दर्दनाक दास्तान : चार दिन में लगाए 25 अस्पतालों के चक्कर, फिर भी मौत 

लता, हम शर्मिंदा हैं। चाहकर भी हम तुम्हें और उस मासूम जिंदगी को बचा नहीं पाए। हम रात-दिन तुम्हारे लिए अस्पतालों में चक्कर लगाते रहे।

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