नेशनल हेराल्ड मामले में क्यों डरी है कांग्रेस? गलत नहीं हैं तो ईडी की पूछताछ का सामना करें सोनिया और राहुल- उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य



उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सवाल खड़े किए हैं कि आखिर नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस डरी हुई क्यों है? नेशनल हेराल्ड भ्रष्टाचार मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी बेल पर जेल से बाहर हैं। जांच के सिलसिले में यदि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नोटिस दिया है तो यह तो भ्रष्टाचार का मामला हुआ। यदि सोनिया और राहुल ने गलत नहीं किया है तो उन्हें ईडी की पूछताछ से डर नहीं लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार कांग्रेस का राष्ट्रीय चरित्र है। ईडी जब सोनिया और राहुल के खेल से पर्दा उठा रही हैं तो मां-बेटे देश की अस्मिता और शांति से खेलने लगे हैं। 

रविवार को प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर पत्रकारों से केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इस मामले को राजनीतिक तूल देने का कांग्रेस असफल प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का यह फॉर्मूला पुराना हो चुका है कि वह भ्रष्टाचार करें और जब एजेंसी पूछताछ के लिए बुलाए तो वह राजनीतिक प्रदर्शन करने लग जाएं। भीड़ जुटाने लगें ताकि उनके भ्रष्टाचार की चर्चा न हो। 

केशव ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने देश की संपत्ति को लूटा है इसलिए वह केस की मेरिट पर बात न कर इधर-उधर की बातें कर रहे हैं और इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। सवाल किया कि यदि वे दोषी नहीं हैं तो ईडी के सामने पेश क्यों नहीं हो रहे?

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने एक ऐसी कंपनी बनाई जिसका मकसद कारोबार नहीं था बल्कि वे इस कंपनी के जरिए एजेएल को खरीदकर उसकी 2000 करोड़ रुपये की सम्पति को अपने नाम पर करना चाहते थे। वर्ष 2011 में इसीलिए कांग्रेस ने यंग इंडिया लिमिटेड बना कर हजारों करोड़ की राष्ट्रीय संपति हड़प ली।

कांग्रेस और उसके नेताओं को पीएम मोदी की यह बात याद होनी चाहिए जिसमें उन्होंने स्पष्ट कहा था कि न खाऊंगा और न ही खाने दूंगा और जो जनता की गाढ़ी कमाई खा गए हैं उनके पेट से निकाल कर लाऊंगा और गरीबों के कल्याण पर खर्च करूंगा। कांग्रेस नेताओं को यह याद होना चाहिए कि देश में मोदी सरकार है और संसाधनों की लूट किसी सूरत में स्वीकार नहीं है। चोरी की है तो सजा भी भुगतनी पड़ेगी।

उन्होंने कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री प. जवाहर लाल नेहरू ने 20 नवंबर 1937 को एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड (एजेएल) शुरू किया था। यह कंपनी अंग्रेजी में नेशनल हेराल्ड, हिन्दी में नवजीवन और उर्दु में कौमी आवाज समाचार पत्र निकालती थी। इसमें 5000 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी शेयर धारक थे, लेकिन 2000 करोड़ से अधिक की संपत्ति की लालच में सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने इस पर अवैध रूप से कब्जा कर देश की आजादी में जीवन खपा देने वाले सेनानियों और उनके परिवारों का अपमान किया है।
  
उन्होंने कहा कि राहुल में हिम्मत है तो वे आरोपों का सामना करें। ईडी के सवालों का जवाब दें और अपना पक्ष रखें। गुमराह करने और झूठ को छिपाने के लिए शक्ति प्रदर्शन से अब काम नहीं चलेगा। देश का कानून एक है और यह सब पर समान रूप से लागू होता है। यदि आरोप गलत हैं, तो वे बाइज्जत बरी होंगे। आरोप सच्चे हुए तो उन्हें सजा पाने से कोई बचा नहीं पाएगा।

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