लखनऊ के सरोजनी नगर में शराबी पति चापड़ लेकर ससुराल पहुंचा, पत्नी को धमकाया, हंगामा किया, पुलिस ने किया गिरफ्तार।
राजधानी लखनऊ से सामने आया घरेलू हिंसा का सनसनीखेज मामला
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से घरेलू हिंसा और पारिवारिक कलह से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने न सिर्फ स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया बल्कि कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए। सरोजनी नगर थाना क्षेत्र के बेहसा गांव में रविवार शाम उस वक्त अफरातफरी मच गई जब एक युवक शराब के नशे में धुत होकर हाथ में चापड़ और घास काटने वाली तलवार लिए अपनी ससुराल पहुंच गया। युवक ने सरेआम पत्नी पर गंभीर आरोप लगाते हुए न सिर्फ गाली-गलौज की बल्कि उसे जान से मारने की धमकी तक दे डाली। हंगामे का वीडियो सामने आने के बाद मामला और ज्यादा चर्चा में आ गया।
नशे में धुत पति, हाथ में चापड़ और जुबान पर जहर
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आरोपी युवक नशे में पूरी तरह बेकाबू था। उसकी चाल लड़खड़ा रही थी, आंखें लाल थीं और हाथ में धारदार चापड़ देखकर लोग सहम गए। ससुराल पहुंचते ही उसने पत्नी को जबरन घर ले जाने की कोशिश शुरू कर दी। जब पत्नी ने साथ चलने से इनकार किया तो उसका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। वह चिल्लाते हुए कहने लगा कि यहां उसका कोई नया आशिक मिल गया है और इसी वजह से वह मायके में रह रही है। आरोपों और धमकियों से माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि गांव के लोग अपने घरों से बाहर निकल आए।
पत्नी का आरोप, सालों से झेल रही थी मारपीट और प्रताड़ना
पीड़िता रेनू ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि उसकी शादी करीब 13 साल पहले आशीष कुमार गौतम से हुई थी। शादी के शुरुआती कुछ साल सामान्य रहे, लेकिन धीरे-धीरे आशीष शराब का आदी हो गया। नशे की हालत में वह अक्सर घर लौटता और छोटी-छोटी बातों पर रेनू तथा बच्चों के साथ मारपीट करता। परिवार में दो बेटे और दो बेटियां हैं, जो अक्सर पिता की हिंसक हरकतों से डरे-सहमे रहते थे। रेनू का कहना है कि कई बार उसने रिश्तेदारों और समाज के लोगों से मदद मांगी, लेकिन हर बार समझौते और आश्वासन के बाद मामला दबा दिया गया।
मारपीट से तंग आकर मायके पहुंची थी पीड़िता
रेनू के अनुसार करीब 15 दिन पहले भी आशीष ने शराब के नशे में उसके साथ बेरहमी से मारपीट की थी। बच्चों के सामने हुए इस विवाद के बाद उसने मायके जाने का फैसला किया। वह बच्चों को लेकर बेहसा गांव स्थित अपने मायके आ गई और वहीं रहने लगी। रेनू का आरोप है कि इसके बाद से ही आशीष लगातार फोन पर धमकियां दे रहा था और जबरन उसे वापस ले जाने का दबाव बना रहा था। रविवार को अचानक उसका ससुराल पहुंच जाना और हाथ में चापड़ लहराना उसकी इसी मानसिकता को दिखाता है।
सरेआम हंगामा, गांव में मच गई अफरातफरी
घटना के समय आरोपी की आवाजें पूरे मोहल्ले में गूंजने लगीं। वह पत्नी के चरित्र पर सवाल उठा रहा था और लोगों के सामने ही अपमानजनक बातें कह रहा था। चापड़ देखकर महिलाएं और बच्चे डर के मारे घरों में सिमट गए। कुछ लोगों ने उसे शांत करने की कोशिश की, लेकिन नशे में धुत आरोपी किसी की बात सुनने को तैयार नहीं था। हंगामा बढ़ता देख किसी स्थानीय व्यक्ति ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी।
वीडियो वायरल, धारदार हथियार के साथ धमकाता दिखा आरोपी
घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें आरोपी हाथ में चापड़ लेकर पत्नी को धमकाता नजर आ रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि वह किस तरह आक्रामक मुद्रा में खड़ा होकर ऊंची आवाज में चिल्ला रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद पुलिस पर कार्रवाई का दबाव और बढ़ गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई, मौके से किया गिरफ्तार
सूचना मिलते ही सरोजनी नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए आरोपी को काबू में लिया और उसके हाथ से धारदार हथियार छीना। इसके बाद उसे थाने ले जाया गया, जहां पूछताछ में उसने शराब पीने की बात स्वीकार की। पुलिस के अनुसार आरोपी पूरी तरह नशे में था और उसी वजह से उसने यह उत्पात मचाया। पीड़िता की तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ शांति भंग की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया और सोमवार को उसे जेल भेज दिया गया।
इससे पहले भी कर चुका था ससुराल में उत्पात
रेनू ने पुलिस को बताया कि यह पहली बार नहीं है जब आशीष ने ससुराल में हंगामा किया हो। करीब एक सप्ताह पहले भी वह दो अज्ञात साथियों के साथ नशे की हालत में मायके पहुंचा था और गाली-गलौज की थी। उस समय गांव के लोगों ने किसी तरह उसे समझा-बुझाकर वापस भेज दिया था। लेकिन इस बार उसके हाथ में धारदार हथियार होने के कारण मामला ज्यादा गंभीर हो गया।
पुलिस का बयान, कानून के मुताबिक की गई कार्रवाई
सरोजनी नगर पुलिस का कहना है कि आरोपी की हरकतें कानून-व्यवस्था के लिए खतरा थीं। नशे में धारदार हथियार लेकर सार्वजनिक स्थान पर हंगामा करना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। हालांकि फिलहाल पीड़िता की शिकायत पर शांति भंग की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि यदि पीड़िता आगे और शिकायत करती है या सबूत सामने आते हैं तो अन्य धाराओं में भी कार्रवाई की जा सकती है।
घरेलू हिंसा का बढ़ता खतरा और समाज के लिए चेतावनी
यह घटना एक बार फिर घरेलू हिंसा और शराब की लत से उपजने वाली पारिवारिक त्रासदी को उजागर करती है। आए दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां नशे में धुत पति अपनी पत्नी और बच्चों के लिए खतरा बन जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि समय रहते ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कदम और सामाजिक हस्तक्षेप जरूरी है, ताकि पीड़ित महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित माहौल मिल सके।
गांव में चर्चा का विषय बनी घटना
घटना के बाद बेहसा गांव में इस मामले को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। कुछ लोग आरोपी की मानसिक स्थिति और शराब की लत को दोष दे रहे हैं, तो कुछ लोग इसे कानून का डर न होने का नतीजा बता रहे हैं। वहीं पीड़िता और उसके बच्चों के भविष्य को लेकर भी लोग चिंता जता रहे हैं।
पीड़िता की सुरक्षा और आगे की राह
फिलहाल आरोपी जेल में है, लेकिन रेनू और उसके बच्चों के सामने कई सवाल खड़े हैं। क्या आरोपी के बाहर आने के बाद उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होगी, क्या उन्हें स्थायी समाधान मिलेगा या फिर यह मामला भी समय के साथ ठंडा पड़ जाएगा। यह घटना न सिर्फ एक परिवार की पीड़ा है बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है कि घरेलू हिंसा को नजरअंदाज करना कितनी बड़ी कीमत वसूल सकता है।


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