नूपुर शर्मा पर सुप्रीम कोर्ट की तल्ख व सख्त टिप्पणी पर मौलाना तौकीर रज़ा ने जताई खुशी,बोले - कोर्ट के कमेंट से लोकतंत्र पर भरोसा हुआ



बरेली से संवाददाता डॉक्टर मुदित प्रताप सिंह की रिपोर्ट

जनपद बरेली _  उदयपुर कांड के आरोपी के भाजपा से कनेक्शन की खबरों पर भी भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि राजस्थान मे कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने और आगामी चुनाव मे गहलोत सरकार को हटाने के लिए RSS ने रची हो सकती है साजिश।


पैगम्बर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी करने के मामले  मे भाजपा की पूर्व प्रवक्ता व पार्टी से निलंबित नेता नूपुर शर्मा पर सुप्रीम कोर्ट की तल्ख व सख्त टिप्पणी पर नबीरे आला हज़रत व इत्तेहाद ए मिल्लत कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने खुशी जताते हुए कोर्ट की टिप्पणी का इस्तकबाल किया है।उन्होंने कहा है कि नूपुर शर्मा पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी से हिन्दुस्तान के लोगों का लोकतंत्र पर भरोसा और मजबूत हुआ है।कोर्ट का यह कमेंट लोकतंत्र व संविधान के ज़िंदा होने का जीता-जागता प्रमाण है।
पत्रकार वार्ता के दौरान पत्रकारों से बातचीत मे मौलाना तौकीर रजा ने राजस्थान के उदयपुर मे टेलर की हत्या व झारखंड के रांची मे एक नाबालिग बच्चे के मर्डर का मामला उठाते हुए कहा कि उदयपुर के बाद रांची मे नाबालिग बच्चे के परिजनों को भी मुआवजा मिलना चाहिए और मुआवजे देने मे कांग्रेस सरकार को किसी भी तरह से हिंदू-मुस्लिम वाली भावना नहीं अपनानी चाहिए।उन्होंने उदयपुर कांड के आरोपियों की भाजपा से कनेक्शन की चल रही खबरों पर कहा कि उदयपुर घटना के आरोपी का भाजपा से  संबंध और कनेक्शन की निष्पक्ष व उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, जिससे दूध का दूध व पानी का पानी हो सके। मौलाना ने उदयपुर की घटना पर भाजपा व आरएसएस को जिम्मेदार ठहराते हुए इस घटना के पीछे भाजपा व आर एस एस पर राजस्थान की कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने और आगामी विधानसभा चुनाव मे गहलोत सरकार को हटाने की साजिश के आरोप भी लगाये हैं।इसके अलावा उन्होंने उदयपुर व रांची घटना के साथ साथ पूरे देश के हालात खराब होने के पीछे पीएम मोदी को भी कसूरवार ठहराया।आईएमसी मुखिया ने पीएम पर हमला करते हुए कहा कि आज देश के जो हालात हैं, उसके पीछे भारत के पीएम नरेंद्र मोदी की की खामोशी और उनके द्वारा भाजपा के नफरती नेताओं की ज़ुबान पर लगाम न लगाना अहम वजहें हैं,अगर पीएम ने समय रहते अपने इन बड़बोले व विवादित नेताओं पर सख्ती की होती, तो आज देश का माहौल खुशगवार व अच्छा होता।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ