया था कि लोगों को किस तरह से समझाया जाए और ईसाई धर्म की ओर आकर्षित किया जाए। इसमें गरीब और कम शिक्षित लोगों को आर्थिक मदद और सामाजिक सुरक्षा का लालच दिया जाता है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया
मेरठ प्रशासन ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है। एसपी सिटी ने कहा कि पुलिस लगातार ऐसे मामलों पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा, "हमारी टीम ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई कर रही है। सभी संबंधित जगहों पर नजर रखी जा रही है।"

हिंदू संगठनों की मांग
हिंदू संगठनों ने सरकार से इन मामलों में सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि धर्मांतरण कराने वाले मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर सजा दी जाए। साथ ही, विदेशों से होने वाली फंडिंग पर रोक लगाई जाए।


मेरठ में धर्मांतरण का यह मामला एक गंभीर सामाजिक और कानूनी मुद्दा बन गया है। प्रशासन और हिंदू संगठनों के बीच इस मुद्दे पर लगातार विवाद बना हुआ है। इन मामलों में पारदर्शी जांच और सख्त कार्रवाई से ही समाधान संभव है।

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