बिरसा मुंडा जेल बनी डांस फ्लोर! शराब और GST घोटाले के VIP कैदियों का डांस वीडियो वायरल, हेमंत सरकार पर विपक्ष का हमला



रांची की बिरसा मुंडा जेल में VIP कैदियों का डांस वीडियो वायरल, शराब और GST घोटाले के आरोपी करते दिखे मस्ती, विपक्ष ने उठाए सवाल


जेल की दीवारों में मस्ती का महफ़िल

झारखंड की राजधानी रांची की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा इन दिनों चर्चा में है. सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो ने राज्य सरकार और जेल प्रशासन की नींद उड़ा दी है. 17 सेकंड के इस वीडियो में शराब और GST घोटाले के दो आरोपी जेल के भीतर संगीत की धुनों पर झूमते हुए दिखाई दे रहे हैं. यह वीडियो उस जगह का है, जहां आम कैदियों के लिए कदम बढ़ाना भी मुश्किल माना जाता है. लेकिन VIP कैदी जैसे खुली हवा में पार्टी कर रहे हों, वैसे मस्ती में डूबे नजर आ रहे हैं.

वीडियो से खुली जेल की सुरक्षा की पोल

वीडियो सामने आते ही सवाल उठने लगे हैं कि आखिर जेल के भीतर मोबाइल फोन कैसे पहुंचा? जेल की मेटल सिक्योरिटी और सीसीटीवी निगरानी के बावजूद यह संभव कैसे हुआ? क्या किसी अधिकारी की मिलीभगत से इन कैदियों को न केवल मोबाइल बल्कि अन्य सुविधाएं भी दी जा रही थीं? इन सवालों का जवाब अब तक जेल प्रशासन के पास नहीं है.

VIP कैदियों की ऐशगाह बनी बिरसा मुंडा जेल

रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा जेल पहले भी अपने VIP बंदियों की वजह से चर्चा में रही है. माना जाता है कि यहां रसूखदार कैदियों के लिए अलग वार्ड बनाए गए हैं, जहां उन्हें खाने-पीने, मोबाइल फोन, टीवी और एसी जैसी सुविधाएं दी जाती हैं. वीडियो ने इस चर्चा को और हवा दे दी है कि बिरसा मुंडा जेल अब ‘VIP रिसॉर्ट’ में बदल चुकी है, जहां कानून नहीं, पैसे और रसूख का राज चलता है.

विपक्ष ने साधा हेमंत सरकार पर निशाना

वीडियो सामने आने के बाद झारखंड में राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है. नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोला है. उनका कहना है कि जेलों में रसूखदार कैदियों के लिए ऐशो-आराम का पूरा इंतज़ाम किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि जेल में पैसे के दम पर अलग वार्ड में रहने की एंट्री फीस तक तय होती है और हर महीने मोटी रकम वसूली जाती है. मरांडी ने कहा कि यह सब बिना उच्च अधिकारियों की मिलीभगत के संभव नहीं है.

बाबूलाल मरांडी का गंभीर आरोप

मरांडी ने आगे कहा कि हेमंत सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है और जेल प्रशासन की मिलीभगत से VIP कैदियों को जेल में भी मज़े लेने की छूट दी जा रही है. उन्होंने बताया कि जब भी कोई अधिकारी इन गैरकानूनी गतिविधियों पर रोक लगाने की कोशिश करता है, उसका तबादला कर दिया जाता है. रॉबर्ट निशांत बेसरा जैसे ईमानदार अफसरों को सिर्फ इसलिए हटाया गया क्योंकि उन्होंने VIP बंदियों की विशेष मेहमाननवाज़ी का विरोध किया था.

निलंबन की खानापूर्ति से मामला नहीं सुलझेगा

वीडियो के वायरल होने के बाद दो कर्मचारियों को निलंबित किया गया है, लेकिन विपक्ष का कहना है कि यह महज़ खानापूर्ति है. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हजारीबाग जेल में बंद एक आरोपी को विशेष सुविधाएं देने के आरोप में कारापाल दिनेश वर्मा को बीस दिन पहले निलंबित किया गया था, मगर अब उसी वर्मा को निलंबन मुक्त कर बिरसा मुंडा जेल का प्रभारी बना दिया गया. यह नियुक्ति ही सवाल खड़ा करती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जगह इनाम दिया जा रहा है.

‘जेल में धंधा चल रहा है’ – मरांडी का बयान

मरांडी ने कहा कि बिरसा मुंडा जेल में गंदा खेल चल रहा है. मोबाइल, शराब, मांस और अन्य सुविधाएं कैदियों तक पहुंचाना कोई नई बात नहीं रह गई. उन्होंने कहा कि बिना उच्च अधिकारियों की सहमति और हिस्सेदारी के यह संभव नहीं. जेल IG और शीर्ष अफसरों पर सीधे जिम्मेदारी तय होनी चाहिए.

मोबाइल कैसे पहुंचा, जांच में जुटा प्रशासन

जेल प्रशासन ने इस वीडियो को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं. यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि वीडियो कब और कैसे शूट किया गया, किस मोबाइल से रिकॉर्ड हुआ और किसने बाहर भेजा. जेल के सभी वार्डों की तलाशी ली जा रही है. सूत्रों के अनुसार, कुछ मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद भी किए गए हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

कैदियों के लिए अलग नियम?

सूत्र बताते हैं कि जेल में कई कैदियों को ‘स्पेशल स्टेटस’ दिया गया है. जिन कैदियों के पास पैसे और राजनीतिक पहुंच है, वे जेल में आराम से रहते हैं. उनके लिए जेल में पंखे, बिस्तर, अच्छे खाने और मोबाइल चार्जिंग पॉइंट जैसी सुविधाएं मौजूद हैं. वहीं आम कैदी तंग हालात में जीवन बिताते हैं. यही दोहरे मानक अब जनता के गुस्से का कारण बन रहे हैं.

सोशल मीडिया पर मचा बवाल

जेल के इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर जैसे आग लगा दी है. फेसबुक, इंस्टाग्राम और X (पूर्व ट्विटर) पर यह वीडियो लाखों बार देखा जा चुका है. यूजर्स सवाल उठा रहे हैं कि जब जेल में ही शराब और संगीत चल सकता है तो फिर कानून का डर किसे है? कई लोगों ने इसे ‘प्रशासनिक विफलता’ बताया है.

राज्य सरकार ने दी सफाई

राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि वीडियो की जांच उच्च स्तरीय कमेटी करेगी और दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी. मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कर कहा है कि किसी भी कैदी को कानून से ऊपर नहीं माना जाएगा, चाहे वह कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो.

जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल

बिरसा मुंडा जेल को देश की सबसे हाई-सिक्योरिटी जेलों में गिना जाता है, जहां कई नक्सली, अपराधी और घोटालेबाज बंद हैं. यहां 24 घंटे निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. बावजूद इसके इस तरह का वीडियो बाहर आ जाना सुरक्षा की पोल खोल देता है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला केवल जेल प्रशासन की लापरवाही नहीं बल्कि सिस्टम की गहरी सड़ांध का नतीजा है.

पुराना इतिहास, नई शर्मिंदगी

यह पहली बार नहीं जब बिरसा मुंडा जेल विवादों में आई हो. इससे पहले भी यहां कैदियों को बाहर से मंगवाए गए खाने, मोबाइल, सिगरेट और शराब जैसी चीजों के साथ पकड़ा गया था. कई बार छापेमारी में VIP कैदियों के पास से हजारों रुपये कैश और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मिले हैं.

जनता का भरोसा डगमगाया

वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों में आक्रोश है. सोशल मीडिया पर यूजर्स कह रहे हैं कि अगर जेलें भी पार्टी हॉल बन जाएं तो आम नागरिक कानून पर भरोसा कैसे करें? कई लोगों ने लिखा कि “जब जेल में मस्ती हो रही है, तो बाहर के अपराधी क्या डरेंगे?”

आगे क्या?

अब सबकी नजरें जांच रिपोर्ट पर टिकी हैं. यह रिपोर्ट तय करेगी कि क्या बिरसा मुंडा जेल में भ्रष्टाचार की जड़ें इतनी गहरी हैं कि छोटे कर्मचारियों को बलि का बकरा बनाकर मामला दबाया जा रहा है, या वाकई किसी बड़े नेटवर्क का खुलासा होगा. फिलहाल, जनता और विपक्ष दोनों की मांग है कि इस पूरे प्रकरण की CBI जांच हो ताकि सच्चाई सामने आ सके.



रांची की बिरसा मुंडा जेल का यह वीडियो न केवल झारखंड प्रशासन के लिए बल्कि पूरे देश के जेल सिस्टम के लिए चेतावनी है. यह दिखाता है कि अगर जेल के भीतर भी रसूख और पैसा कानून से ऊपर हो जाए, तो न्याय की बुनियाद हिल जाती है.

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