सत्संग से जीवन बनता है सार्थक...आत्मानंद जी महाराज



रिपोर्ट: इंद्रेश तिवारी

बरसठी (जौनपुर).....सत्संग के बिना मानव जीवन का उद्धार संभव नहीं है।जिस प्रकार केवल कच्चे दूध से घी  की प्राप्ति असंभव है,उसी प्रकार बिना गुरु के सानिध्य,सत्संग के बिना मानव जीवन की सार्थकता असंभव है। उक्त बातें क्षेत्र के सरसरा गांव स्थित वरिष्ठ भाजपा नेता ब्रह्मदेव तिवारी के  यहा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के  तीसरे दिन कथा व्यास आत्मानंद महाराज जी ने कही।

उन्होंने आगे बताया कि मनुष्य को केवल स्नान,दान व बाह्य आडंबर से मोक्ष नहीं मिलता,उसके लिए मनुष्य को अपनी अंतरात्मा को स्वच्छ करना पड़ता है।सात दिवसीय इस कथा के तीसरे दिन भक्तो का सैलाब उमड़ पड़ा।कथा में प्रमुख रूप से भाजपा के सांसद बीपी सरोज,अपना दल से माताबदल तिवारी,पूर्व जिला पंचायत सदस्य दिनेश तिवारी,इंद्रेश तिवारी,जेपी मिश्र,जटाशंकर तिवारी,उमेश मिश्र,विशाल शुक्ल सहित क्षेत्र से तमाम भक्तजन उपस्थित रहे।

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