इनरी खाने से एक ही परिवार के दस लोग हुए फूड प्वाजनिंग के शिकार, बिगड़ी हालत


रिपोर्ट: इंद्रेश तिवारी

मड़ियाहूं (जौनपुर) स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के ताजुद्दीनपुर गांव में भैंस की दूध का इनरी खाने से एक ही परिवार के 10 लोग फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए और उनकी हालत गंभीर हो गई। आसपास के लोगों की सहायता से सभी पीड़ितों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया जहां सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त गांव निवासी संजय कनौजिया के घर बुधवार की रात 12 बजे उनकी भैंस ने एक बच्चा जन्म दिया था जन्म के बाद परिजनों ने भोर में उसका दूध निकाल कर रख लिया उसके बाद दोपहर में भी भैंस के दूध को निकाला गया जिसके बाद परिजनों ने इनरी बनाने के लिए उसको पकाया पकाने के बाद इनरी गर्म होने पर की वजह से उसे खाया नहीं गया बल्कि रख दिया गया गुरुवार की सुबह 8 बजे परिवार के लोगो ने इनरी खाई तो 2 घंटे बाद सबको उल्टी होने के साथ साथ हालत बिगड़ने लगी। पास पड़ोस के लोगो ने आनन फानन में एंबुलेंस बुलाकर अवधेश, अरविंद कुमार, सुजाता, निखिल कुमार, गुड्डी देवी, बिंदु देवी, खुशबू, निवेश कन्नौजिया, निकेतन कनौजिया, नीलेश कुमार, निशांत कुमार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। जहां सभी का इलाज शुरू हुआ शाम तक सभी की हालत स्थिर हो गई थी। इस संबंध में चिकित्सा अधिकारी एम एस यादव ने बताया कि 24 घंटे से अधिक रखे गए दूध की इनरी को खाने से फूड प्वाइजनिंग की समस्या उत्पन्न हुई है सभी पीड़ित खतरे से बाहर हैं। उन्हें सलाह दिया गया है कि कभी भी बासी खाना अथवा अन्य सामान न खाएं।

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