पंच यज्ञ से होता है सारे दुखो का अंत...मनीष शरण महराज



1.श्री रामकथा महोत्सव के छठे दिन उमड़ा भक्तो का सैलाब

2.प्रसिद्ध दियावा महादेव धाम में चल रहा है महोत्सव

रिपोर्ट: इंद्रेश तिवारी

मछली शहर(जौनपुर).....गृहस्थ जीवन में मनुष्य अपने घर में ही पंच यज्ञ करके सारे दुखो से छुटकारा पा सकता है।बस आवश्यकता है कि वह  यज्ञ भावपूर्ण हो।पंच यज्ञ में अग्नि यज्ञ,गो यज्ञ,स्वान यज्ञ,पीपिलिका यज्ञ,भोग यज्ञ शामिल है।

उक्त बातें श्री धाम अयोध्या धाम से पधारे आचार्य मनीष शरण महराज ने   क्षेत्र के प्रसिद्ध दियावा महादेव धाम में चल रही श्री रामकथा महोत्सव के दौरान कही

नवदिवसीय श्री रामकथा महोत्सव के छठवें दिन श्री आचार्य ने बताया कि प्रत्येक गृहस्थ के घर में पांच यज्ञ होने से घर के सारे क्लेश कट जाते है।उन्होंने बताया कि घर में पहला यज्ञ तवे की रोटी अग्नि में डालकर अग्नि यज्ञ करना चाहिए।दूसरा यज्ञ गाय को पहली रोटी खिलाकर गो यज्ञ करना चाहिए।तीसरा यज्ञ कुत्ता को रोटी खिलाकर करना चाहिए।चौथा यज्ञ पीपिलिका यज्ञ थाली में बचे आटे को शुद्ध आटे में न डालकर चींटी को खिला कर करना चाहिए और अंत में पांचवा यज्ञ घर में बने भोजन को भगवान को भोग लगाकर करना चाहिए।जिस घर में यह पंच यज्ञ प्रतिदिन होता है वह घर हमेशा धन धान्य से परिपूर्ण होता है।उसके जीवन के सारे दुखो का अंत हो जाता है।यह कार्यक्रम श्री राम कथा सेवा समिति दियावा महादेव द्वारा आयोजित की गई है।समिति के पदाधिकारी इंद्रेश तिवारी ने बताया कि यह कथा 7 अगस्त तक प्रतिदिन साय 3 बजे से 6 बजे तक चल रही है। 8 अगस्त को महाप्रसाद का कार्यक्रम सुनिश्चित है।श्री रामकथा महोत्सव में प्रतिदिन बड़ी संख्या में भक्तगण श्री रामकथा महोत्सव में शामिल होकर श्री रामकथा का भावपूर्ण रसपान कर रहे है।कथा श्रोता में प्रमुख रूप से अवधेश नारायण शुक्ल,मुकेश चंद्र त्रिपाठी,वीरेंद्र शुक्ल,जय प्रकाश शुक्ल,अंबुज शुक्ल,जेपी मिश्र,रोहित तिवारी,सर्वेश शुक्ल,जेपी मिश्र,रुद्रमणि शुक्ल आदि बड़ी भक्तगण प्रतिदिन शामिल रहते है।

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