कोविड-19 महामारी के दबाव में 1.8 करोड़ लोगों को बदलना पड़ेगा रोजगार का स्वरूप

कोविड-19 महामारी के दबाव से दुनियाभर में रोजगार का स्वरूप बदल रहा है। अगले एक दशक में अकेले भारत में ही 1.8 करोड़ लोगों को अपने रोजगार का स्वरूप बदलना होगा

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