मेरठ: यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में आधी रात को जलाया पेट्रोल बम, धमाकों के बाद छात्रों ने किया जमकर डांस, वायरल वीडियो से मचा हड़कंप!



मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में छात्रों ने पेट्रोल बम फोड़े और डांस किया। वायरल वीडियो के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन सख्त।


मेरठ यूनिवर्सिटी में सनसनी: हॉस्टल में पेट्रोल बम फोड़कर नाचे छात्र

उत्तर प्रदेश के मेरठ में स्थित चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी (CCSU) के एक छात्रावास से बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे विश्वविद्यालय परिसर में सनसनी फैला दी है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में कुछ छात्र हॉस्टल के अंदर न केवल पेट्रोल बम बना रहे हैं, बल्कि उन्हें फोड़कर उसके चारों ओर नाचते और जश्न मनाते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। यह घटना विश्वविद्यालय की सुरक्षा और अनुशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।

क्या है पूरा मामला और कैसे हुआ खुलासा

यह पूरी घटना मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास की है। छात्रों द्वारा खुद ही बनाए और सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे कुछ छात्र पॉलीथिन में पेट्रोल भरकर उसे एक बम की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। वे उसमें आग लगाकर जोरदार धमाका करते हैं और फिर आग की लपटों के आसपास झूमते हुए नजर आते हैं। वीडियो के इंटरनेट पर प्रसारित होते ही विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया और मामले की जांच शुरू कर दी। सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो क्लिप के आधार पर आरोपी छात्रों की पहचान की जा रही है।

विश्वविद्यालय प्रशासन का सख्त एक्शन और नोटिस जारी

मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से पंडित दीनदयाल उपाध्याय छात्रावास के सभी छात्रों को एक कठोर चेतावनी नोटिस जारी किया है। नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि 10 अक्टूबर, 2025 की रात को कुछ छात्रों द्वारा छात्रावास का माहौल बिगाड़ने और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया, जो एक गंभीर और दंडनीय अपराध है। प्रशासन ने साफ किया है कि इस कृत्य में शामिल सभी छात्रों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।



छात्रों पर होगी कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई

नोटिस के अनुसार, दोषी पाए जाने वाले छात्रों के खिलाफ विश्वविद्यालय की नियमावली के तहत कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। इसमें छात्रों के माता-पिता को सूचित करना, उनकी सिक्योरिटी राशि जब्त करना, छात्रावास से निष्कासन, और यहाँ तक कि विश्वविद्यालय से प्रवेश निरस्त करने जैसी कार्रवाइयां शामिल हो सकती हैं। प्रशासन ने यह भी चेतावनी दी है कि छात्रावास की संपत्ति को हुए नुकसान का आर्थिक मूल्यांकन किया जा रहा है और इसकी भरपाई सामूहिक रूप से सभी छात्रों की सिक्योरिटी राशि से की जाएगी। किसी भी प्रकार की जानकारी छिपाने पर पूरे छात्रावास को सामूहिक रूप से जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, और यह अंतिम चेतावनी है।

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