कानपुर सड़क हादसे में शनिवार को एक साथ 26 लोगों की मौत, गांव में मचा हाहाकार, किसी ने खोया अपना लाडला तो कोई हो गया अनाथ



संवाददाता मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

जनपद कानपुर _ कानपुर जिले के नर्वल तहसील का गांव कोरथा में रविवार की सुबह रोज की तरह गांव में खुशहाली नहीं थी, गांव में हर तरफ चीख-पुकार मची थी, किसी घर में एक लाश रखी, तो किसी के दो किसी के तीन, कोई घर के आंगन में छह लाशों पर रो रहा था, हर तरफ से सिर्फ रोने, चिल्लाने, और बिलखने की आवाज आ रही थी, क्योंकि किसी ने अपना लाडला खोया, तो किसी ने पति, किसी ने पत्नी, कोई अनाथ हो गया था।          

जानकारी के अनुसार शनिवार को कोरथा गांव के लोगों की एक साथ 26 लोगों मौत हो गई थी, ये सभी लोग गांव से लगभग ढाई किमी दूर साढ़ के पास बच्चे का मुंडन कराने गए थे वहां से मुण्डन कराने के बाद अपने घर लौट रहे थे, कि अचानक ट्रैक्टर ट्राली पलटने के दर्द नाक हादसा हो गया,                                 

साढ घाटमपुर रोड पर इतने बड़े हादसे की सूचना पुलिस प्रशासन को मिलते ही उनके होश उड़ गए, पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू (ऑपरेशन) अभियान चलाया, एक दर्जन एंबुलेंस मंगाकर घायलों को अस्पताल और मृतकों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा,


पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों ने बताया कि कोरथा गांव के राजू निषाद के बेटे अभि का मुण्डन संस्कार शनिवार को चंद्रिका देवी मंदिर में था। मुण्डन संस्कार में शामिल होने गांव के करीब 50 लोग  ट्रैक्टर ट्राली पर बैठकर आए थे, ट्रैक्टर ट्राली में महिलाएं बच्चे व पुरुष एवं बुजुर्ग लोग बैठे थे, ट्रैक्टर को बच्चे का पिता राजू खुद ही चला रहा था, बच्चे का मुंडन संस्कार के बाद शाम को सभी घर वापस लौट रहे थे। शनिवार शाम साढ़े सात बजे करीब ट्राली पलटने से हादसा हुआ, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई, और लगभग 10 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, रात भर पोस्टमार्टम के बाद रविवार सुबह छह बजे पुलिस ने सभी शवों को उनके परिवार के सुपुर्द किया। गांव में करीब दस एंबुलेंस से आए 26 शवों को देखते ही हाहाकार मच गया। हर तरह चीख-पुकार मच गई। गांव में निषाद समाज के हर परिवार ने अपने किसी न किसी को खोया था। 

कानपुर जिले क्षेत्र में हुए इतने बड़े हादसे  की खबर सुन कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, राज्यमंत्री अजीत सिंह पाल व विधायक अभिजीत सिंह सांगा भी पहुंचे। वे हर घर में जाकर परिवार को ढांढस बंधा रहे थे, और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहे थे। मंत्रियों ने सरकार की ओर से पूरी मदद कराने का आश्वासन भी दिया। 

प्रशासन सुबह से ही मुस्तैद नजर आया। प्रशासन की ओर से ही सभी मृतक परिजनों को अंतिम संस्कार करने के लिए  कफन सामग्री मुहैया कराई,  हर घर में जाकर प्रशासन के लोगों ने ढांढस बंधाने के साथ परिवार को अंतिम संस्कार करने की सामग्री दी, जो घर से लेकर शमशान घाट तक लगती है। 

गांव में एक साथ 26 लोगों के शव पहुंचने से जहां पूरा गांव रो रहा था, वहीं सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों के भी यह देख आंसू निकल आए। मृतको परिजनों से मिलने आए मंत्री राकेश सचान, अजीत सिंह पाल व विधायक सांगा भी परिवारों का दर्द देख रुहासे हो गए, फिर खुद को हिम्मत दी और पीड़ित परिवारों को दिलासा दी। 

हादसे के बाद से (ट्रैक्टर चालक) बच्चे का पिता राजू लापता है। राजू के बेटे अभि का मुण्डन संस्कार था। हादसे के बाद से राजू लापता है। पहले गांव में उसकी मौत की सूचना आई, लेकिन फिर प्रशासन ने इसे गलत करार दिया, रविवार सुबह तक भी राजू का कोई पता नहीं लगा,  हालांकि राजू ने भी इस हादसे अपनी बेटी रिया और मां राम जानकी को खोया है। पत्नी और दूसरी बेटी हैलट अस्पताल में भर्ती हैं। राजू का बेटा अभि का भी अभी कुछ पता नहीं है। लोगों का कहना है कि राजू उसे अपने साथ ले गया है। 

हादसे के बाद लोगों के आक्रोश को देखते हुए गांव में सुबह से ही भारी पुलिस फोर्स व पीएसी तैनात रही। प्रशासन की ओर से एडीएम फाइनेंस और पुलिस की ओर से एएसपी जायजा लेते रहे। प्रशासन ने हर घर के पास पुलिस की तैनाती की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजनों को दो लाख रुपए देने की घोषणा की है और सभी घायलों को हर संभव मदद दी जाएगी।

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